इजराइल और हमास के बीच हो रही जंग के दौरान गाजा में हालात बदतर हो गए हैं। गाजा में 70 से अधिक फलस्तीनी मारे गए हैं। फलिस्तीनियों की मौत पर हमास ने इजराइल पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
हमास आतंकियों द्वारा 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर किए गए हमले को लेकर इजरायली सेना का एक बड़ा बयान सामने आया है। इजरायली सेना ने कहा है कि उस दिन हुए हमले के दौरान मारे गए बंधक इजरायली गोलीबारी में नहीं मरे थे। यानि इन्हें हमास के आतंकियों ने ही मारा था।
गाजा में इजरायल और हमास आतंकियों के बीच फिर से भीषण जंग छिड़ गई है। इजरायली सेना दक्षिणी गाजा के शहर में टैंकों के साथ बमबारी और गोलाबारी करते हुए घुसती जा रही है। इस बीच 29 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। वहीं हजारों लोग घर छोड़कर भागने को मजबूर हुए हैं। हमास ने कई इजरायली सैनिकों को मार डालने का दावा किया है।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। इस बीच गाजा में जंग शुरू होने के 9 महीने पूरे होने पर इजराइल में प्रदर्शनकारियों ने जोरदार प्रदर्शन किया।
अमेरिका के प्रयास से गाजा में इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम की संभावनाएं बढ़ गई हैं। हमास ने अमेरिकी प्रस्ताव को स्वीकार लिया है। इससे इजरायली बंधकों की रिहाई की उम्मीदें जाग गई हैं।
गाजा में इजरायली सेना के बमों ने फिर से आतंक मचा दिया है। इजरायली बमबारी में मध्य गाजा में संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारी और कई बच्चों समेत 6 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। वहीं फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार इजरायली हमले में गाजा में मरने वालों की कुल संख्या 38 हजार से अधिक हो चुकी है।
इजराइल की सेना ने हमास के कमांडर मोहम्मद डेफ की एक नई तस्वीर जारी की है। बता दें कि इजराइल मोहम्मद डेफ और याह्या सिनवार को 7 अक्टूबर 2023 को देश में हुए नरसंहार के लिए जिम्मेदार मानता है।
इजराइल और हमास के बीच छिड़ी जंग से सबसे ज्यादा प्रभावित बच्चे हुए हैं। गाजा में हालत भयावह हैं और इलाज के लिए अस्पताल तक नहीं बचे हैं। अब पहली बार ऐसा हुआ है जब 68 बच्चों को इलाज के लिए मिस्र और अन्य देशों में भेजा गया है।
इजरायली सेना की ओर से गाजा पर किए गए भीष हमले में गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के निदेशक की मौत हो जाने की खबर सामने आ रही है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह दावा किया है। हालांकि इजरायली सेना का कहना है कि उसका निशाना हमास का सशस्त्र कमांडर था, जो कि इस हमले में मारा गया है।
इजरायल-हमास युद्ध में अब नया मोड़ आ गया है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की ओर से ईरान समर्थित हिजबुल्ला के खिलाफ सीधी जंग के ऐलान के बाद अब इस युद्ध में तालिबान भी कूद गया है। अफगानिस्तान की ओर से 1000 से अधिक तालिबानी लड़ाके इजरायल के खिलाफ जंग में हिजबुल्ला का साथ देने रवाना हो चुके हैं।
हमास का लगभग खात्मा कर देने के बाद अब इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान समर्थित चरमपंथी संगठन हिजबुल्ला के खिलाफ फुल मोर्चा खोलने का ऐलान कर दिया है। प्रधानमंत्री के ऐलान के साथ ही इजरायली सेनाएं और टैंक भारी संख्या में हिजबुल्ला की ओर कूच कर चुके हैं। इससे लेबनान से ईरान तक खलबली मच गई है।
इजरायल हमास युद्ध के 9 महीने गुजरने को हैं। इस बीच हमास से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद की रिपोर्ट के अनुसार हमास ने उत्तरी गाजा और खान यूनिस में फिर से हमास के नए आतंकियों की फौज तैयार करना शुरू कर दिया है। 18 वर्ष के नए लड़ाकों की हमास ने भर्तियां शुरू कर दी हैं।
इजरायली सेना ने दक्षिणी गाजा के रफाह में हमास आतंकियों से आमने-सामने की लड़ाई में कम से कम 45 लोगों को मौत के घाट उतार दिया है। मारे गए लोगों में 25 फिलिस्तीनी नागरिक भी शामिल हैं। इसके बाद इजरायली सेना के टैंक शहर के अंदर तक घुस गए हैं।
दक्षिणी गाजा में लंबे समय बाद इजरायल ने युद्ध विराम की घोषणा की है। हालांकि यह अल्प विराम होगा। इजरायल ने युद्ध विराम की घोषणा ऐसे वक्त में की है, जब दक्षिणी गाजा में हमास के हमले में उसके 8 सैनिक शहीद हो गए हैं। सेना ने कहा कि मानवीय सहायता को रास्ता देने के लिए विराम किया गया है।
इजरायली हमले में पूरी तरह तबाह हो जाने के बाद भी हमास ने अभी हार नहीं मानी है। दक्षिणी गाजा में हमास के खिलाफ अभियान चला रहे इजरायली सैनिकों पर आतंकियों ने बड़ा घातक हमला किया है। हमास के इस हमले में 8 इजरायली सैनिक मारे गए हैं।
अमेरिका इस बात को लेकर आश्वस्त दिख रहा है कि इजराइल और हमास के बीच जंग थम सकती है। इसी क्रम में अमेरिका ने इजराइल से जंग के बाद की योजनाओं को लागू करने का आग्रह किया है।
इजरायली सेना ने मध्य गाजा में बेहद खतरनाक अभियान चलाते हुए हमास से हुए कई घंटों के युद्ध के बाद 4 इजरायली बंधकों को जिंदा छुड़ा लिया है। इस दौरान इजरायली सेना के हमले में 210 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। साथ ही बड़ी संख्या में हमास आतंकियों के भी मारे जाने की आशंका है।
पूर्व सेना कमांडर और रक्षा मंत्री गैंट्ज़ को नेतन्याहू का सबसे दुर्जेय राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी माना जाता है। मगर 7 अक्टूबर को इज़रायल पर हमास के हमले के तुरंत बाद वह सरकार के साथ एकता दिखाते हुए उसमें शामिल हो गए थे। उन्होंने कहा था कि वह राष्ट्रीय हित में राजनीतिक विचारों को अलग रख रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र ने गाजा में बच्चों की हत्या के लिए इजरायल के साथ ही साथ हमास को भी जिम्मेदार माना है। ऐसे में इजरायल और हमास दोनों को ही काली सूची में डालने का फैसला किया है। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटरेस ने बच्चों के खिलाफ हुए अपराध की सजा देने के लिए यह कदम उठाया है।
वाशिंगटन में अमेरिकी नागरिक अधिकार समूह एनएएसीपी ने बाइडेन प्रशासन से इजरायल को गाजा में हमलों के लिए हथियारों की आपूर्ति बंद करने की अपील की है। अमेरिका ने सुरक्षा परिषद का एक संशोधित मसौदा यूएन के सदस्य देशों को दिया है जिसमें कहा गया कि गाजा में स्थायी संघर्षविराम पर इजरायल और हमास को अवश्य राजी होना चाहिए।
संपादक की पसंद