रफाह पर हमले के खिलाफ जो बाइडेन के कड़े रुख के बाद भी इजरायल अपनी जिद पर अड़ा है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ कह दिया है कि हमास के खिलाफ उनका अभियान जारी रहेगी। उन्होंने यहां तक कह दिया कि यदि हमास के खिलाफ हमें अकेला लड़ना पड़ा तो भी हम तैयार हैं।
अमेरिका में फलस्तीन समर्थक छात्रों के विरोध प्रदर्शन का असर ब्रिटेन पर भी नजर आ रहा है। ब्रिटेन इजराइल विरोधी प्रदर्शनों को लेकर सतर्क हो गया है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने इस मामले पर सरकार का रुख साफ कर दिया है।
इजरायली सेना के रफाह पर नियंत्रण के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को इस शहर पर गाजा की तरह भीषण हमले की आशंका है। इजरायली सेना ने रफाह को खत्म करने का ऐलान भी किया है। लिहाजा बाइडेन ने कहा कि अगर इजरायल अब रफाह पर हमले करता है तो अमेरिका उसकी मदद नहीं करेगा।
इजराइल की सेना हमास के आतंकियों के लिए काल बनी हुई है। जंग के वक्त में अब इजराइल की सेना ने बड़ा कदम उठाया है। इजराइल ने केरेम शालोम क्रॉसिंग को फिर से खोल दिया है।
इजरायली सेना की ओर से रफाह पर पूर्ण नियंत्रण हासिल कर लिया गया है। अब आइडीएफ के टैंक रफाह में गरजने लगे हैं। अमेरिका को आशंका है कि इजरायल उसकी इच्छा के विपरीत रफाह में हमले कर सकता है। ऐसे में अमेरिका ने इजरायल को दी जाने वाली बमों की बड़ी आपूर्ति रोक दी है।
रफाह पर नियंत्रण के बाद इजरायल ने कहाकि जिस संघर्ष विराम प्रस्ताव पर हमास सहमत हुआ है, वह उसकी "मुख्य मांगों" को पूरा नहीं करता है। उसने हालांकि कहा कि वह बातचीत जारी रखने के लिए मिस्र में एक प्रतिनिधिमंडल भेजेगा। मिस्र के एक अधिकारी ने कहा कि हमास और कतर के प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को काहिरा पहुंचे।
इजराइल रफह पर हमले से पहले जमीनी हालात पर अपना नियंत्रण स्थापित कर रहा है। इसी क्रम में इजराइली सेना ने रफह क्रॉसिंग के गाजा की ओर के हिस्से पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है।
इजराइल किसी भी वक्त रफह शहर पर जमीनी हमला कर सकता है। इजराइल के इस सैन्य अभियान को नेताओं की तरफ से भी मंजूरी मिल गई है। फिलहाल इजराइल और हमास के बीच सीजफायर पर कोई स्पष्ट स्थिति बनती हुई नहीं दिख रही है।
हमास के प्रमुख इस्माइल हानिया ने कतर के प्रधानमंत्री और मिस्र के खुफिया मामलों के मंत्री को बता दिया है कि वह उनके युद्धविराम प्रस्ताव पर सहमत होने के बारे में जानकारी दी है। हालांकि, इजरायल इस समझौते पर सहमत नहीं है।
इजराइल और हमास के बीच जंग और घातक रूस से बढ़ने के आसार है। इजराइल ने रफह पर जमीनी हमला करने की तैयारी शुरू कर दी है। इजराइल की सेना ने लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है।
इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है। अब इजराइल ने दक्षिणी लेबनान में हवाई हमले किए हैं। इजराइल की ओर से हवाई हमले तब किए गए जब हिजबुल्लाह ने इजराइल के सैन्य ठिकानों पर मिसाइलें दागीं।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कतर के न्यूज चैनल अल-जजीरा के प्रसारण पर इजरायल में प्रतिबंध लगा दिया है। अपने एक्स एकाउंट पर उन्होंने यह ऐलान किया। बता दें कि अल-जजीरा कतर का न्यूज चैनल है, जिस पर इजरायल ने पक्षपाती रिपोर्टिंग का आरोप लगया है। इजरायल में इस चैनल के सभी दफ्तरों को बंद करने का आदेश दिया है।
हमास आतंकियों की ओर से बंधक बनाई गई एक इजरायली युवती ने जो आपबीती सुनाई है, उसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार 18 साल की इजरायली युवती को अपहरणकर्ताओं में से एक ने अपने प्यार का इजहार किया। फिर शादी करके बच्चे पैदा करने का ऑफर दिया। युवती ने कहा-मुझे उसको खुश करना पड़ता था।
इजरायल-हमास युद्ध के चलते गत 7 महीने में उत्तरी गाजा में अकाल चरम पर पहुंच गया है। यहां 23 लाख के करीब लोग रहते हैं। इन सभी का जीवन भुखमरी के कगार पर है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि गाजा में यह अब तक का सबसे बड़ा अकाल है।
अमेरिका में फिलिस्तीन समर्थकों ने अपने भारी विरोध प्रदर्शन को तेज कर दिया है। इससे ज्यादातर अमेरिकी कालेजों और विश्वविद्यालयों में हिंसा शुरू हो गई है। पुलिस के साथ प्रदर्शनकारियों की झड़पें हो रही हैं। छात्रों के अलावा बाहरी प्रदर्शनकारी भी छात्र के रूप में इजरायल विरोधी प्रोटेस्ट में शामिल हो गए हैं।
हमास के खिलाफ युद्ध में भारत ने जब खुलकर इजरायल का साथ दिया और ईरान-इजरायल का संघर्ष छिड़ने के बाद जब स्वतंत्र कूटनीति दर्शाई तो ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को लगा कि भारत का झुकाव इजरायल की ओर अधिक है। लिहाजा भारत को जवाब देने के लिए उन्होंने अपने दुश्मन पाकिस्तान से दोस्ती कर ली।
इजराइल और हमास के बीच जारी जंग से अमेरिका बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। अमेरिका के तमाम विश्वविद्यालयों में छात्र इजराइल के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच कोलंबिया यूनिवर्सिटी में पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है।
इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने गाजा को एक और बड़ा जख्म देने की शपथ ले ली है। इससे फिलिस्तीन में दहशत का माहौल है। गाजा को पूरी तरह खंडहर बना देने के बाद इजरायली पीएम ने अब फिलिस्तीनियों को शरण देने वाले रफह शहर को खत्म करने की कसम खाई है।
इजराइल और हमास के बीच जारी जंग जारी है। जंग को लेकर अमेरिका में छात्रों का विरोध-प्रदर्शन तेज हो गया है। अब इस बात की आशंका भी जताई जा रही है कि छात्रों के विरोध प्रदर्शन में बाहरी लोग भी शामिल हो गए हैं।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू एक नई मसीबत में फंसते हुए नजर आ रहे हैं। इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट की ओर से बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ गिरफ्तारी जारी हो सकता है। इजराइल भी इसे लेकर पूरी तरह से सतर्क है।
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