अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर इन दिनों काफी खफा चल रहे हैं। गाजा में लगातार आम नागरिकों की मौत और उनकी मानवीय मदद करने वाले विदेशी कर्मचारियों की मौत ने बाइडेन का गुस्सा और बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि नेतन्याहू ने बड़ी गलती कर दी है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत की तरफ से इजराइल-हमास संघर्ष को लेकर पक्ष रखा गया है। इस दौरान संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा कि संघर्ष में मानवीय संकट स्वीकार्य नहीं है।
अमेरिका और दुनिया के कई अन्य देशों के विरोध को दरकिनार कर रफह शहर पर हमले को लेकर इजराइल का रुख साफ है। इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने रफह के अभियान को जरूरी बताया है।
बीते साल अक्टूबर में शुरू हुई इजराइल और हमास के बीच जंग को छह महीने बीते चुके हैं। इजराइल की सैन्य कार्रवाई जारी है। इस बीच इजराइल ने खान यूनुस से अपने सैनिकों को वापस बुलाया है।
गाजा में इजरायली बंधकों की हत्या और आम नागरिकों की मौत से इजरायल में सरकार विरोधी प्रदर्शनों ने पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया है। लंबे समय बाद इजरायल ने साउथ गाजा से अपनी सेना हटा ली है। अब वहां सिर्फ एक टुकड़ी ही रह गई है। इधर ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने मानवीयता के आधार पर युद्ध रोकने की अपील की।
गाजा में हमास आतंकियों ने एक और इजरायली बंधक की हत्या कर दी है। यह हत्या ऐसे वक्त में की गई है, जब आज अमेरिका के प्रयास से युद्ध विराम को लेकर वार्ता होनी है। माना जा रहा है कि हमास ने इजरायल पर बंधकों की रिहाई के लिए युद्ध विराम करने के लिए दबाव बनाने के उद्देश्य से ऐसा किया है। मगर इससे इजरायल बौखला गया है।
ब्रिटेन की संयुक्त राष्ट्र राजदूत बारबरा वुडवर्ड ने कहा कि सहायता कर्मियों को कभी भी निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा: "इजरायल को युद्ध पीड़ितों की रक्षा के लिए और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और भी बहुत कुछ करना चाहिए। ताकि वे तत्काल उन सभी को आवश्यक जीवनरक्षक मानवीय सहायता प्रदान कर सकें।"
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने गाजा में फिलिस्तीनियों को मानवीय मदद पहुंचाने और इजरायली बंधकों को छुड़ाने के लिए नई पहल शुरू कर दी है। बाइडेन ने मिस्र और कतर के नेताओं से संपर्क कर बंधकों को छोड़ने के लिए हमास पर दबाव बनाने के लिए कहा है।
सीरिया में ईरानी दूतावास पर इजरायल की एयरस्ट्राइक ने अब ईरान-इजरायल युद्ध की आशंका बढ़ा दी है। यह युद्ध तीसरे विश्व युद्ध के खतरे को भी बढ़ा सकता है। इन आशंकाओं के मद्देनजर अमेरिका हाई अलर्ट पर है। उधर ईरान की धमकी के बाद इजरायल भी हवाई हमलों को लेकर अलर्ट मोड में है।
गाजा में कुछ दिन पहले इजरायली एयरस्ट्राइक में मारे गए सहायताकर्मियों को लेकर बवाल मचा है। अमेरिका ने इस मामले में इजरायल को कड़ी चेतावनी देते हुए सहायताकर्मियों समेत आम फिलिस्तीनियों की मौत पर गहरी नाराजगी जताई थी। इसके साथ ही यह कृत्य जारी रखने पर इजरायल से रिश्ते टूटने की भी आशंका भी बढ़ गई थी।
इजराइल की सेना हमास के खिलाफ जंग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल का भी इस्तेमाल कर रही है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित टूल को 'लैवेंडर' कहा जाता है।
इजराइल ने हमास के साथ युद्ध के बीच बड़ कदम उठाया है। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने योजनाओं की घोषणा की है जिसमें गाजा पट्टी में मानवीय सहायता पहुंचाना भी शामिल है।
इजरायली सेना ने मध्य गाजा पट्टी में हमास आतंकियों को निशाना बनाते हुए घातक एयरस्ट्राइक की है। इस हवाई हमले का मोसाद ने वीडियो भी जारी किया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि 3 आतंकी जाते हुए दिख रहे हैं। अचानक उनके ऊपर मिसाइल गिरती है और इसमें तीनों ही मारे जाते हैं।
इजराइल की तरफ से गाजा में किए गए हमले में सात सहायता कर्मियों की मौत हो गई है। सहायता कर्मियों की मौत पर इजराइल की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। जराइल के सैन्य प्रमुख ने कहा है कि यह एक गलती थी।
इजराइल की तरफ से हमास ठिकानों पर हमले लगातार जारी है। ऐसे ही एक हमले में सात सहायता कर्मियों की मौत हो गई है। सहायता कर्मियों की मौत को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने दुखद बताया है।
इजराइल दक्षिणी गाजा के रफह शहर में जमीनी हमला करने की रणनीति बना रहा है। इजराइल की इस रणनीति का अमेरिका ने विरोध किया है। इस बीच दोनों देशों के उच्च अधिकारियों के बहीच अहम बैठक हुई है।
इजराइल ने दमिश्क में ईरान के दूतावास पर भीषण हवाई हमला किया है। इस हमले में एक टॉप ईरानी कमांडर की मौत हो गई है। मलबे में अब भी शवों की तलाश की जा रही है।
इजराइल की तरफ से हमास ठिकानों पर हमले लगातार जारी है। इन हमलों में सहायता कर्मियों की जान भी जा रही है। ऐसे ही एक हमले में सहायता कर्मियों और उनके फलस्तीनी वाहन चालक की मौत हो गई है।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अल-जजीरा चैनल के इजराइल में प्रसारण पर बैन लगा दिया है। उन्होंने हाल ही में बनाए गए नए कानून का हवाला देते हुए इसकी जानकारी दी है। इसके साथ ही उन्होंने अल-जजीरा को आतंकवादी चैनल बताया है।
संपादक की पसंद