इजराइल लगातार हमले कर रहा है। कई मोर्चों पर इजराइली सेना मोर्चा संभाल रही है। इसी बीच इजराइली वायु सेना के एक विमान ने शटौला क्षेत्र की ओर कुछ समय पहले छोड़े गए रॉकेट दागने वाले ठिकाने की पहचान की और उस पर हमला किया।
गाजा पट्टी में जारी भीषण इजरायली सैन्य हमले की निंदा करते हुए अमेरिकी महाद्वीप के एक देश ने इजराइल के साथ राजनयिक संबंध तोड़ने का फैसला किया है। उधर इजराइल के गाजा पर हमले जारी हैं।
जंग के बीच गाजा में फंसे 400 से ज्यादा विदेशी पासपोर्ट धारकों को गाजा से मुक्ति मिल गई है। इन्हें राफा क्रॉसिंग के जरिए बाहर निकाला गया है। ये विदेशी पासपोर्ट धारक मिस्र पहुंच गए हैं।
इजराइल हमास की जंग में अमेरिका की बल्ले बल्ले हो रही है। इस जंग में इजराइल को डिफेंस सिस्टम और तोप के गोलों की मांग बढ़ सकती है। अमेरिकी कंपनियों का कहना है कि इस डिमांड पर उन्हें फायदा होगा।
इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है। इजराइल गाजा पर जोरदार प्रहार कर रहा है। इसी बीच मुस्लिम देश ईरान ने बड़ा बयान दिया है। ईरान के राजदूत इराज इलाही ने कहा है कि भारत में क्षमता है कि वह गाजा में चल रही जंग को रुकवा सकता है।
इजराइल की ओर मिसाइलें दागी गईं। इजराइल ने इन्हें नष्ट कर दिया। इजराइल ने दावा किया है कि लाल सागर की ओर से उसकी ओर मिसाइल दागी गई है। जिसे उसके एरो सिस्टम ने सफलतापूर्वक मार गिराया।
इजराइल और हमास की जंग चल रही है। इजराइल गाजा में घुसकर हमास की कमर तोड़ रहा है। वहीं सऊदी अरब में जश्न मन रहा है। इस पर दूसरे मुस्लिम मुल्क के लोग सऊदी अरब की अलोचना कर रहे हैं। जानिए क्या है पूरा मामला?
गाजा पट्टी पर इजराइल लगातार हमले करके आतंकी संगठन हमास की कमर तोड़ने की कवायद में लगा हुआ है। वहीं दूसरी ओर, हमास के जखीरे में भी ऐसे खतरनाक हथियार हैं, जिनसे इजराइल को खतरा है। जानिए कौन कौनसे हथियार हैं और किन देशों में बने हैं?
ईरान अपने तीखे तेवर दिखा रहा है। इजराइल और हमास की जंग के बीच इजराइल को खुली चेतावनी देने वाले इजराइल के दुश्मन ईरान ने हायडर मिसाइल का परीक्षण करके अपने इरादे जता दिए हैं। जानिए कितनी खतरनाक है यह मिसाइल?
गाजा पट्टी पर हमले कि खिलाफ और फिलिस्तीन के पक्ष में दुनिया भर में प्रदर्शनों ने और जोर पकड़ लिया है। रूसी हवाई अड्डे पर इजरायली विमान के आने पर लोगों ने उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की। यहूदियों के विरोध में इस दौरान झड़प तेज हो गई है। प्रदर्शनके दौरान कई लोगों के घायल होने की खबर है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजरायल-हमास युद्ध की वजह से पैदा हुए मानवीय संकट और इसके समाधान के बिंदुओं को लेकर मिस्र के राष्ट्रपति राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सिसी से बातचीत की। इस दौरान गाजा पट्टी में मानवीय सहायता जारी रखी जाएगी। ताकि लोगों को भोजन, दवा, पानी और कपड़े जैसी मूलभूत सुविधाएं लोगों को मिलती रहें।
इजरायल और हमास के खिलाफ जारी युद्ध अब अपने अगले चरण में प्रवेश कर गया है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार को कहा कि हमास के खिलाफ युद्ध का दूसरा चरण शुक्रवार रात से शुरू हो गया है।
अस्पताल को हमास के आतंकवादियों ने अपना हेडक्वार्टर बना लिया है। इजरायली डिफेंस फोर्सेज का कहना है कि हमास के आतंकी गाजावासियों के जरूरत के पानी, बिजली, ऑक्सीजन और ईंधन को अपने आतंकी मनसूबों को पूरा करने में इस्तेमाल कर रहे हैं।
मुस्लिम संगठन ऑल इंडिया जमीयत उलेमा ने फिलिस्तीन मुद्दे पर एक बैठक बुलाई। इस बैठक में मारे गए फिलिस्तीनियों की तुलना शहीद भगत से की गई। दवाई व राहत सामग्री फिलिस्तीन भेजने के लिए मौलानाओं ने पीएम मोदी को और भारत सरकार को धन्यवाद दिया।
इराक के शिया धर्मगुरु अल-सद्र ने इजराइल हमास की जंग के बीच इराक की राजधानी बगदाद में अमेरिकी दूतावास बंद करने की बात सरकार से कही है। मुक्तदा अल सद्र इराक में शिया मुसलमानों के सबसे बड़े नेता हैं।
इजरायल-फिलिस्तीन के बीच हो रहे बवाल के बीच संयुक्त राष्ट्र में बैठक बुलाई गई। इस बैठक का मकसद था तत्काल संघर्ष विराम लागू करना। इसपर जब वोटिंग की बारी आई तो भारत ने इससे दूरी बना ली। इस बाबत अब बसपा सांसद दानिश अली ने बयान जारी किया है।
गाजा में इजराइल और हमास की भीषण जंग जारी है। इसी बीच एक मुस्लिम देश के राष्ट्रपति ने इजराइल से अपील की है कि वह गाजा में अपना पागलपन तुरंत रोके और हमले करना बंद करे।
इजरायल और हमास के मामले पर पूरी दुनिया दो भागों में तो पहले ही बंट चुकी थी लेकिन अब दो तरह की सोच वाले मुल्कों के बीच टकराव दिखाई दे रहा है, जो चिंता की बात है। जहां तक इजरायल का सवाल है,उसे दुनिया के एक बड़े हिस्से का समर्थन है। हमास की बर्बरता के बाद इजरायल ठान चुका है कि वह हमास को सबक सिखा कर रहेगा।
इजराइल ने हमास पर जमीनी हमले और तेज कर दिए हैं। इस कारण गाजा पट्टी में इंटरनेट और संचार के अन्य माध्यम बंद हो गए हैं। इससे वहां रहने वाले 23 लाख लोगों का आपस में तथा बाहरी दुनिया से संपर्क कट गया है।
UN में इजराइल हमास जंग के बीच संघर्ष विराम का प्रस्ताव लाया गया। इस प्रस्ताव पर मतदान किया गया। जानिए इस पर भारत का क्या रुख रहा? भारत ने किस बात पर चिंता जताई है। पढ़िए पूरी खबर।
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