यह वही शहर है जिसकी आबादी युद्ध से पहले 14,000 से अधिक थी। मगर अब तबाह हो गया है। सोवियत काल की बनी इमारतें यहां नष्ट और खंडहर हो गई हैं। मोस्कोवस्की कोम्सोमोलेट्स अखबार ने कहा कि यह यूक्रेनी सेना ती 72वीं मैकेनाइज्ड ब्रिगेड की आखिरी प्रशिद्ध प्रतिरोध इकाई है, जिसने मंगलवार देर रात शहर छोड़ दिया।
इजरायल पर ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल हमले के जवाब में अगर नेतन्याहू की सेना तेहरान के न्यूक्लियर साइट को निशाना बनाती है तो अमेरिका साथ नहीं देगा। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने साफ तौर पर कह दिया है कि वह इस मामले में इजरायल का समर्थन नहीं करेगा।
इस वक्त पूरी दुनिया की निगाहें ईरान-इजरायल की तरफ टिकीं हैं.....क्योंकि इजरायल पर ईरानी अटैक के बाद अब पूरे मिडिल ईस्ट में युद्ध भड़क सकता है..... इजरायल ईरान पर अटैक की तैयारी कर रहा है....ईरान ने कल रात इजरायल पर बैलेस्टिक मिसाइल्स से हमला किया..
इजरायली हमले में हिज्बुल्लाह चीफ नसरूल्लाह की मौत के बाद माना जा रहा था...ऐसा दिन कभी आ सकता है....लेकिन इतनी जल्दी आएगा...ईरान सीधे जंग में कूद जाएगा....दुनिया को इसका कम अंदेशा था....अगर इजरायल के पास आयरन डोम ना होता....तो आज तस्वीर कुछ और होती अब इजरायल आगे क्या करने वाला है?
जीटीआरआई के संस्थापक अजय श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘इजराइल के निर्यात में 63.5 प्रतिशत की भारी गिरावट आई है। इसके असर से जॉर्डन में 38.5 प्रतिशत की गिरावट देखी गई और लेबनान में 6.8 प्रतिशत की कमी आई है।’’
ईरान के सुप्रीम लीडर को पहले ही पता चल चुका था कि हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह जल्द मारा जाने वाला है। खामेनेई चाहते थे कि वह लेबनान छोड़कर ईरान आ जाए, लेकिन नसरल्लाह ने देर कर दी और इजरायली सेना के हाथों मारा गया।
गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि खान यूनिस में बुधवार सुबह शुरू हुए अभियान में कम से कम 51 लोग मारे गए और 82 घायल हो गए। ‘यूरोपियन हॉस्पिटल’ के रिकॉर्ड से पता चलता है कि मरने वालों में सात महिलाएं और 12 बच्चे शामिल हैं। स्थानीय अस्पतालों के अनुसार गाजा में अलग-अलग हमलों में दो बच्चों समेत 23 अन्य लोग मारे गए।
India Tv Fact Check: बेंजामिन नेतन्याहू का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि वह ईरानी हमले के बीच भागकर बंकर में जा रहे हैं। हालांकि, फैक्ट चेक में ये दावा गलत साबित हुआ है।
दक्षिणी लेबनान में जमीनी अभियान चला रही इजरायली सेना को हिजबुल्लाह के साथ जंग में भारी नुकसान होने की खबर सामने आ रही है। इस लड़ाई में इजरायल का एक कमांडर ढेर हो गया है। साथ ही 8 अन्य सैनिक भी मारे गए हैं।
ईरान के हमले में इजरायल में कितनी मौतें हुई या क्या-क्या नुकसान हुआ, इस पर अभी तक इजरायल का कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया था। मगर अब इजरायली विदेश मंत्रालय ने पहली बार ईरान के हमले से हुए नुकसान को लेकर अपना आधिकारिक बयान जारी किया है।
इजरायली सेना ने दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के क्वॉर्टर समेत उसके 150 से ज्यादा ठिकानों को ध्वस्त करने का दावा किया है। इसमें रॉकेट लांचर, युद्ध भारण और सैन्य केंद्र भी शामिल हैं।
इजरायल-ईरान युद्ध के बाद ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई ने पश्चिमी एशिया में युद्ध और संघर्ष के हालात पैदा करने के लिए अमेरका और यूरोपीय देशों को दोषी माना है। खामेनेई का कहना है कि अगर ये दोनों पक्ष रास्ते से हट जाएं तो पश्चिम एशिया में युद्ध व संघर्ष समाप्त हो सकता है।
ईरान ने इजरायल पर भारी हमला किया है। इस कारण जंग के आसार बढ़ गए हैं। ऐसे में भारत की राजधानी नई दिल्ली में स्थित इजरायली दूतावास की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
इजरायल के यहूदी आज अपना नया वर्ष मना रहे हैं। नए वर्ष से एक दिन पहले ही 1 अक्टूबर की रात ईरान ने इजरायल पर ताबड़तोड़ मिसाइलों की बरसात कर दी। इसके बाद अब इजरायल और ईरान युद्ध में चले गए हैं। पीएम मोदी ने इस बीच इजरायली पीएम नेतन्याहू, इजरायली लोगों और दुनिया भर के यहूदियों को बधाई दी है।
इजरायल की सेना ने दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर जमीनी हमले शुरू कर दिए हैं। इस बीच इजरायल की सेना ने 24 गांवों में रहने वाले लोगों को गांव खाली करने की चेतावनी दी है।
ईरान और इजराइल की दूरी करीब 2100 किमी है और ईरान से इजराइल तक पहुंचने में दो देश इराक और जॉर्डन को पार करना होता है। ऐसे में ये चर्चाएं तेज हो गई हैं कि ईरान की मिसाइल क्षमता कितनी उन्नत और आधुनिक है। ईरान ने दावा किया है कि उसकी 90 फीसदी मिसाइलें इजरायल में अपने सही ठिकानों पर गिरी हैं।
मिडिल ईस्ट फिर से गहरी अशंति की ओर जा रहा है। इजरायल पर ईरान के मिसाइल अटैक ने इस बात का संकेत दे दिया। एक अक्टूबर को ईरान ने इजरायल पर मिसाइलों की बौछार कर दी।
ईरान ने इजरायल पर मिसाइलों की बौछार कर दी है। इस अटैक में इजरायल के कई इलाकों समेत मिलिट्री बेस को टारगेट किया गया था। इजरायल ने कहा है कि ईरान ने बड़ी गलती कर दी है।
1. मिडिल ईस्ट में भीषण जंग की हुई शुरुआत... ईरान ने इज़रायल पर दागे 200 से ज़्यादा बैलेस्टिक मिसाइल्स 2. ईरान के हमले के बाद इज़रायल के सभी शहरों में गूंज उठे सायरन... लोगों से बंकरों में जाने की अपील की गयी
डेनमार्क में इजरायली दूतावास के पास दो धमाके हुए हैं। डेनमार्क पुलिस ने धमाकों की जांच शुरू कर दी है। धमाकों में किसी के घायल होने की खबर नहीं है।
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