ईरान ने इजराइल के हमलों से बचने के लिए अपने एयर डिफेंस को एक्टिव कर दिया है। इस बीच इजराइली सेना पूरी तर से चुप है और उसने ईरान पर हुए हमले को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की है।
इजराइल ने ईरान पर पलटवार कर दिया है। ईरान की तरफ से किए गए हमलों के बाद इजराइल ने यह कार्रवाई की है। इस्फहान एयरपोर्ट के पास धमकों की आवाज सुनी गई हैं जिसके बाद ईरान ने पश्चिमी हिस्से में अपने एयरस्पेस को आवाजाही के लिए बंद कर दिया है।
इजराइल ने ईरान पर पर अटैक कर दिया। इजराइल ने यह कदम ईरान की तरफ से किए गए हमलों के बाद उठाया है। इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था कि उनका देश तय करेगा कि उसे क्या करना है।
भारतीय विदेश मंत्रालय के अथक प्रयास के बाद ईरान द्वारा जब्त इजरायली जहाज में सवार 17 भारतीय सदस्यों में से एक महिला की स्वदेश वापसी हो गई है। मालवाहक पोत एमएससी एरीज पर सवार भारतीय चालक दल में शामिल केरल के त्रिशूर की रहने वाली महिला कैडेट ऐन टेस्सा जोसफ को रिहा करा लिया गया है। वह कोचीन पहुंच गई हैं।
इजरायल ने ईरान पर हमले की तैयारी पूरी कर ली है। मगर आखिरी बार पूरी दुनिया को आगाह किया है। इजरायल ने एक्स पर एक पोस्ट के जरिये कहा है कि ईरान को रोकें, इससे पहले कि कहीं देर हो जाए। जाहिर है कि इजरायल ईरान से हमले का बदला लेना चाहता है। मगर वह इसके लिए ईरान पर चुप्पी साधने वाले देशों को भी जिम्मेदार ठहराना चाहता है।
इजराइल ईरान पर हमला करेगा या नहीं इस सवाल का जवाब फिलहाल किसी के पास नहीं है। लेकिन प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जो कहा है उससे साफ है कि इजराइल चुप बैठने वाला नहीं है।
ईरान के हमले का जवाब देने के लिए इजरायल जबरदस्त पलटवार की तैयारी कर रहा है। इजरायल अपने ऊपर हुए हमले के प्रतिशोध में ईरान पर ऐतिहासिक और भीषण हमला करने का प्लान बना रहा है। ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड कैमरन ने भी इजरायल के प्लान का उल्लेख किया है। हालांकि उन्होंने संयम बरतने की भी अपील की है।
पाकिस्तान और ईरान के बीच बीते दिनों तनाव चरम पर पहुंच गया था। अब ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी पाकिस्तान की यात्रा करने वाले हैं। इजराइल से तनाव के बीच रईसी की इस यात्रा को खासा अहम माना जा रहा है।
ईरान को सबक सिखाने के लिए अमेरिका को एक मौके की तलाश थी। अमेरिका को यह मौका तब मिला जब ईरान ने सीधे इजराइल पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया। अब अमेरिका ने ईरान को सबक सिखाने की ठान ली है।
इजराइल पर ईरान की तरफ से किए गए हमलों के बाद अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने अपना भारत दौरा स्थगित कर दिया है। फिलहाल पश्चिम एशिया में बने हालात पर अमेरिका की पैनी नजर है।
मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ता जा रहा है, जहां इजरायल ने कहा है कि सही समय पर ईरान को जवाब देंगे। अब ईरान ने कहा है कि अगर इजरायल एयरस्ट्राइक का जवाब देता है तो हम भी चुप नहीं बैठेंगे।
ईरान ने एक जहाज पर कब्जा किया है जिसमें चालक दल के 17 भारतीय सदस्य भी मौजूद हैं। इस मसले पर भारत ने ईरान से बात की है जिसे लेकर ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने बड़ी बात कही है।
इजराइल पर ईरान की तरफ से किए गए हमलों के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन एक्शन मोड में आ गए हैं। ब्लिंकन ने सऊदी अरब समेत कई देशों के नेताओं से बातचीत की है।
ईरान की तरफ से इजराइल पर किए गए हमलों को नाकाम करने में अमेरिका ने भी बड़ी भूमिका निभाई है। अमेरिका ने ईरान की मिसाइलों और ड्रोन्स को हवा में ही नष्ट कर दिया है।
बदले की आग में जल रहे ईरान ने इजराइल पर हमला कर दिया है। ईरान के इस कदम ने दुनियाभर के नेताओं की चिंता बढ़ा दी है। ईरान के हमलें को लेकर G7 देशों की प्रतिक्रिया भी सामने आई है।
ईरान ने इजरायल पर 300 से अधिक घातक ड्रोन और विध्वंसक मिसाइलों से हमला किया, लेकिन इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आइडीएफ) के एरो डिफेंस तकनीकि ने उनमें से 99 फीसद को हवा में ही ढेर कर दिया। इससे ईरान के साथ दुनिया के बाकी देश भी हैरान हैं।
इजरायल ने ईरान से आज तड़के अपने देश पर हुए हमले के बदले का ऐलान कर दिया है। बता दें कि ईरान ने इजरायल पर भीषण ड्रोन और मिसाइल अटैक आज किया, लेकिन इस दौरान 99 ईरानी ड्रोन हमले को आइडीएफ ने विफल कर दिया।
इजरायल ने ईरान को बदले की कार्रवाई का संकेत दे दिया है। एक पोस्ट में इजरायल ने लिखा है कि वह बदला लेगा। इजरायल ने यह भी स्पष्ट किया है कि उसकी लड़ाई ईरान से है, उसके देश के लोगों से नहीं।
इजरायल पर ईरान के हमले ने दोनों देशों के बीच युद्ध की आशंका को बहुत बढ़ा दिया है। इससे पूरे मध्य-पूर्व एशिया में जंग छिड़ने का खतरा भी बढ़ गया है। ऐसे में संयुक्त राष्ट्र ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील करते हुए कहा है कि दुनिया अब एक और युद्ध बर्दाश्त नहीं कर सकती।
इजरायल पर ईरान के हमले ने तीसरे विश्व युद्ध का खतरा और बढ़ा दिया है। अब इसमें मध्य-पूर्व के अलावा यूरोप और एशिया के कई देशों की प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष एंट्री की आशंका है। ईरान के साथ ही सीरिया, लेबनान और इराक के ईरानी हमदर्दों ने भी इजरायल के सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला कर दिया है। ऐसे में इजरायल पलटवार जरूर करेगा।
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