इराक के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने आतंकवाद को लेकर कड़ा रुख दिखाया है। इराक में सुरक्षाबलों ने बड़ी सैन्य कार्रवाई करते हुए इस्लामिक स्टेट के एक कमांडर समेत नौ आतंकियों का खात्मा कर दिया है।
अमेरिका ने सीरिया में आईएसआईएस और अलकायदा आतंकवादियों के ठिकानों पर घातक हवाई हमला किया है। इस हमले में दोनों आतंकी समूहों के कम से कम 37 आतंकवादी मारे गए हैं।
दुनिया भर में आतंकी फंडिंग और मनीलांड्रिंग पर निगरानी करने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) ने भारत को अलकायदा और आइएसआइएस जैसे आतंकवादी संगठनों से खतरा बताया है। साथ ही आतंक के खिलाफ मोदी सरकार की कार्रवाई की तारीफ की है।
पेरिस स्थित एफएटीएफ एक वैश्विक संस्था है जो आतंकवाद के वित्तपोषण और मनी लॉन्ड्रिंग से निपटने के लिए कार्रवाई का नेतृत्व करती है और सिफारिशों को अंतिम रूप देती है।
कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को सिलेंडर की मदद से पलटने की साजिश की शुरुआती तफ्तीश में इस घटना में टेरर लिंक होने के सबूत मिल गए हैं। आशंका है कि इस घटना में एक खूंखार आतंकी संगठन का हाथ है।
उत्तर प्रदेश के कानपुर में अनवरगंज-कासगंज रेलवे रूट पर ट्रैक पर भरा हुआ सिलेंडर रखा गया था। प्रयागराज से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस इस सिलेंंडर से टकरा गई थी। अब इस घटना में किसी बड़ी साजिश की आशंका जताई जा रही है।
कांगों में इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने एक गांव पर भीषण हमला कर दिया। इस हमले में कम से कम 16 ग्रामीणों के मारे जाने की खबर है। स्थानीय नागरिकों के अनुसार मरने वालों की संख्या अभी बढ़ सकती है। दर्जनों लोग घायल हुए हैं।
रिजवान महज 23 साल की उम्र में वर्ष 2018 में ISIS में शामिल हुआ था। सेंट्रल एजेंसियों ने उसी वक्त रिजवान को पकड़ा था और उसे मुख्यधारा में लाने की पूरी कोशिश की गई।
जानकारी के मुताबिक रिजवान दिल्ली में ब्लास्ट की तैयारी कर रहा था।आतंकी रिजवान कमांडर फरतुल्लाह गोरी के सीधे संपर्क में था। उसने पुणे में कंट्रोल IED ब्लास्ट की ट्रेनिंग ली थी।
अमेरिका की सैन्य शाखा यूएस सेंट्रल कमांड की रिपोर्ट के अनुसार खूंखार आतंकी संगठन स्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) ने फिर खुद को बेहद मजबूत कर लिया है। इस बात का गवाह गत वर्ष ईराक और सीरिया पर हुए दोगुने हमले गवाही दे रहे हैं।
लीबिया के सिर्ते शहर में लाशों की कब्र मिलने से सनसनी फैल गई है। यहां एक खोज एजेंसी की टीम ने जब खोदाई शुरू की तो लाशों पर लाशें निकलने से कर्मचारी हैरान रह गए। कुल 24 लोगों के शव बराबद किए गए। यह ऐसी जगह है, जहां पहले आईएसआईएस के आतंकवादियों का कब्जा था।
मध्य प्रदेश के खंडवा से इंडियन मुजाहिद्दीन और इस्लामिक स्टेट की विचारधाराओं से प्रभावित एक खतरनाक आतंकवादी को गिरफ्तार किया गया है। आतंकी के पकड़े जाने पर अब सीएम मोहन यादव का भी जवाब आया है।
इस्लामिक स्टेट अपने अच्छे दिनों में इराक और सीरिया के एक बड़े हिस्से पर काबिज था, लेकिन आज इसका प्रभाव क्षेत्र नहीं के बराबर रह गया है। उन दिनों इस्लामिक स्टेट से जुड़ने वाली महिलाओं की हालत भी आज काफी खराब है।
रूसी सुरक्षाबलों ने मॉस्को में कर्मचारियों को बंधक बनाने वाले आईएसआईएस के आतंकियों मार गिराया है। बताया जा रहा है कि ये सभी कैदी के रूप में जेल में बंद थे, लेकिन उन्होंने कर्मचारियों को बंधक बना लिया था।
लेबनान की राजधानी बेरूत में अमेरिकी दूतावास पर हमला हुआ है। हमला करने वाले एक बंदूकधारी को लेबनानी सैनिकों ने पकड़ लिया है। इस घटना में दूतावास का कोई कर्मचारी हताहत नहीं हुआ है।
ISIS आतंकियों की गिरफ्तारी के मामले में श्रीलंका ने बड़ा खुलासा किया है। श्रीलंकाई मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, श्रीलंका पुलिस ने संदेह जताया है उस्मानद जेर्राड डेमाटागोडा नाम का शख्स आतंकियों का हैंडलर था।
गुजरात से गिरफ्तार आईएसआईएस के 4 संदिग्धों का पता श्रीलंका निकलने के बाद कोलंंबो भी हरकत में आ गया है। श्रीलंका की सरकार ने कहा है कि वह भारत जिस तरह चाहे, वह उनपर कार्रवाई कर सकता है। श्रीलंका की सरकार भी इस मामले की जांच करेगी।
मध्य सीरिया में इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने कुद्ज लड़ाकों पर बड़ा हमला किया है। इसमें 22 कुद्ज लड़ाके मारे गए हैं। खबर के मुताबिक आतंकियों ने एक बस पर अचानक हमला करके सरकार समर्थित लड़ाकों को मौत की नींद सुला दिया।
रूस की राजधानी मास्को में शुक्रवार को आतंकवादी हमला हुआ था। रूस में हुए इस हमले के बाद फ्रांस सरकार ने देश में सुरक्षा बढ़ा दी है। फ्रांस में कई शहरों में पुरिस गश्त भी बढ़ा दी गई है।
आईएसआईएस खुरासान ने अमेरिका और तालीबान को भी बहुत नुकसान पहुंचाया है। अमेरिका आज भी इसे खतरा मानता है। आईएसआईएस खुरासान साल 2014 में पहली बार उत्तरी अफगानिस्तान में अस्तित्व में आया था।
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