इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है। गाजा में तत्काल संघर्ष विराम की मांग वाले एक प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मतदान किया जाएगा। सुरक्षा परिषद के कई सदस्य उम्मीद कर रहे हैं कि संयुक्त राष्ट्र का सबसे शक्तिशाली निकाय युद्ध समाप्त करने की मांग करेगा।
सिंगापुर की यात्रा के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इजरायल-फिलिस्तीन के मुद्दे को सुलझाने के लिए द्विराष्ट्र समाधान का विकल्प सुझाया है। भारत इस मुद्दे पर शुरू से ही दो पक्षों के बीच बातचीत से शांति पूर्वक मुद्दे का हल निकालने का सुझाव देता रहा है।
गाजा में इजरायल ने बीते 24 घंटे में जबरदस्त हवाई हमला किया है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार इस हमले में कम से कम 82 लोग मारे गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार गत 5 माह के युद्ध में अब तक इजरायली हमले में गाजा में कुल 32 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।
गाजा में तत्काल युद्ध विराम का एक और प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र में खारिज हो गया है। यानि मतलब साफ है कि गाजा में युद्ध जारी रहेगा। अमेरिका की ओर से लाए गए इस प्रस्ताव को चीन और रूस ने वीटो करके गिरा दिया। इससे गाजा में युद्ध विराम की अमेरिकी कोशिश फिर से नाकाम हो गई।
गाजा पट्टी में इजराइली सेना लगातार हमले कर रही है। ताजा मामले में गाजा के सबसे बड़े अस्पताला के आसपास इजराइली सेना खतरनाक हमले कर रही है। इस हमले में हमास के 50 लड़ाकों के मारे जाने का दावा किया गया है।
हमास की सशस्त्र शाखा अल-कसम ब्रिगेड ने सोमवार को कहा था कि अल-शिफा परिसर के पास घुसपैठ कर रहे दुश्मन (इजरायली) सेना के साथ उसकी भीषण झड़प हो रही है।
इजराइल और हमास में जंग जारी है। इसी बीच इजराइल ने गाजा में फिर बमबारी की है। इजराइल ने गाजा में अल शिफा अस्पताल पर बमबारी की है। इससे इमारत ढह गई। इजरादइल का दावा है कि अस्पताल में आतंकी छिपे हो सकते हैं।
इजरायली सेना के हाथ एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आइडीएफ) ने एक भूमिगत ऑपरेशन में हमास के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ मारवान इस्सा का सफाया कर दिया है। आइडीएफ ने एक्स मीडिया पोस्ट के जरिये हमास चीफ के मारे जाने की सूचना दी है।
इजरायल-हमास युद्ध के दौरान पीएम मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को इजरायल भेजकर कई देशों को चक्कर में डाल दिया है। दरअसल पीएम मोदी ने पश्चिम एशिया में शांति के मकसद से डोभाल को इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से मिलने भेजा था।
फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने फलस्तीनी प्राधिकरण में सुधार के अमेरिकी दबाव के मद्देनजर लंबे समय से उनके आर्थिक सलाहकार रहे मोहम्मद मुस्तफा को अगला प्रधानमंत्री नियुक्त किया है।
गाजा में जंग की विभीषिका कम नहीं हुई है। ताजा घटनाक्रम में राहत सामग्री का इंतजार कर रहे लोगों पर इजराइल की ओर से गोलाबारी में 20 लोगों की मौत हो गई है। 155 घायल हो गए। फिलिस्तीन ने इजराइल को जिम्मेदार ठहराया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने फिलिस्तीनी नागरिकों की मदद के लिए खाद्य और रशद सामग्री से युक्त जहाज गाजा भेजा है। यह जहाज मानवीय सहायताओं से भरा पड़ा है। गाजा में कुछ दिनों पहले मानवीय सहायता के इंतजार में खड़े लोगों की मौत हो जाने के बाद अमेरिका ने फिलिस्तीनियों की मानवीय मदद करने का यह फैसला किया था।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन अब इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर बेहद खफा हो गए हैं। बाइडेन ने यह तक कह दिया है कि बेंजामिन नेतन्याहू इजरायल को ही नुकसान पहुंचा रहे हैं। पिछले कई बयानों में अमेरिकी राष्ट्रपति के वक्तव्यों में नेतन्याहू के प्रति सख्ती देखी जा रही है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर बेहद खफा हो गए हैं। दरअसल इजरायल-हमास युद्ध मामले में नेतन्याहू इतने अधिक आक्रामक हो गए हैं कि वह बाइडेन की बातों को भी नहीं मान रहे हैं। इसके चलते अब जो बाइडेन का सब्र जवाब देने लगा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजराइल और हमास की जंग पर एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बंधकों का सौदा अभी भी हमारे हाथों में ह। युद्ध विराम की संभावनाओं जानिए अमेरिकी राष्ट्रपति ने और क्या कहा?
यूएन ने हमास के 7 अक्टूबर के इजराइल अटैक के 5 महीने बाद रिपोर्ट जारी की है। बंधकों के प्रत्यक्ष विवरण के बाद यह रिपोर्ट जारी की गई है। इसमें बताया गया है कि किस तरह हमास ने हमले के दौरान इजराइल में मौत का तांडव किया था। साथ ही यह भी बताया कि किस तरह कुछ महिलाएं और बच्चे रेप और यौन उत्पीड़न, यौन हिंसा का शिकार हुए।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इजरायली सेना पर राफाह में 10 और फिलिस्तीनियों की हत्या का आरोप लगाया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार तंबू में शरण लिए लोगों पर इजरायली सेना ने हवाई हमला कर दिया। इसमें कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई। इससे पहले आइडीएफ पर गुरुवार को 115 फिलिस्तीनियों की हत्या का भी आरोप लग चुका है।
गाजा में बृहस्पतिवार को मारे गए 115 फिलिस्तीनियों और घायलों की हालत देखकर डॉक्टरों ने कड़वी सच्चाई बयां की है। डॉक्टरों के अनुसार लोगों को गोली मारी गई है। वहीं कुछ लोग कुचलने से भी घायल हुए हैं। जबकि इजरायली सेना लोगों पर गोलीबारी करने के आरोप को खारिज कर चुकी है।
भारत ने गाजा में गुरुवार को मानवीय सहायता के इंतजार में खड़े 100 से ज्यादा लोगों के मारे जाने पर गहरा दुख व्यक्त किया है। भारत ने गाजा में फिलिस्तीनियों के लिए मानवीय मदद मुहैया कराने के समस्त प्रबंध किए जाने की अपील की है। इन मौतों पर संयुक्त राष्ट्र ने इजरायली सेना की कड़ी निंदा की है।
गाजा में बीते 24 घंटे में 104 नागरिकों की मौत पर फिलिस्तीन भड़क उठा है। फिलिस्तीन ने इसे इजरायली सेना की ओर से किया गया नरसंहार बताया है। वहीं इजरायली सेना का इस मद में अलग दावा है। आइडीएफ का कहना है कि सहायता का इंतजार कर रहे लोगों की मौत कुचलने की वजह से हुई है।
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