अडानी समूह जल्द ही ट्रेन टिकट बुकिंग के बिजनेस में कदम रखने जा रहा है, यहां गौतम अडानी आईआरसीटीसी को टक्कर देते दिखेंगे।
आपने ट्रेन में सफर जरूर किया होगा। लेकिन क्या आप रेलवे लाइन और रेल ट्रैक के बीच का अंतर जानते हैं। अधिकांश लोग रेलवे लाइन और रेलवे ट्रैक को एक ही समझते हैं। बता दें कि दोनों टर्म एक साथ इस्तेमाल किए जाते हैं लेकिन दोनों अलग अलग बात हैं।
भारतीय रेलवे यात्रियों को एक ऐसी स्पेशल सुविधा देती है जिसमें आप स्लीपर के टिकट पर एसी में सफर कर सकते हैं। हालांकि इसके लिए आपको टिकट बुक करने के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। आइए जानते हैं कि कैसे स्लीपर के टिकट में एसी कोच में यात्रा कर सकते हैं।
रेलवे ट्रैक में बिछी पटरी एक सिंगल पटरी नहीं होती, बल्कि यह अलग-अलग पटरियां होती हैं जिसे आपस में नट-बोल्ट से ज्वाइंट किया जाता है। जब एक पटरी के बाद दूसरी पटरी ट्रैक पर लगाई जाती है तो उनके बीच में कुछ गैप छोड़ा जाता हैं, इसकी एक बड़ी वजह है।
अगर आप ट्रेन से सफर करते हैं तो रेलवे द्वारा टिकट बुकिंग पर उपलब्ध कराया जाने वाला ट्रैवल इंश्योरेंस जरूर लें। यह रेल एक्सीडेंट (Railway Accident) या ऐसी ही अन्य अनहोनी की स्थिति में आपकी बहुत मदद कर सकता है।
रेलवे संबंधित जानकारी अब आप व्हाट्सऐप पर प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए आपको व्हाट्सऐप चैटबॉट पर 10 अंकों का पीएनआर दर्ज करना होगा। जिसके बाद आपके फोन पर आपकी यात्रा संबंधित सभी जानकारी मिल जाएगी।
ट्रेन में रिजर्वेशन करा कर तो जरूर सफर किया होगा। कभी न कभी तत्काल टिकट भी बुक किया होगा। कई बार आपके साथ ऐसा हुआ होगा कि लैपटॉप और मोबाइल से तत्काल का वेटिंग टिकट मिलता है लेकिन अगर रेलवे काउंट से टिकट बुक कराते हैं तो तत्काल में भी कंफर्म टिकट मिल जाता है। आइए बताते हैं इसके पीछे का कारण
यात्रियों को मिलने वाली इस नई सर्विस का नाम Buy Now Pay Later है। आईआरसीटीसी की तरफ से इस बात की जानकारी दी गई कि रेलवे की ऐप में अब Paytm Postpaid सर्विस को इनेबल कर दिया गया है।
ट्रेन में यात्रियों की सुविधा के लिए लगाए जाने वाले पंखों को कुछ वर्षों पहले तक चोर आसानी से चुरा लेते थे लेकिन, अब ऐसा नहीं है। चोरों से पंखों को बचाने के लिए रेलवे एक खास तरह की टेक्नोलॉजी का प्रयोग इन पर करता है।
इंडियन रेलवे ट्रेन में सीट फुल होने के बाद भी रेलवे कम से कम 200 से लेकर 300 यात्रियों को वेटिंग टिकट (Waiting Ticket) देता है। वेटिंग टिकट इसलिए दिया जाता है ताकि अगर कंफर्म टिकट वाला यात्री टिकट कैंसिल करे तो ट्रेन की सीट खाली न जाए और वेटिंग वाले पैसेंजर को जगह मिल जाए।
कई बार ट्रेन की सीट खाली होती है लेकिन हमें इसकी जानकारी नहीं होती। ट्रेन चलने से पहले या फिर चार्ट बनने से पहले तो आप आईआरसीटीसी (IRCTC) की वेबसाइट से खाली सीट का पता लगा लेते हैं लेकिन अब आप चलती हुई ट्रेन में भी स्लीपर कोच, एसी कोच में खाली सीट को भी चेक कर सकते हैं।
अगर आपका टिकट राजधानी, शताब्दी या दुरंतो जैसी ट्रेनों में है और अगर ये ट्रेने 2 घंटे से अधिक देरी से चलती हैं तो रेलवे यात्रियों को मुफ्त में भोजन मुहैयार कराती है।
पिछले कुछ दिनों से irctcconnect.apk ऐप को व्हाट्सऐप और टेलिग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के यूजर्स के पास तेजी से सेंड किया जा रहा है और फोन पर इंस्टाल करने के लिए कहा जा रहा है। अब इस ऐप को लेकर भारतीय रेलवे की तरफ से कदम उठाया गया है और यूजर्स को इससे बचने की सलाह दी गई है।
भारतीय रेलवे ने ऐलान किया है कि गर्मी की छुट्टी में 217 स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी, जो पूरे 4010 चक्कर लगाएंगी। यह समर स्पेशल ट्रेनें उत्तर रेलवे, मध्य रेलेवे समेत सभी जोन में चलाई जाएंगी।
मुंबई से गोवा के बीच तेजस एक्सप्रेस में सफर करनेवालों यात्रियों को अब एक और विस्टाडोम कोच की सुविधा मिलेगी। इस ट्रेन में पिछले साल सितंबर में पहला विस्टाडोम कोच लगाया गया था। अब दो विस्टाडोम कोच के साथ यह ट्रेन चलेगी।
इंडियन रेलवे ने ऐसी ट्रिक अपनाई और करोड़ों रुपये कमा लिए, जिसे जानकर आपको भी हैरानी होगी। जानिए क्या है वो ट्रिक-
अगर आप वैष्णो देवी जाने की इच्छा रखते हैं तो भारतीय रेलवे आपकी इस इच्छा को पूरा करने के लिए पूरी तरह तैयार है क्योंकि उसने वैष्णो देवी जाने के लिए टूर पैकेज की घोषणा कर दी है। रेलवे ने भारत गौरव स्पेशल ट्रेन द्वारा उत्तर दर्शन नाम से पैकेज निकाला है।
अधिकतर लोग चैटिंग वीडियो कॉल और डॉक्यूमेंट शेयर के लिए वॉट्सऐप यूज करते हैं। अब वॉट्सऐप AI चैटबॉट इस्तेमाल कर रोज की जिंदगी को आसान बना सकते हैं। इसके लिए इन 5 नंबर को हमेशा के लिए स्मार्टफोन में सेव कर लें। वॉट्सऐप के ये 5 नंबर बहुत काम के हैं, यहां जानें सभी के बारे में।
ट्रेनों में यात्रा करते समय अक्सर यात्री शिकायत करते हैं कि उन्हें मिलने वाला कंबल, तकिया और तौलिया धुला हुआ नहीं है या उनमें से बदबू आ रही है। लेकिन अब यात्री यह जान सकेंगे कि आखिरी बार उन्हें मिलने वाले कंबल, तकिया और तौलिया को कब धोया गया था।
बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्रियों पर फाइन लगाकर एक महिला टीटी रोजलिन मेरी सुर्खियों में आ गई है। दरअसल उन्होंने एक साल में एक करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना वसूला है।
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