इसरो ने चंद्रयान-3 के लिए हर स्तर पर प्लानिंग और तैयारी पुख्ता की है। अगर जरूरत पड़ी तो चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर को चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल बैकअप की तरह काम में लेगा।
इसरो द्वारा चांद तक पहुंचने का प्रयास काफी दिलचस्प रहा है। 2008 में चंद्रयान-1 से इस अभियान की शुरुआत रही। तीनों अभियानों के प्रमुख तमिलनाडु से ही जुड़े रहे।
भारत इतिहास रचने की दहलीज पर पहुंच चुका है। आज शाम चांद की सतह पर विक्रम लैंडर के कदम रखते ही भारत यह उपलब्धि हासिल करने वाला चौथा देश बन जाएगा।
चंद्रयान 3 की सफलता पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हुई हैं.. स्पेस साइंटिस्ट आरसी कपूर ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है.. भारत दुनिया का पहला देश बन जाएगा जो चंद्रमा के साउथ पोल को टच करेगा.. और ये सफलता देश के युवाओं को आगे बढ़ने में कारगर होगी..
इसरो अपने चंद्रयान3 मिशन को अंजाम तक पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। पिछले 15 साल में चंद्रमा पर खोज को लेकर ये उसका तीसरा अभियान है।
इसरो के वैज्ञानिकों को पूरी उम्मीद है कि चंद्रयान-3 के लैंडर की इस बार सफल लैंडिंग होगी... 2019 में चंद्रयान-2 की क्रैश लैंडिंग के बाद इसरो की टीम ने चंद्रयान-3 के लिए ऐसी तैयारी की है कि इस बार कोई गलती नहीं होगी
चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग चांद के सबसे कठिन हिस्से में कराने को लेकर काउंटडाउन शुरू हो चुका है। ऐसे में बिहार के गया में रहने वाले वैज्ञानिक सुधांशु के माता–पिता सफल लैंडिंग के लिए पूजा पाठ कर रहे हैं।
चंद्रयान-3 का लैंडर रोवर विक्रम आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चांद की सतह पर कदम रखेगा। जानिए चंद्रयान की लैंडिंग के लिए इसरो ने 23 अगस्त की ही तारीख क्यों तय की। लैंडिंग के बाद क्या खुलेंगे चांद के अनजाने रहस्य-
Chandrayan Launch Today: चंद्रमा पर आज इतिहास रचेगा भारत का मिशन चंद्रयान-3... शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रमा पर करेगा लैंड
चंद्रमा पर आज इतिहास रचेगा भारत का मिशन चंद्रयान-3... शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रमा पर करेगा लैंड
चंद्रयान-3 के सफल लैंडिंग की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। यान आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चांद की सतह पर उतरेगा। चांद पर उतरने के बाद चंद्रयान क्या करेगा, क्या होती है सॉफ्ट लैंडिंग..जानें सबकुछ-
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए उल्टी गिनती शुरू हो गई है। भारत से लेकर अमेरिका तक मंदिर में आरती हो रही है तो कहीं दरगाह में दुआ मांगी जा रही है। यहां जानिए लैंडिंग से जुड़े पल-पल के अपडेट्स-
ISRO Mission Chandrayaan 3: चांद हिंदुस्तान की मुट्ठी में होने जा रहा है. अब से ठीक 24 घंटे बाद भारत दुनिया में नया इतिहास रचने वाला है.
Chandrayaan-3 कुछ ही घंटों में चांद की सतह पर होगा। पूरी दुनिया की नजरें इस Moon Mission पर है। ISRO ने बताया कि Chandrayaan-3 की सेहत बिल्कुल ठीक है। लेकिन किसी वजह से लैंडिंग नहीं हो पाती है तो Chandrayaan-3 Plan 'B' भी तैयार है।
भारत के चंद्रयान-3 के लैंडिंग का वक्त करीब आ चुका है। इसरो के मुताबिक, चंद्रयान अब तक अपने तय हिसाब से सही तरह से काम कर रहा है।
आने वाले समय में इसरो चंद्रयान से भी बड़े मिशन लॉन्च करने की तैयारी में है। इसमें गगनयान से लेकर सूर्य मिशन तक शामिल हैं।
विक्रम साराभाई स्पेस (वीएसएससी) ने टेक्निशियन-बी, ड्राफ्ट्समैन-बी और रेडियोग्राफर-ए के पदों पर भर्ती के लिए रविवार (20 अगस्त) को आयोजित हुई लिखित परीक्षा रद्द कर दी है।
चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम की लैंडिंग चांद की सबसे खतरनाक जगह पर होनी है। नासा के मुताबिक चंद्रमा का दक्षिणी ध्रुव रहस्य, विज्ञान और उत्सुकता से भरा है यही वजह है कि पूरी दुनिया इतिहास बनता देखता चाहती है।
चंद्रयान-3 की लैंडिंग में अब कुछ ही घंटे शेष हैं। इस बीच इसरो ने जानकारी दी है कि विक्रम रोवर के लैंडिंग की प्रक्रिया सुचारू रूप से चल रही है।
चांद पर लैंडिंग के आख़िरी 18 मिनट बेहद अहम होंगे.. पहले स्टेप में जब चंद्रयान 3 लैंड करना शुरू करेगा तो उसकी स्पीड 1683 मीटर प्रति सेकेंड की होगी...इसी स्पीड पर उसे 7.4 किलोमीटर की ऊंचाई तक उतारा जाएगा.
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