चंद्रवंशी भगवान कृष्ण की 5,250वीं जयंती के एक विशेष और भव्य उत्सव में, प्रज्ञान रोवर की एक विशेष कलाकृति पवित्र भागवत भवन में, देवता की सीट के सामने रखी जाएगी। 23 अगस्त को, जिस दिन लैंडर मॉड्यूल प्रज्ञान ने लैंडिंग की, उसकी सफलता के लिए मथुरा के प्रमुख मंदिरों में विशेष प्रार्थनाएं की गईं थीं।
भारत का पहला सूर्य मिशन आदित्य एल-1 अपने लक्ष्य की ओर सफलतापूर्वक बढ़ता चला जा रहा है। इसे लेकर रोज नए अपडेट सामने आ रहे हैं।
भारत का चंद्रयान-3 मिशन चांद पर अपनी सभी अपेक्षाओं पर खड़ा उतरा है। प्रज्ञान रोवर सभी अहम जानकारियों को ट्रांसफर कर के स्लीप मोड में जा चुका है। वहीं, विक्रम लैंडर ने एक और करतब दिखाया है।
इसरो की वैज्ञानिक एन वलरमती का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वलरमति रॉकेट लॉन्चिंग के लिए काउंटडाउन का जिम्मा संभालती थीं। चंद्रयान- 3 की लॉन्चिंग के लिए भी काउंटडाउन वलरमती ने ही किया था।
इसरो ने अपने पहले सूर्य मिशन आदित्य-L1 को लेकर बड़ी जानकारी दी है। इसरो ने बताया कि देश का पहला सौर मिशन आदित्य-L1 ठीक से काम कर रहा है। इसरो ने बताया कि आदित्य-L1 ने आज अपनी कक्षा बदली है।
भारत अब तक चांद पर तीन मिशन भेज चुका है। साल 2008 में चंद्रयान-1 को लॉन्च किया गया था। इसमें एक प्रोब की क्रैश लैंडिंग कराई गई थी जिससे चांद पर पानी के बारे में पता चला था। फिर 2019 में चंद्रयान-2 चांद के करीब पहुंचा, लेकिन लैंड नहीं कर पाया। 23 अगस्त 2023 को चंद्रयान-3 के चांद पर लैंड करते ही भारत ने रिकॉर्ड बना दिया।
चंद्रयान-3 को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। जानकारी मिली है कि रोवर, लैंडर से 100 मीटर दूर हो गया है। एक या दो दिन में इन्हें निष्क्रिय करने की प्रक्रिया शुरू होगी।
आदित्य एल1 ने धरती की सतह को छोड़ दिया है। अब यह यान सूर्य की ओर बढ़ चला है और अगले 128 दिनों में वह एल1 प्वाइंट पर पहुंच जाएगा। यहां पहुंचने के बाद यह यान सूर्य का अध्ययन करेगा और इसरो को डेटा भेजेगा।
ISRO ने सूर्य की स्टडी करने के लिए आदित्य एल 1 को लॉन्च कर दिया है। ये भारत के लिए ऐतिहासिल पल है क्योंकि सूर्य की स्टडी करने के लिए ये पहला भारत का मिशन है।
सूर्ययान यानी आदित्य एल1 को आज लॉन्च किया जाएगा। सुबह 11.50 बजे इसरो द्वारा आदित्य एल1 को श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च किया जाएगा। इससे जुड़ा अहम सवाल ये है कि क्या सूर्य के इतने करीब पहुंचने पर आदित्य एल1 जलकर खाक नहीं होगा।
चंद्रयान 3 की सफलता के बाद इसरो आज सूर्ययान आदित्य एल1 को लॉन्च करने वजा रहा है। आदित्य एल1 को 2 सितंबर की सुबह 11.50 बजे लॉन्च किया जाएगा। बता दें कि दिए गए लिंक के जरिए इस लॉन्च का लाइव प्रसारण आप देख सकते हैं।
भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो आज आदित्य एल 1 को लॉन्च करने वाली है। ऐसे में मौसम कैसा है, इससे जुड़ी अहम जानकारी सामने आई है।
इसरो ने आज अपना बहुप्रतिक्षित सोलर अभियान शुरू कर दिया है। इस अभियान के तहत श्रीहरिकोटा से आदित्य एल-1 को लॉन्च किया गया। इसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग जमा हुए।
इसरो आज आदित्य एल1 को लॉन्च करने वाला है। यह लॉन्चिंग आज सुबह 11.50 बजे होगी। इस मिशन का काम होगा सूर्य के तापमान व वहां हो रही घटनाओं का अध्ययन करना। इस यान को सूर्य की कक्षा में पहुंचने में 128 दिन का समय लगेगा।
कुल 128 दिन की यात्रा के बाद आदित्य L1 उपग्रह L1 प्वाइंट पर स्थापित होगा। इस मिशन में विकास इंजन का प्रयोग किया गया है जो पूरी तरह भारत में बना है।
सूरज के रहस्यों पर अभी भी पर्दा पड़ा हुआ है। यहां कई ऐसे राज दबे हुए हैं, जिससे हम सभी अभी तक अंजान हैं। इन तमाम राज को उजागर करने के लिए भारत आदित्य-एल1 मिशन को 2 सितम्बर को सुबह 11:50 पर लॉन्च कर रहा है।
ISRO Aditya-L1 Launching: चंद्रयान-3 की सफलता के बाद इसरो और पूरा देश काफी उत्साह में है। चांद पर पहुंचने के बाद अब इसरो की नजर सूर्य पर है। सूर्य पर रिसर्च के लिए अब इसरो रिसर्च के लिए एक खास मिशन लॉन्च कर रहा है, वह भी बेहद जल्द. इस मिशन का नाम आदित्य एल-1 है, पूरा देश इसकी सफलता के लिए प्रार्थना कर रहा है।
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो चांद के बाद अब सूर्य पर भी खोज करने के लिए मिशन लॉन्च करने जा रही है। इससे पहले इसरो के चीफ मंदिर पहुंचे।
अब देश की निगाहें सूर्य मिशन आदित्य L1 पर टिकी हैं। इसका काउंटडाउन शुरू हो गया है। इसरो के आदित्य L1 मिशन को शनिवार सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर श्री हरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च किया जाएगा।
चंद्रयान 3 की सफलता पर विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A ने इसरो को बधाई दी है। इसरो को बधाई देते हुए विपक्षी गठबंधन ने कहा कि चंद्रयान 3 की सफलता के बाद दुनिया की निगाहें अब आदित्य एल 1 के लॉन्च पर टिकी हैं।
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