इसरो प्रमुख के. सिवन ने कहा है कि तीसरे चंद्रयान मिशन को सरकार की मंजूरी मिल गई है और इससे संबंधित सभी गतिविधियां सुचारू रूप से चल रही हैं।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बुधवार को कहा कि महत्वाकांक्षी ‘गगनयान’ मिशन के लिए अंतरिक्षयात्रियों को प्रशिक्षण देने की शुरुआत रूस में जनवरी के तीसरे सप्ताह से की जाएगी।
आखिर ऐसी क्या तकनीकी खामी आई थी जिस वजह से लैंडर विक्रम इतिहास रचने से चूक गया था? बुधवार को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अध्यक्ष के शिवन ने इसके बारे में जानकारी दी
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो (ISRO) ने एक बेहद ही खास वीडियो क्लिप जारी की है। 1.58 मिनट लंबे इस वीडियो को पीएसएलवी रॉकेट पर लगे कैमरों ने रिकॉर्ड किया था।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी इसरो ने PSLV-C48 के जरिए RISAT-2BR1 और 9 कस्टमर उपग्रहों को लॉन्च किया। ये लॉन्चिंग श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से दोपहर 3 बजकर 25 मिनट पर हुई।
भारत के नए निगरानी उपग्रह रीसेट-2बीआर1 और नौ विदेशी उपग्रहों के प्रक्षेपण के लिए मंगलवार 4:40 बजे से उल्टी गिनती शुरू हो गई है। यह उपग्रह बुधवार की शाम आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित किए जाएंगे।
भारत का ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) रॉकेट 11 दिसंबर को देश के नवीनतम जासूसी उपग्रह आरआईएसएटी-2बीआर1 और नौ विदेशी उपग्रहों को लॉन्च करेगा।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के चेयरमैन के. सिवन ने कहा कि हमारे खुद के आर्बिटर ने चंद्रमा की सतह पर दुर्घटनाग्रस्त विक्रम लैंडर का पता लगा लिया था। हालांकि, उन्होंने कहा कि इसरो नासा द्वारा किए गए दावों का खंडन नहीं करेगा।
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने इसरो के चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर की लैंडिंग साइट की तस्वीर ट्वीट की है। तस्वीर में नासा ने उस स्पॉट को दिखाया है जहां पर लैंडर की हार्ड लैंडिंग हुई थी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश अनुदान की पूरक मांग संबंधी दस्तावेज में कहा गया है, ‘‘नई परियोजना अर्थात चंद्रयान-3 के व्यय को पूरा करने के लिये 15 करोड़ रुपये अनुदान को मंजूरी दी जाए।’’
भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो आज एक बार फिर इतिहास रच दिया है। आज सुबह 9.28 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा लॉन्च पैड से 14 सैटेलाइट एक साथ भेजे हैं।
इसरो प्रमुख के सिवन ने भारत के उपग्रह ‘कार्टोसैट-3’ के प्रक्षेपण से पहले मंगलवार को तिरुपति स्थित तिरुमाला मंदिर में पूजा-अर्चना की।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) में अनेक पदों पर भर्तियां होने जा रही हैं।
भारत के अंतरिक्ष में पहले मानव मिशन ‘गगनयान’ के लिए 12 संभावित यात्रियों को चुना गया है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने गुरुवार को कहा कि भारत अगले साल संभवत: नवंबर में एक बार फिर चंद्रमा पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ का प्रयास कर सकता है।
सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (ISRO) में जॉब पाने का सुनहरा मौका है।
इसरो ने शुक्रवार को चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर में लगे हाई रिजोल्यूशन कैमरे से ली गई तस्वीर को जारी किया है।
हैदराबाद के अमीरपेट में रहने वाले नेशनल रिमोर्ट सेंसिंग सेंटर में काम कर रहे इसरो वैज्ञानिक एस सुरेश की हत्या कर दी गई।
इसरो ने तीन सप्ताह से अधिक समय पहले चंद्रमा की सतह पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ के प्रयास के दौरान संपर्क से बाहर हुए ‘चंद्रयान-2’ के लैंडर ‘विक्रम’ से संपर्क कायम करने की कोशिशें अभी छोड़ी नहीं हैं।
नासा ने दो तस्वीरें जारी करते हुए बताया है कि भारत के चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर ने चांद पर हार्ड लैंडिंग की थी।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़