Afghanistan: इस्लामिक स्टेट्स (ISIS) की एक ग्लोबल रिसर्च बताती है कि ISIS ने बीते दो सालों में 450 से ज्यादा हमले किए हैं। साल 2021 में 365 आतंकी हमले किए। इसमें 2 हजार से ज्यादा लोग मारे गए, जबकि साल 2020 में 82 हमले किए।
ब्रिटेन के एक सांसद की चाकू मार कर हत्या करने के मामले में इस्लामिक स्टेट समर्थित आतंकवादी को बुधवार को ब्रिटेन की एक अदालत ने उम्र कैद की सजा सुनाई।
तालिबान ने आठ महीने पहले अफगानिस्तान में सत्ता में आने के बाद आईएस समूह को दबाने का दावा किया है, लेकिन आतंकवादियों ने पड़ोसी पाकिस्तान में अपना विस्तार किया है और वहां हमले बढ़ा दिए है।
एनआईए ने जांच में पाया कि मोहम्मद इकबाल एक इस्लामिक संगठन हिज्ब-उत-तहरीर का सदस्य था जो आईएसआईएस की एक संबद्ध इकाई थी।
यह पहली बार नहीं है जब अमेरिकी बलों ने आतंकवादी संगठनों के प्रमुखों को निशाना बनाया है और यह भी पहली बार नहीं है कि वह इस तरह की कार्रवाई में सफल हुए हैं।
अमेरिका द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक, कोई विदेशी आतंकवादी लड़ाका (FTF) वर्ष 2020 के दौरान भारत नहीं लौटा।
गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि हिंदुत्व की तुलना ISIS तथा बोको हराम जैसे आतंकी संगठनों से करना तथ्यों के आधार पर सही नहीं है।
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के विभिन्न हिस्सों से इस्लामिक स्टेट और तहरीके तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) सहित चार संगठनों के आठ आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है। यह जानकारी रविवार को यहां पुलिस ने दी।
इस्लामिक स्टेट के अफगानिस्तान में संबद्ध, जिन्हें इस्लामिक स्टेट खुरासान या आईएसआईएस-के कहा जाता है, ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
इस्लामिक स्टेट खुरासान ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। इस संगठन ने दावा किया है कि फिदायीन हमलावरों में से एक का नाम अब्दुल रहमान अल-लोगरी है।
बता दें कि ब्रिटिश सरकार ने बृहस्पतिवार को चेतावनी दी थी कि इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) के आतंकवादियों द्वारा अफगानिस्तान में काबुल हवाई अड्डे पर जमा लोगों को निशाना बनाकर हमला किए जाने की बहुत विश्वसनीय खुफिया रिपोर्ट है।
राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने भारत के खिलाफ हिंसक जिहाद छेड़ने के लिए देश में भोलेभाले युवाओं को कट्टरपंथ का पाठ पढ़ाने और उनकी भर्ती करने की आतंकी संगठन आईएसआईएस की साजिश में कथित तौर पर संलिप्त रहने को लेकर दक्षिण कश्मीर से तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
तिहाड़ जेल में कैद ISIS आतंकी की ओर से लगाए गए पिटाई के आरोपों को दिल्ली पुलिस ने खारिज कर दिया। आतंकी के वीडियो पर तिहाड़ जेल के DG संदीप गोयल का कहना है कि यह वीडियो जेल के अंदर बुधवार को बनाया गया है और वीडियो बनाने वाला शख्स का नाम राशिद जफर बताया जा रहा है।
मैगजीन से जो जानकारी मिल रही है उसे देखते हुए लग रहा है कि आतंकी संगठन ISIS की नजर बाबरी केस में रिहा हुए लोगों पर है। मैगजीन में लोगों को हथियार उठाकर जिहाद छेड़ने के लिए कहा गया है। मैगजीन में, अयोध्या मामले का बदला लेने के लिए धर्म विशेष के लोगों को उकसाया जा रहा है। देश की सुरक्षा एजेंसियों की इस मैगजीन पर नजर है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बेंगलुरु आधारित आईएसआईएस मॉड्यूल के दो संदिग्ध सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जो युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और आतंकी संगठन में शामिल होने के लिए सीरिया की यात्रा के लिए उन्हें धन मुहैया कराने में कथित तौर पर शामिल थे।
इस्लामिक स्टेट केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और जम्मू कश्मीर में सबसे ज्यादा सक्रिय है।
ISIS के आतंकी मोहम्मद मुस्तकीम ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को पूछताछ में बताया कि उसे करोलबाग के भीड़भाड़ वाले इलाके में बम धमाके करने थे, जिसकी रेकी वो पहले कर चुका था।
एक ग्रामीण ने बताया कि 2006 से पहले, मुस्तकीम भी अपने परिवार और अन्य ग्रामीणों की तरह इस्लाम के सूफी बरेलवी संप्रदाय का अनुयायी था। मगर जब वह खाड़ी से लौटा, तो उसने अपने परिवार को अहल-ए-हदीस में बदलने के लिए राजी कर लिया।
अधिकारियों के अनुसार, बलरामपुर जिले के बढ़या भैसाही गांव के रहने वाले 36 वर्षीय खान को शुक्रवार की देर रात मध्य दिल्ली के रिज रोड इलाके से गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस ने कहा कि आतंकी ने पूछताछ में बताया कि फिदायीन हमले के लिए इसने सुसाइड बेल्ट भी तैयार की हुई थी।
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