इजरायल के हमले के बाद यमन में सुप्रीम पॉलिटिकल काउंसिल के मोहम्मद अली अल-हूती ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ''इसके जवाब में कई घातक हमले किए जाएंगे।''
यूनाइटेड नेशन की शीर्ष अदालत ने इजराइल को लेकर बड़ी बात कही है। अदालत ने कहा है कि फलस्तीनी कब्जे वाले क्षेत्रों में इजराइल की मौजूदगी गैरकानूनी है, इसे समाप्त किया जाना चाहिए।
इजरायल की राजधानी तेल अवीव में भीषण कार बम विस्फोट होने से हड़कंप मच गया है। धमाके के बाद आपातकालीन सेवाएं मौके पर हैं। घटनास्थल पर ऊंचा धुआं उठता दिखाई दे रहा है। यह विस्फोट अमेरिकी वाणिज्य दूतावास समेत अन्य देशों के दूतावासों के पास हुआ है। हमले में 1 व्यक्ति की मौत हो गई है और 10 लोग घायल हुए हैं।
भारत ने फलीस्तीन समस्या के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन किया है। भारत ने फिर कहा है कि वार्ता के माध्यम से समस्या को हल किया जाना चाहिए।
इजराइल ने हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ को निशाना बनाने के मकसद से दक्षिणी गाजा पट्टी में भीषण हमला किया है। इस हमले में कम 90 लोग मारे गए हैं। मोहम्मद दीफ इजराइल में हमले का मुख्य साजिशकर्ता था।
इजराइल और हमास के बीच छिड़ी जंग के दौरान अर्जेंटीना ने हमास के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। अर्जेंटीना ने हमास को आतंकी संगठन घोषित कर दिया है।
इजराइल और हमास के बीच हो रही जंग के दौरान गाजा में हालात बदतर हो गए हैं। गाजा में 70 से अधिक फलस्तीनी मारे गए हैं। फलिस्तीनियों की मौत पर हमास ने इजराइल पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है। मौजूदा समय में जंग थमने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। इस बीच जराइली सेना ने शहर में पर्चे गिराए हैं और लोगों से गाजा सिटी खाली कर देने की बात कही है।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। इस बीच गाजा में जंग शुरू होने के 9 महीने पूरे होने पर इजराइल में प्रदर्शनकारियों ने जोरदार प्रदर्शन किया।
इजराइल पर बड़ा हमला हुआ है। हमला आतंकवादी संगठन हिजबुल्ला ने किया है। हिजबुल्ला ने इजराइल पर 200 से अधिक रॉकेट दागे हैं।
इजराइल की सेना ने हमास के कमांडर मोहम्मद डेफ की एक नई तस्वीर जारी की है। बता दें कि इजराइल मोहम्मद डेफ और याह्या सिनवार को 7 अक्टूबर 2023 को देश में हुए नरसंहार के लिए जिम्मेदार मानता है।
पिछले कुछ घंटों में सेना ने झड़पों में कई को मार गिराया और इजरायली सैनिकों को क्षेत्र में एक स्कूल परिसर के अंदर एक हथियार डिपो मिला है।
एक तरफ जहां इजराइल हमास के साथ जंग लड़ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ देश में अंदरूनी हालात भी बिगड़ रहे हैं। इजराइल में बड़ी संख्या में लोग सड़क पर उतर आए हैं। ये लोग सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध कर रहे हैं।
इजराइल और हमास के बीच छिड़ी जंग से सबसे ज्यादा प्रभावित बच्चे हुए हैं। गाजा में हालत भयावह हैं और इलाज के लिए अस्पताल तक नहीं बचे हैं। अब पहली बार ऐसा हुआ है जब 68 बच्चों को इलाज के लिए मिस्र और अन्य देशों में भेजा गया है।
ईरान समर्थित हजारों लड़ाकों ने इजरायल के खिलाफ सीधे युद्ध लड़ाने का बिगुल बजा दिया है। इसके लिए उन्होंने लेबनान के हिजबुल्ला आतंकवादी संगठन में शामिल होने की इच्छा जताई है। ये लड़ाके लेबनान जाकर इजरायल के खिलाफ युद्ध लड़ने को बेताब हैं।
इजरायल में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है। राजधानी तेलअवीव की सड़कों पर सरकार विरोधी प्रदर्शन में हजारों लोगों ने हिस्सा लिया।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने 'वार कैबिनेट' भंग कर दिया है। सांसद बेनी गैंट्ज की ओर से सरकार छोड़ने के बाद नेतन्या ने यह फैसला लिया है।
अमेरिका इस बात को लेकर आश्वस्त दिख रहा है कि इजराइल और हमास के बीच जंग थम सकती है। इसी क्रम में अमेरिका ने इजराइल से जंग के बाद की योजनाओं को लागू करने का आग्रह किया है।
इजराइल और हमास के बीच जंग रोकने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अब जंग कब और कैसे खत्म होगी यह हमास के रुख पर निर्भर करता है।
पूर्व सेना कमांडर और रक्षा मंत्री गैंट्ज़ को नेतन्याहू का सबसे दुर्जेय राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी माना जाता है। मगर 7 अक्टूबर को इज़रायल पर हमास के हमले के तुरंत बाद वह सरकार के साथ एकता दिखाते हुए उसमें शामिल हो गए थे। उन्होंने कहा था कि वह राष्ट्रीय हित में राजनीतिक विचारों को अलग रख रहे हैं।
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