गाजा के रफाह में इजरायली हमले को लेकर अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को बड़ा आदेश दिया है। अदालत ने रफाह में फिलिस्तीनियों के जीवन को संकट में डालने वाले सैन्य अभियान को तुरंत रोकने के लिए इजरायल को निर्देशित किया है।
इजराइली सेना ने तीन और बंधकों के शव बरामद कर लिए हैं। सेना का कहना है कि अब भी करीब 100 लोगों को बंधक बनाकर रखा गया है।
इजरायली सेना ने हमास के खात्मे के लिए अब रफाह शहर के अंदर तक घुस गई है। बुधवार की पूरी रात इजरायली सेना बमबारी और गोलीबारी करती हुई शहर के अंदर तक टैंकों की गर्जना के साथ पहुंच गई। इस दौरान तमाम इमारतें ध्वस्त हो गई। हालांकि इस दौरान कितने लोग मारे गए, इस बारे में जानकारी सामने नहीं आ सकी है।
आतंकियों के खिलाफ इजराइल एक्शन मोड में है। वेस्ट बैंक में इजराइल ने आतंकी ठिकाने को निशाना बनाया है। इजराइल की इस सैन्य कार्रवाई में कम से कम सात फलस्तीनी मारे गए हैं।
इजराइल और हमास के बीच जंग के हालात में इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट एक्शन मोड में नजर आ रहा है। प्रधानमंत्री बेंजमिन नेतन्याहू सहित इजराइल के दो नेताओं और हमास के तीन नेताओं के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट की घोषणा की गई है।
इजरायली सेना ने मध्य गाजा में ताकतवर हवाई हमला किया है। इसमें 20 लोगों के मारे जाने की खबर है। मरने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। यह हमला ऐसे वक्त में हुआ है, जब गाजा पर सरकार की पॉलिसी को लेकर आपस में ही मतभेद उभर आए हैं।
इजराइल ने ड्रोन से किए गए हवाई हमले में हमास के एक सदस्य को मार गिराया है जबकि 2 अन्य घायल हो गए हैं। ड्रोन ने रशाया शहर में एक कार का पीछा किया था और 2 मिसाइलें दागीं जिससे हमास सदस्य की मौत हो गई।
गाजा में इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है। इस बीच गाजा में नरसंहार के आरोप का जवाब इजराइल ने इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में दिया है।
लेबनान में इजराइल की तरफ से किए गए हमलों का जवाब हिजबुल्लाह ने दिया है। हिजबुल्लाह की ओर से कहा गया है कि उसने लेबनान के पूर्वी हिस्से में इजराइली बमबारी के जवाब में रॉकेट दागे हैं।
भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हुए कर्नल वैभव की संयुक्त राष्ट्र मिशन की ओर से गाजा में ड्यूटी करते वक्त मौत हो जाने पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी गहरा दुख जाहिर किया है। इससे पहले संयुक्त राष्ट्र ने भी इसके लिए शोक व्यक्त करने के साथ ही भारत से माफी मांगी थी।
गाजा में संयुक्त राष्ट्र के मिशन के लिए काम कर रहे भारतीय सेना के एक पूर्व कर्नल की पिछले दिनों इजरायली हमले में मौत हो गई है। संयुक्त राष्ट्र ने इसके लिए भारत से माफी भी मांगी है। साथ ही अधिकारी की मौत पर गहरा शोक जताया है।
गाजा युद्ध मामले में जो बाइडेन ने अपने पूर्व फैसले से पलटी मार दी है। इजरायली सेना को रफाह पर हमले करने पर हथियारों की सप्लाई बंद करने की धमकी देने वाले बाइडेन प्रशासन ने अब 1 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक कीमत के हथियार तेल अवीव भेजन का फैसला लिया है।
हिजबुल्ला ने इजरायल पर एक बार फिर मिसाइलें दागी हैं और उसके हमले में एक इजरायली नागरिक की मौत हो गई है। इजरायल की सेना ने एक बयान में यह भी बताया है कि हिजबुल्ला के हमले में उसके 5 सैनिक घायल हुए हैं।
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, गाजा के रफह शहर में हमले की चपेट में आने से संयुक्त राष्ट्र के लिए काम करने वाले एक भारतीय कर्मी की मौत हो गई।
रफाह के अंदर, डब्ल्यूएफपी के साथ साझेदारी करने वाले केवल दो संगठन अभी भी सामग्री वितरित कर पा रहे हैं और शहर में कोई बेकरी संचालित नहीं हो रही है। उन्होंने कहा, "इलाका छोड़ने के आदेशों, विस्थापन और खाद्य सामग्री की कमी के कारण ज्यादातर रसद वितरण रुक गया है। स्थिति लगातार अस्थिर होती जा रही है।
इजराइल ने रफह शहर को हमास का अंतिम गढ़ बताया है। इजराइल की तरफ से यह भी कहा गया है कि सैन्य कार्रवाई जारी रहेगी। रफह से लोगों का पलायन जारी है।
इजराइल हमास को पूरी तरह से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध नजर आ रहा है। रफह शहर पर इजराइल कभी भी हमला कर सकता है। इजराइल ने अब इसे लेकर नया आदेश भी जारी किया है।
अमेरिका ने आशंका जताई है कि इजराइल ने गाजा में अंतरराष्ट्रीय कनूनों का उल्लंघन कर उसके हथियारों का इस्तेमाल किया है। अमेरिका के इस रुख से साफ है कि दोनों देशों के बीच फिलहाल संबंध सामान्य नहीं हैं।
रफह शहर पर इजराइल सेना की ओर से भीषण हमला किया जा सकता है। इस हमले के डर से लोग रफह शहर छोड़ने को मजबूर हैं। शहर में भोजन और ईंधन की सप्लाई भी बाधित है।
इजरायल ने अमेरिका के अनुरोध को ठुकराते हुए गाजा के दक्षिणी रफाह शहर पर भीषण हमला कर दिया है। इसमें कम से कम 12 लोगों के मारे जाने की खबर है। मरने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। यह हमला ऐसे वक्त में हुआ है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रफाह पर हमला करने पर हथियार आपूर्ति नहीं करने की चेतावनी दी थी।
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