ऐसी संभावना जताई जा रही है कि बांग्लादेश खुद को एक इस्लामिक मुल्क भी घोषित कर सकता है। बांग्लादेश की हाई कोर्ट में इस बारे में प्रस्ताव भी रख दिया गया है।
जम्मू-कश्मीर विधान सभा चुनाव के दौरान कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के मामले ने काफी तूल पकड़ा लिया है। अगस्त 2019 में किए गए मोदी सरकार के इस फैसले से इस्लामिक देशों में खलबली मची है। मगर वह ज्यादा कुछ कर नहीं पा रहे हैं।
इराक में इस्लामिक स्टेट के आतंकियों पर किए गए हमले में 15 लोगों की मौत हो गई है। साथ ही 7 अमेरिकी सैनिक घायल हुए हैं। यह हमला इराक और अमेरिकी बलों ने मिलकर किया था। आतंकियों के कई ठिकाने पूरी तरह ध्वस्त हो गए हैं।
चाकू से ये हमला शुक्रवार को सोलिंगेन शहर के फ्रॉनहोफ चौक पर किया गया। शहर में इसी चौक पर एक तीन दिवसीय उत्सव चल रहा था। इसमें लाइव बैंड, संगीत और खाने का पूरा इंतजाम था। शहर के लोगों की काफी भीड़ जमा हुई थी।
कांगों में इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने एक गांव पर भीषण हमला कर दिया। इस हमले में कम से कम 16 ग्रामीणों के मारे जाने की खबर है। स्थानीय नागरिकों के अनुसार मरने वालों की संख्या अभी बढ़ सकती है। दर्जनों लोग घायल हुए हैं।
दिल्ली पुलिस ने कुख्यात आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के पुणे मॉड्यूल से एक वॉन्टेड आतंकवादी रिजवान अब्दुल हाजी अली को गिरफ्तार किया है जिसे लेकर बड़ा खुलासा सामने आ रहा है।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने देश में हिंसा को भड़काने में संलिप्त 2 मुस्लिम संगठनों पर आतंकवाद रोधी धारा के तहत कार्रवाई करते हुए शिकंजा कस दिया है। पीएम हसीना ने जमात-ए-इस्लामी और ‘इस्लामी छात्र शिबिर’ पर लगाया बैन लगा दिया है।
रूस में पिछले दिनों कुछ चर्चों पर हुए हमलों और हमलावरों के द्वारा नकाब पहन कर सुरक्षा एजेंसियों के चंगुल से बचकर भागने के मामलों ने बुर्के पर बैन लगाने की बहस को बढ़ा दिया है। माना जा रहा है कि अन्य यूरोपीय देशों की तर्ज पर रूस भी बुर्के पर राष्ट्रव्यापी बैन लगा सकता है।
अमेरिका की सैन्य शाखा यूएस सेंट्रल कमांड की रिपोर्ट के अनुसार खूंखार आतंकी संगठन स्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) ने फिर खुद को बेहद मजबूत कर लिया है। इस बात का गवाह गत वर्ष ईराक और सीरिया पर हुए दोगुने हमले गवाही दे रहे हैं।
ट्रम्प के रनिंग मेट बने जेडी वेंस ने अपने एक बयान से ब्रिटेन से लेकर अमेरिका तक बवाल मचा दिया है। उन्होंने ब्रिटेन को "परमाणु हथियारों वाला वास्तविक इस्लामिक राष्ट्र" की संज्ञा दे डाली है। हालांकि ब्रिटेन ने उनकी इस टिप्पणी को सिरे से खारिज कर दिया है।
इस्लामिक स्टेट अपने अच्छे दिनों में इराक और सीरिया के एक बड़े हिस्से पर काबिज था, लेकिन आज इसका प्रभाव क्षेत्र नहीं के बराबर रह गया है। उन दिनों इस्लामिक स्टेट से जुड़ने वाली महिलाओं की हालत भी आज काफी खराब है।
मध्य सीरिया में इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने कुद्ज लड़ाकों पर बड़ा हमला किया है। इसमें 22 कुद्ज लड़ाके मारे गए हैं। खबर के मुताबिक आतंकियों ने एक बस पर अचानक हमला करके सरकार समर्थित लड़ाकों को मौत की नींद सुला दिया।
इस्लामिक चरमपंथियों ने दुनिया के अलग-अलग देशों में आतंकी हमले कराने के लिए नया तरीका खोज निकाला है। खूंखार आतंकवादी अब आतंक के नये मॉड्यूल के रूप में किशोर-किशोरियों की फौज तैयार कर रहे हैं। ताकि इन्हीं के जरिये आतंकी हमला कराया जा सके। जर्मनी में हमले की योजना बनाते ऐसे 4 किशोर गिरफ्तार किए गए हैं।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने क्रोकस सिटी हॉल पर शुक्रवार रात हुए हमले को ‘इस्लामिक कट्टरपंथियों’ की करतूत करार दिया लेकिन साथ ही उनके ‘यूक्रेन की तरफ भागने की कोशिश’ पर भी सवाल उठाए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि इस घिनौने आतंकी हमले की हम कड़ी निंदा करते हैं। भारत इस घड़ी में रूसी संघ के साथ खड़ा है। साथ ही पीड़ित परिवार के प्रति हमारी संवेदनाए हैं।
रूस के मॉस्को में बड़ा आतंकी हमला देखने को मिला है। इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली है। बता दें कि शुक्रवार की शाम क्रोकस सिटी हॉल में कुछ लोगों ने फायरिंग शुरू कर दी। इस घटना में 40 लोगों की मौत हुई है, वहीं 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
तुर्की के इस्तांबुल में चर्च पर हमले की जिम्मेदारी लेते हुए इस्लामिक स्टेट ने 2 नकाबपोशों की तस्वीरें भी छापी हैं और कहा है कि हमले में एक शख्स मारा गया जबकि एक अन्य घायल हुआ है।
इजरायली सेना ने गाजा में एक ऑपरेशन के दौरान गुरुवार को फ़िलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद संगठन के डिप्टी सूचना चीफ वाएल अबू-फ़नौना हवाई हमले में ढेर कर दिया है। यह 2017 से ही इस संगठन की जिम्मेदारी संभाल रहा था। इजरायल थल और वायुसेना के संयुक्त अभियान में इसे मार दिया गया।
कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद इस्लामिक सहयोग संगठन के देशों ने भारत के सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर चिंता जाहिर की तो विदेश मंत्रालय ने खरी-खरी सुना दी। भारत ने ओआइसी के बयान को गलत सूचना पर आधारित बताते हुए उसे पूरी तरह खारिज कर दिया। इसे पाकिस्तान की मंशा की साजिश बताया।
इस्लामिक और अरब देशों का भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कितना अधिक भरोसा है, इसका अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि इन देशों के विदेश मंत्री इजरायल-हमास युद्ध के समाधान और मानवीय सहायता पर चर्चा करने के लिए जल्द दिल्ली आ रहे हैं।
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