विपक्षी नेताओं पर देश के प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा लगाए गए राजद्रोहों के आरोपों पर पाकिस्तान की नेशनल असेम्बली में विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ ने सेना प्रमुख और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के प्रमुख से सुप्रीम कोर्ट में इस संबंध में सबूत पेश करने को कहा है।
आईएसआई के महानिदेशक के रूप में उनकी नियुक्ति के बाद से नदीम अंजुम की कोई भी तस्वीर या वीडियो फुटेज मीडिया को जारी नहीं की गई है। लेफ्टिनेंट जनरल अमजद शोएब ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि खुफिया सेवाओं का मूल सिद्धांत मीडिया की नजरों से दूर रहना है।
बता दें कि पाक सेना ने अक्तूबर की शुरुआत में ISI चीफ फैज हमीद को हटाने और उनकी जगह नदीम अहमद अंजुम को नया प्रमुख बनाने का ऐलान किया था। हालांकि, जनरल बाजवा के नेतृत्व वाली सेना की ओर से यह घोषणा होने के बावजूद इमरान खान ने नदीम अंजुम को ISI चीफ बनाने का फैसला नहीं लिया।
रंधावा ने दावा किया कि सिंह की लंबे समय से आलम के साथ मित्रता रही है और वह कई वर्षों तक भारत में रहीं और केंद्र सरकार ने समय-समय पर उनके वीजा को बढ़ाया।
पाकिस्तानी सेना ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अहमद अंजुम को खुफिया एजेंसी का नया प्रमुख नियुक्त किया गया है। हालांकि, प्रधानमंत्री इमरान खान के कार्यालय ने अंजुम की नियुक्ति की अधिसूचना जारी नहीं की है।
पाकिस्तानी सेना ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अहमद अंजुम को खुफिया एजेंसी का नया प्रमुख नियुक्त किया गया है। हालांकि, प्रधानमंत्री इमरान खान के कार्यालय ने अंजुम की नियुक्ति की अधिसूचना जारी नहीं की है।
इंटेलिजेंस सोर्स ने इस बात की पुष्टि की है कि पाकिस्तान की इंटेलिजेंस एजेंसी ISI TRF का इस्तेमाल कर आतंकी हत्याओं को अंजाम दे रही है और ISIS की आड़ में सोशल मीडिया पर इनका प्रचार-प्रसार कर रही है।
पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकवादी का नाम मोहम्मद अशरफ है, जो 15 साल से दिल्ली में रह रहा था। यह दिल्ली के स्लीपर सेल का मुखिया था। सूत्रों से यह भी पता चला है कि पाकिस्तानी आतंकवादी भारत आने वाले आतंकवादियों को हथियार तथा आने-जाने के लिए गाड़ियों की व्यवस्था करता था।
ISI प्रमुख की नियुक्ति प्रधानमंत्री द्वारा की जाती है, लेकिन परंपरा के अनुसार प्रधानमंत्री पाकिस्तान के सेना प्रमुख की सलाह से इस शक्ति को उपयोग करते हैं।
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वर्तमान सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा का कार्यकाल खत्म होने के बाद साल 2022 में जनरल फैज को देश का सेना प्रमुख बनाया जा सकता है।
आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद अगस्त के आखिरी सप्ताह में अघोषित दौरे पर काबुल गए थे और तालिबान के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की थी।
सेना ने 26 सितंबर को उरी में मुठभेड़ के दौरान अली बाबर पात्रा को पकड़ा था और उस समय वह अपनी जान की भीख मांग रहा था।
आईएसआई ने ऐसे कई कॉल सेंटर बनाए हैं जहां से पाकिस्तानी लड़कियां हिन्दू बनकर सोशल मीडिया के जरिए भारतीय सेना के जवानों को लुभाने की कोशिश करती हैं।
दो आतंकियों ओसामा और जीशान को पाकिस्तान में पाक फौज और आईएसआई ने ट्रेनिंग दी थी। ये आतंकी महत्वपूर्ण ट्रेनों के रूट और उनकी टाइमिंग के डिटेल्स इकट्ठा कर रहे थे।
पुलिस के अनुसार इस आतंकी माड्यूल के पीछे पाकिस्तान में बैठा प्रतिबंधित इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन का प्रमुख लखबीर सिंह रोडे और कासिम का हाथ है।
तालिबान की 33 सदस्यीय अंतरिम सरकार में 12 लोग ऐसे हैं जिन्हें ग्वांतानामो बे स्थित अमेरिकी जेल में कैद करके रखा गया था।
तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने शनिवार को कहा कि तालिबान एक ऐसी सरकार बनाने के लिये संघर्ष कर रहा है जो समावेशी और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को स्वीकार्य हो। तालिबान ने 15 अगस्त को काबुल पर काबिज होने के बाद दूसरी बार, काबुल में नयी सरकार के गठन की घोषणा स्थगित की है। मुजाहिद ने कहा, ''नयी सरकार और कैबिनेट सदस्यों के बारे में घोषणा अब अगले सप्ताह की जाएगी।''
अमेरिका से बाहर निकलने के बाद देश पर पूर्ण नियंत्रण प्राप्त करने के लिए तालिबान को बधाई देते हुए अल-कायदा ने कश्मीर पर भी बयान दिया था।
काबुल में कल हुए धमाकों के तार पाकिस्तान से जुड़ते दिख रहे हैं। अफगानिस्तान के पूर्व उप-राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने काबुल अटैक को लेकर पाकिस्तान को कटघरे में खड़ा किया है।
काबुल से भारतीय वीजा वाले कई अफगान पासपोर्ट चोरी हो गए हैं और इसके पीछे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ बताया जा रहा है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़