गाजा में इजरायली हमले के बीच वायरस अटैक का केस सामने आने से हड़कंप मच गया है। गाजा में 10 वर्षीय एक बच्चे में पोलियो वायरस की पुष्टि हुई है। गाजा में 25 साल बाद इस तरह का केस सामने आया है।
इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है। बीते साल हुए आतंकी हमले के बाद से इजराइल ने गाजा में ताबड़तोड़ हमले किए हैं। इन हमलों में 40 हजार से अधिक फलस्तीनी मारे गए हैं।
गाजा पर इजरायली सेना ने एक बार फिर भीषण हवाई हमला किया है। इसमें 5 बच्चों समेत 17 लोग मारे गए हैं। हमला इतना अधिक घातक था कि मारे गए लोगों के चीथड़े उड़ गए।
अमेरिका ने इजराइल की मदद के लिए बड़ा कदम उठाया है। अमेरिका ने इजराइल को 20 अरब डॉलर के हथियारों की बिक्री को मंजूरी दे दी है। अमेरिका का कहना है कि ईरान और उसके सहयोगी हमास और हिजबुल्ला से खतरों को देखते हुए सुरक्षा को मजबूत किया गया है।
हमास चीफ इस्माइल हानिया की हत्या से ईरान कितना खफा है, इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि ईरानी विदेश मंत्री ने तेल-अवीव को एक बार फिर धमका दिया है। ईरान ने कहा कि हमास चीफ को मार कर इजरायल ने बड़ी रणनीतिक भूल की है।
इजरायली सेना ने वेस्ट बैंक में घातक हमला किया है। इसमें 15 फिलिस्तीनियों समेत 9 आतंकवादी मारे गए हैं। यह हमला गाजा के एक स्कूल पर हुआ। हमला इतना अधिक घातक था कि कई लोगों के शव क्षत-विक्षत हो गए।
इजरायली सेना ने हमास आतंकियों का सफाया करना अब भी जारी रखा है। एक संयुक्त अभियान में आईडीएफ ने एक साथ हमास के कई आतंकियों को हवाई हमले में ढेर कर दिया है। आईडीएफ ने एक वीडियो भी जारी किया है, जिसमें आतंकी जान बचाने के लिए भागते दिख रहे हैं।
इजरायल ने हमास के मिलिट्री प्रमुख डायफ को मार गिराया है। मोहम्मद डायफ इजरायल के टॉप मोस्ट वांटेड में शामिल था। आइए जानते हैं कि मोहम्मद डायफ इजरायल के लिए कितना खतरनाक था।
हमास चीफ इस्माइल हानिया के बाद अब मोसाद और सीआईए के संयुक्त बलों ने ईरानी सेना के जनरल को भी हवाई हमले में मार गिराया है। विदेशी मीडिया में यह दावा किया जा रहा है। दावे के अनुसार ईरानी सेना के ब्रिगेडियर जनरल अमीर अली हाजीज़ादेह को सीरिया के हवाई हमले में ढेर कर दिया गया है।
हमास चीफ इस्माइल हानिया की हत्या के बाद सिर्फ ईरान ही नहीं, बल्कि चीन भी भड़क उठा है। बीजिंग ने इस्माइल हनियेह उर्फ इस्माइल हानिया की हत्या का कड़ा विरोध करते हुए इजरायल को सख्त चेतावनी भी दी है।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग ने हमास आतंकी इस्माइल हानिया की हत्या के बाद इजरायल पर गंभीर मानवाधिकार उल्लंघन का आरोप लगाया है। हानिया की हत्या के बाद जारी रिपोर्ट में यूएनएचआरसी ने कहा है कि इजरायल की हिरासत में फिलिस्तीनियों को भयंकर यातना दी जा रही है।
इजरायली सेना ने बड़े पराक्रम का प्रदर्शन करते हुए हमास आतंकी इस्माइल हानिया को एक हवाई हमले में ढेर करने का दावा किया है। इससे गाजा से लेकर ईरान तक खलबली मच गई है। हानिया उर्फ हनियेह की हत्या के बाद ईरान के राष्ट्रपति का पहला आधिकारिक बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने इजरायल को सबक सिखाने की धमकी दी है।
इस्माइल हानिया हमास का पॉलिटिकल ब्यूरो का प्रमुख था। वह फलस्तीनी प्राधिकरण की दसवीं सरकार में प्रधानमंत्री के पद पर रहा था।
इजरायल और हमास के बीच जारी जंग के बीच मध्य पूर्व में तनाव का माहौल और ज्यादा बढ़ चुका है। अब तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन ने इजरायल पर सैन्य हमला करने की चेतावनी दी है। हालांकि, इजरायल ने इस धमकी का करारा जवाब दिया है।
इजरायली सेना ने कहा कि नागरिकों के लिए खतरे को कम करने के लिए हमले से पहले कई माध्यमों से सूचित किया गया था। वहीं चिकित्सकों ने कहा कि अल-ब्यूरिज शरणार्थी शिविर में एक घर पर इजरायली हवाई हमले में पहले पांच फिलिस्तीनी मारे गए थे, जबकि मिस्र की सीमा के पास राफा में एक घर पर एक अन्य हमले में चार अन्य मारे गए।
अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की ह्वाइट हाउस में इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू के साथ बड़ी बैठक होने वाली है। कमला हैरिस के सहयोगी के अनुसार इस दौरान उपराष्ट्रपति गाजा युद्ध के खात्मे को लेकर नेतन्याहू से बात करेंगी।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप ने इजरायल-हमास युद्ध को लेकर बड़ा बयान दिया है। ट्रंप ने फिलिस्तीन से कहाकि सबकुछ ठीक हो जाएगा। इससे पहले उन्होंने सत्ता में आने पर रूस-यूक्रेन युद्ध के खत्म हो जाने का दावा किया था।
गाजा में इजरायली सेना के भीषण हवाई हमले ने एक बार फिर हाहाकार मचा दिया है। विभिन्न इलाकों में ताबड़तोड़ हमले में कम से कम 57 लोग मारे गए और कई दर्जन लोग घायल हुए हैं। घायलों की सटीक संख्या का अभी अंदाजा नहीं है। हमले के बाद लोग मृतकों और घायलों को जैसे-तैसे अस्पताल और घर की ओर लेकर भागते दिखे।
गाजा पर इजरायल ने हमास के एक खूंखार आतंकी को निशाना बनाकर भीषण हवाई हमला किया है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार दिल दहला देने वाले इस हमले में कम से कम 71 लोग मारे गए हैं। वहीं 289 लोग घायल हुए हैं। मरने वालों का आंकड़ा अभी बढ़ सकता है।
यूएन महासचिव ने कहा कि जब हमने सोचा कि गाजा में स्थिति इससे बदतर नहीं हो सकती, तब भयावह रूप से नागरिकों को नरक के और भी गहरे घेरे में धकेला जा रहा है। गुटरेस ने कहा कि गाजा शहर में इजरायल के नवीनतम निकासी आदेश से नागरिकों को अधिक पीड़ा और रक्तपात का सामना करना पड़ा है।
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