ईरान के सुप्रीम लीडर को पहले ही पता चल चुका था कि हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह जल्द मारा जाने वाला है। खामेनेई चाहते थे कि वह लेबनान छोड़कर ईरान आ जाए, लेकिन नसरल्लाह ने देर कर दी और इजरायली सेना के हाथों मारा गया।
गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि खान यूनिस में बुधवार सुबह शुरू हुए अभियान में कम से कम 51 लोग मारे गए और 82 घायल हो गए। ‘यूरोपियन हॉस्पिटल’ के रिकॉर्ड से पता चलता है कि मरने वालों में सात महिलाएं और 12 बच्चे शामिल हैं। स्थानीय अस्पतालों के अनुसार गाजा में अलग-अलग हमलों में दो बच्चों समेत 23 अन्य लोग मारे गए।
India Tv Fact Check: बेंजामिन नेतन्याहू का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि वह ईरानी हमले के बीच भागकर बंकर में जा रहे हैं। हालांकि, फैक्ट चेक में ये दावा गलत साबित हुआ है।
ईरान के हमले में इजरायल में कितनी मौतें हुई या क्या-क्या नुकसान हुआ, इस पर अभी तक इजरायल का कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया था। मगर अब इजरायली विदेश मंत्रालय ने पहली बार ईरान के हमले से हुए नुकसान को लेकर अपना आधिकारिक बयान जारी किया है।
इजरायल-ईरान युद्ध के बाद ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई ने पश्चिमी एशिया में युद्ध और संघर्ष के हालात पैदा करने के लिए अमेरका और यूरोपीय देशों को दोषी माना है। खामेनेई का कहना है कि अगर ये दोनों पक्ष रास्ते से हट जाएं तो पश्चिम एशिया में युद्ध व संघर्ष समाप्त हो सकता है।
ईरान ने इजरायल पर भारी हमला किया है। इस कारण जंग के आसार बढ़ गए हैं। ऐसे में भारत की राजधानी नई दिल्ली में स्थित इजरायली दूतावास की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
इजरायल के यहूदी आज अपना नया वर्ष मना रहे हैं। नए वर्ष से एक दिन पहले ही 1 अक्टूबर की रात ईरान ने इजरायल पर ताबड़तोड़ मिसाइलों की बरसात कर दी। इसके बाद अब इजरायल और ईरान युद्ध में चले गए हैं। पीएम मोदी ने इस बीच इजरायली पीएम नेतन्याहू, इजरायली लोगों और दुनिया भर के यहूदियों को बधाई दी है।
ईरान ने इजरायल पर मिसाइलों की बौछार कर दी है। इस अटैक में इजरायल के कई इलाकों समेत मिलिट्री बेस को टारगेट किया गया था। इजरायल ने कहा है कि ईरान ने बड़ी गलती कर दी है।
1. मिडिल ईस्ट में भीषण जंग की हुई शुरुआत... ईरान ने इज़रायल पर दागे 200 से ज़्यादा बैलेस्टिक मिसाइल्स 2. ईरान के हमले के बाद इज़रायल के सभी शहरों में गूंज उठे सायरन... लोगों से बंकरों में जाने की अपील की गयी
एक तरफ जहां ईरान ने इजरायल पर मिसाइल अटैक किया है तो वहीं इजरायल ने हिजबुल्लाह के ठिकानों पर एक बार फिर भीषण बमबारी की है। हवाई हमले बेरूत के दक्षिणी इलाकों में किए गए हैं।
ईरान और इजरायल के बीच जंग के पूरे आसार नजर आ रहे हैं। इजरायल पर ईरान की ओर से मिलाइलें दागी गई हैं। इजराइल पर हमले के बाद अब ईरान ने कहा है कि वह आगे उकसावे की कार्रवाई नहीं करेगा।
ईरान ने इजरायल पर भीषण हमला किया है। ईरान की ओर से इजरायल पर किए गए मिसाइल हमलों के बाद दुनियाभर से प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है। अमेरिका ने इस पूरे मामले पर सख्त रुख अपनाया है।
ईरान ने इजरायल पर मिसाइलें दागी हैं जिसके बाद मध्य पूर्व में तनाव चरम पर पहुंच गया है। ईरान ने कहा कि उसकी अधिकतर मिसाइलों ने अपने निशानों पर सटीक प्रहार किया है। ईरान को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने चेतावनी दी है।
ईरान ने इजरायल पर सैंकड़ों मिसाइलें दागी हैं। ऐसे में इराक, जॉर्डन और इजरायल ने एयरस्पेस बंद कर दिए हैं। उड़ानें डायवर्ट की जा रही हैं।
ईरान ने इजरायल पर मिसाइलों से हमला करना शुरू कर दिया है। इसी हमले के बीच तेल अवीव में स्थित भारतीय दूतावास ने इजरायल में रह रहे भारतीयों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है।
मध्य पूर्व एशिया में एक और जंग शुरू हो गई है। ईरान ने इजरायल के ऊपर मिसाइलों की बरसात कर दी है। ईरान ने 200 से भी ज्यादा मिसाइलों से हमला किया है। इस हमले के वीडियो भी सामने आए हैं।
इजरायल के सबसे प्रमुख शहर माने जाने वाले तेल अवीव में कम से कम 10 लोगों को गोली मारी गई है। अब तक इनमें से 8 लोगों की मौत की खबर है। इस कारण मध्य पूर्व में तनाव और ज्यादा बढ़ गया है।
ईरान ने इजरायल पर मिसाइल से हमला शुरू कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, ईरान ने इजरायल की ओर 200 से भी ज्यादा मिसाइलें लॉन्च की हैं। माना जा रहा है कि इजरायल इसका तगड़ा जवाब दे सकता है।
इजरायल और ईरान में युद्ध की घड़ी नजदीक आने से पहले अमेरिका के 12 एफ-22 रैप्टर मध्य-पूर्व की ओर रवाना हो गए हैं। वह तेजी से मध्य-पूर्व के आसमान में उड़ान भर रहे हैं। इन फाइटर विमानों को देख ईरान से लेकर इस्लामिक देशों में खलबली मच गई है। अमेरिका ने इन विमानों को इजरायल की रक्षा के लिए भेजा है।
हमास चीफ इस्माइल हानिया उर्फ इस्माइल हनिये की तेहरान में हत्या के बाद इजरायल-ईरान में युद्ध का खतरा बढ़ गया है। ऐसे में इजरायल की रक्षा करने के लिए अमेरिका ने पूरे पश्चिम एशिया में लड़ाकू विमानों और युद्धपोतों का बड़ा दस्ता भेज दिया है। इससे ईरान समेत अन्य देश भी टेंशन में आ गए हैं।
संपादक की पसंद