इजरायल की सेना हिजबुल्लाह के ठिकानों को निशाना बना रही है। बेरूत और उसके आसपास इजरायल ने घातक हवाई हमले किए हैं। इजरायल की ओर से किए गए इन हवाई हमलों में 12 से अधिक लोगों की मौत हो गई है।
हिजबुल्लाह ने इजरायल पर रॉकेट दागे हैं। इजरायल की सेना ने कहा कि रॉकेट को एयर डिफेंस सिस्टम ने हवा में नष्ट कर दिया, किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।
इजरायल ने दावा किया है कि बेरूत में उसे हिजबुल्लाह का गुप्त खजाना मिला है। ये खजाना एक अस्पताल के नीचे था, जहां डॉलर और सोना देखकर आंखें फटी रह जाएंगी। देखें वीडियो
इजरायल लेबनान में लगातार हिजबुल्लाह के ठिकानों को निशाना बना रहा है। इस बीच एक हमले में लेबनान के तीन सौनिकों की मौत हो गई। लेबनानी सैनिकों की मौत पर इजरायल ने खेद जताया है।
इजरायल की सेना ने गाजा में एक बार फिर घातक हमले किए हैं। इजरायल की तरफ से किए गए इन हमलों में भारी तबाही हुई है। हमले में 87 लोग मारे गए या लापता हो गए हैं।
इजरायली हमले में 17 अक्टूबर को मारा गया हमास चीफ याह्या सिनवार और उसका परिवार विलासिता का जीवन जी रहा था। इस बात का खुलासा 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमले से पहले सुरंग में जाते याह्या सिनवार का वीडियो मिलने के बाद हुआ है। जिसमें उसकी पत्नी के हाथ में 27 लाख की कीमत वाला पर्स है।
इजरायल पर 7 अक्टूबर को हमला करने से पहले ही हमास चीफ याह्या सिनवार को अपना अंजाम पता चल चुका था। उसे इस बाद का अंदेशा हो चुका था कि इजरायली सेना उसको मार डालेगी। लिहाजा इजरायल पर 7 अक्टूबर को हमला होने से कुछ घंटे पहले ही वह सुरंग में छिप गया था।
इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के आवास पर ड्रोन से हमला किया गया, इसपर इजरायल के विदेश मंत्री ने ईरान पर आरोप लगाया और लिखा-झूठ मत बोलो, आपका झूठ काम नहीं आएगा।
ईरान ने सद्दाम हुसैन के अमेरिकी सैनिकों द्वारा पकड़े जाने से सिनवार के अंतिम पलों की तुलना करते हुए सद्दाम को ‘डरपोक’ और सिनवार को ‘बहादुर’ की तरह पेश किया।
हमास चीफ याह्या सिनवार की मौत के 72 घंटे बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के आवास पर ड्रोन हमला किए जाने की सनसनीखेज खबर सामने आ रही है। इजराइल सरकार ने बताया कि प्रधानमंत्री के आवास की ओर शनिवार को एक ड्रोन से वार किया गया। हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ।
इजरायली सेना का कहना है कि उसे गांवों में घरों और इमारतों के भीतर हथियार मिले हैं। हिजबुल्लाह ने लेबनान के कई इलाकों में सुरंगें बनाई हैं। इसलिए उन सुरंगों को नष्ट किया जा रहा है। जहां हिजबुल्लाह लड़ाकों से भीषण जंग चल रही है।
हमास चीफ याह्या सिनवार की मौत के बाद इजरायली सेना ने गाजा पर अपने हमलों को तेज कर दिया है। गाजा के सबसे बड़े शरणार्थी शिविर जबालिया में बीते 24 घंटे में 93 लोगों की इजरायली हमले में मौत हुई है।
दोनों देशों के बीच काउंसिल का गठन किया गया है जो नियमित रूप से मीटिंग रहे हैं और हर क्षेत्र की प्रगति पर नजर रखते हैं। क्या कदम उठाए गए हैं और और क्या कदम उठाए जाने की आवश्यकता है
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि उन्हें पता है कि इजरायल कब ईरान पर जवाबी हमला करेगा। यह हमला कैसे होगा, इस बारे में भी उनको पूरी जानकारी है, लेकिन वह इसको साझा नहीं करेंगे।
गाजा में इजरायल के हाथों मारे जाने के बाद भी याह्या सिनवार के संगठन हमास ने हौसला नहीं तोड़ा है। हमास ने आखिरी दम तक इजरायली सैनिकों से लड़ने का ऐलान किया है। हमास ने कहा कि वह इजरायली बंधकों को युद्ध विराम से पहले रिहा नहीं करेगा।
हमास चीफ याह्या सिनवार की मौत के बाद उत्तरी गाजा के जबालिया क्षेत्र में इजरायली सेना ने अपने जमीनी अभियान को और तेज कर दिया है। शुक्रवार को इजरायल ने सैनिकों की एक और टुकड़ी भेजी है। जबालिया वासियों का कहना है कि इजरायली टैंक बमबारी करते हुए आगे बढ़ रहे हैं।
हमास ने याह्या सिनवार की हत्या के इजरायली दावे के 24 घंटे बाद अब मान लिया है कि उसका नेता इजरायली सेना के हमले में मारा गया है। हमास के एक अधिकारी ने अब याह्या सिनवार के आईडीएफ के हमले में मारे जाने की आधिकारिक पुष्टि कर दी है।
इजरायल पर 7 अक्टूबर के नरसंहार का मुख्य साजिशकर्ता याह्या सिनवार इजरायली सेना की फांस में अचानक ही फंस गया था। उसके लिए इजरायली सेना ने कोई लक्षित अभियान या ऑपरेशन नहीं चलाया था। घायल अवस्था में उसने ड्रोन को छड़ी से भी मारकर बचने का प्रयास किया था।
युद्ध में जल रहे मध्य-पूर्व और यूरोप में भारत मानवता का सबसे बड़ा मददगार बनकर उभरा है। भारत हमेशा से शांति के जरिये समाधान की वकालत करता रहा है। साथ ही युद्धग्रस्त देशों को लगातार चिकित्सा, भोजन समेत अन्य राहत सामग्री भेज रहा है। इस बार लेबनान को 33 टन राहत सामग्री भारत ने भेजी है।
इजरायल ने गाजा में हमास के चीफ याह्या सिनवार के मारे जाने की पुष्टि की है। सिनवार के मारे जाने के बाद उसकी पहचान कैसे हुई यह जानना भी रोचक है। इजरायल की सेना ने इस बारे में जानकारी दी है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़