आईएसआईएस कट्टरपंथ और भर्ती मामले में एनआईए ने तेलंगाना और तमिलनाडु के 30 स्थानों पर छापेमारी की है। यह छापेमारी अब भी जारी है। एनआईए द्वारा बीते दिनों इस बाबत केस दर्ज किया गया था, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है।
पाकिस्तान में आए दिन आतंकवादी हमले आम बात हो गए हैं। कब और कहां राह चलते आतंकवादी हमले हो जाएं, इस बारे में कुछ कहना मुश्किल हो गया है। इधर आइएसआइएस के 4 महिला आतंकियों को पाकिस्तान पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। ये सभी महिला आतंकी पाकिस्तान तबाही मचाने की फिराक में आई थीं।
हरियाणा के नूंह में 31 अगस्त को हुई हिंसा के नाम पर आतंकी संगठन आईएसआईएस मुसलमानों को भड़का रहा है। उसने अपनी मैगजीन में बदला लेने की बात कही है।
खुफिया सूचना के आधार पर प्रांत के विभिन्न जिलों में 74 अभियान चलाए गए और हथियारों, विस्फोटकों तथा अन्य प्रतिबंधित सामग्रियों के साथ 8 आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया।
पाकिस्तान ने अमेरिका की पीठ में फिर से छूरा घोंपने का काम किया है। एक पाकिस्तानी डॉक्टर अमेरिका में रहकर न सिर्फ आइएसआइएस के आतंकवादियों की मदद कर रहा था, बल्कि खुद भी यूएस में आतंकी हमला करने के फिराक में था। पकड़े जाने के बाद कोर्ट ने उसे 18 वर्ष के कारावास की सजा दी है।
दिल्ली की एक स्पेशल कोर्ट ने दो व्यक्तियों को आईएसआईएस की विचारधारा को भारत में बढ़ावा देने के आरोप में 5-5 साल कैद की सजा सुनाई है। साथ ही आरोपियों पर जुर्माना भी लगाया है।
एनआईए ने आईएसआईएस के जबलपुर मॉड्यूल से जुड़े एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी लोगों का ब्रेनवॉश कर उन्हें आईएसआईएस में शामिल होने के लिए प्रेरित करता था।
अल सूफ़ा आतंकी संगठन मामले की जांच कर रही पुणे एटीएस ने खुलासा किया है कि इस केस में गिरफ्तार आरोपी पाकिस्तान के आतंकी संगठन ISIS के साथ काम कर रहे थे।
ब्रिटेन ने इन इराक के यजीदी समुदाय पर हुए सामूहिक नरसंहार की बात अब जाकर 9 साल बाद मानी है। आईएसआईएस ने 2014 में यजीदी नरसंहार शुरू किया था। यजीदी पूर्वी सीरिया और उत्तर-पश्चिमी इराक में रहने वाला एक प्राचीन धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय है।
आतंकी संगठन आईएसआईएस से संबंध के आरोप में एनआईए ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र को गिरफ्तार किया है। यह संगठन देश में आतंकी हमले की साजिश रच रहा था।
अमेरिका के हाथ एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। अमेरिकी सेना ने ईराक और सीरिया में आतंक के चरम पर चल रहे आइएसआइएस के लीडर आतंकी उसामा अल-मुजाबिर को ड्रोन हमले में मार गिराया है। अमेरिकी रक्षा विभाग ने दावा किया है कि उसामा अल-मुजाहिर को मारने के लिए 3 एमक्यू-9 ड्रोन का इस्तेमाल किया गया।
मपी के जबलपुर में ISIS मॉड्यूल का खुलासा हुआ है। NIA ने 13 जगहों पर छापेमारी की है, जिसमें 3 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। इस मामले में अभी कई और बड़े खुलासे होने वाले हैं।
तालिबान शासित अफगानिस्तान में आतंकी गतिविधियों में कोई कमी नहीं आई है। अफगानी सुरक्षा बलों ने राजधानी काबुल के आसपास आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) के दो आतंकियों को मार गिराया है। साथ ही आतंकी संगठन आइएस के अन्य संदिग्ध ठिकानों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन शुरू किया है।
तुर्की के राष्ट्रपति ने कहा कि उनकी राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी दाएश के "तथाकथित" नेता पर नजर रख रही थी। तुर्की प्रसारक टीआरटी तुर्क पर एक लाइव साक्षात्कार में एर्दोगन ने कहा कि इसका कोड नाम - अबू हुसैन अल-कुरैशी था।
जिहादियों के पास अत्याधुनिक हथियार थे। ऑटोमेटिक राइफलें और बाइक थीं। इन लड़ाकों ने पूर्वी क्षेत्र में चरवाहों के एक समूह पर हमला किया। बता दें कि इस देश में पिछले कई सालों से युद्ध की स्थिति है। इस कारण लोगों की भूखों मरने की हालत हो गई है।
भीषण और प्रलयकारी कार बम विस्फोट से एक बार इराक फिर दहल गया है। इराक के पूर्वी प्रांत दियाला में हुए खतरनाक कार बम विस्फोट में 5 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है और चार अन्य घायल बताए जा रहे हैं। घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
मध्य सीरिया में इस्लामिक स्टेट फॉर ईराक एंड सीरिया (आइएसआइएस) समूह द्वारा दो विभिन्न स्थानों पर बिछाई गई सुरंगों में सोमवार को जबरदस्त विस्फोट हो गया। इन विस्फोटों में 10 लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य लोग घायल हो गए। सरकारी मीडिया ने यह जानकारी दी। रिपोर्ट के अनुसार सुरंगों में विस्फोटक लगाया गया था।
इस्लामिक स्टेट ऑफ ईराक एंड सीरिया(आइएसआइएस) आतंकियों की पनाहगाह बने सीरिया को अब अरब लीग में वापस लाने की मांग उठने लगी है। अरब के एक वरिष्ठ सांसद सीरिया को अरब लीग में वापस लाने के लिये राष्ट्रपति बशर असद से रविवार को बातचीत करने के लिए दमिश्क पहुंचे हैं। यह यात्रा बगदाद में एक लघु शिखर सम्मेलन के बाद हुई।
ISIS समर्थक आरोपी जेमेशा मुबिन पिछले साल 23 अक्टूबर को एक आत्मघाती हमले को अंजाम देने और मंदिर परिसर को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाने की साजिश रच रहा था।
पूछताछ में खुलासा हुआ है कि हैदराबाद में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की बड़ी साजिश थी। बता दें कि अक्टूबर 2022 में 3 लोग गिरफ्तार हुए थे। तीनों पर UAPA के तहत केस दर्ज किया गया था।
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