इंडियन रेलवे ने आज से लेकर 3 सितंबर तक 20 ट्रेनें रद्द कर दी हैं। अगर आप भी कहीं जाने का प्लान बना रहे हैं तो कैंसिल ट्रेनों की पूरी लिस्ट देख लें-
रेलवे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में बताया है कि इस समय IRCTC की नकली मोबाइल ऐप प्रचलन में है।
IRCTC की साइट और ऐप पर ट्रेन बुकिंग की सुविधा फिर से शुरू हो गई है। आज सुबह से यात्री इससे टिकट बुक नहीं कर पा रहे थे। जिसके बाद आईआरसीटीसी ने बताया था कि सिस्टम में तकनीकी खराबी आ गई है, जिसकी वजह से ये समस्या आ रही है।
यात्रियों की सुविधा का ध्यान रखते हुए रेलवे अपने ट्रेन कोच को तेजी से मॉडीफाई कर रही है। रेलवे ने कई ट्रेनों के पारंपरिक ICF कोच को LBH कोच से रिप्लेस कर दिया है। जिन ट्रेनों में ICF कोच का अब भी इस्तेमाल हो रहा है उनको मॉडिफाई किया जा रहा है।
रेलवे ने जानकारी दी है कि बारिश, बाढ़, और दूसरे कारणों की वजह से आज करीब दर्जनभर से ट्रेनें कैंसिल हुई हैं। इनमें देशभर के कई रूट्स की अलग-अलग राज्यों से जाने वाली ट्रेनें शामिल हैं।
मुरादाबाद मंडल से चलने वाली 17 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। इसके अलावा कई ट्रेनों के रूट में बदलाव किया गया है और कई ट्रनों को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है।
रेलवे पहले टिकट की बुकिंग सिर्फ 11.30 बजे तक करती था। यानी 1 घंटे तक टिकट की बुकिंग नहीं होती थी। लेकिन यात्रियों की असुविधा को देखते हुए रेलवे ने टिकट बुकिंग न करने की समय सीमा को घटा दिया है। यात्री लोग अब सिर्फ 11.45 बजे तक टिकट की बुकिंग कर सकते हैं।
Indian Railway के कई ऐसे नियम हैं जिनसे बहुत से लोग अंजान हैं। आप जानते हैं कि एक यूजर आईडी पर एक महीने में टिकट बुक करने की भी एक मियाद है या एक लिमिट है, जिसके बारे में बेहद कम लोगों को पता है। आज हम आपको भारतीय रेलवे के इसी नियम के बारे में बताएंगे।
कई बार हमें ट्रेन की टिकट को कैंसिल कराना पड़ता है। वैसे तो टिकट कैंसिल कराने पर हमें रिफंड मिलता है लेकिन कुछ ऐसी टिकट भी होती हैं जिन्हें कैंसिल कराने पर हमें एक भी रुपया रिफंड के तौर पर नहीं मिलता है। इसके साथ ही ट्रेन टिकट को कैंसिल कराने से पहले रिफंड पॉलिसी को जानना जरूरी है।
अडानी समूह जल्द ही ट्रेन टिकट बुकिंग के बिजनेस में कदम रखने जा रहा है, यहां गौतम अडानी आईआरसीटीसी को टक्कर देते दिखेंगे।
आपने ट्रेन में सफर जरूर किया होगा। लेकिन क्या आप रेलवे लाइन और रेल ट्रैक के बीच का अंतर जानते हैं। अधिकांश लोग रेलवे लाइन और रेलवे ट्रैक को एक ही समझते हैं। बता दें कि दोनों टर्म एक साथ इस्तेमाल किए जाते हैं लेकिन दोनों अलग अलग बात हैं।
भारतीय रेलवे यात्रियों को एक ऐसी स्पेशल सुविधा देती है जिसमें आप स्लीपर के टिकट पर एसी में सफर कर सकते हैं। हालांकि इसके लिए आपको टिकट बुक करने के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। आइए जानते हैं कि कैसे स्लीपर के टिकट में एसी कोच में यात्रा कर सकते हैं।
रेलवे ट्रैक में बिछी पटरी एक सिंगल पटरी नहीं होती, बल्कि यह अलग-अलग पटरियां होती हैं जिसे आपस में नट-बोल्ट से ज्वाइंट किया जाता है। जब एक पटरी के बाद दूसरी पटरी ट्रैक पर लगाई जाती है तो उनके बीच में कुछ गैप छोड़ा जाता हैं, इसकी एक बड़ी वजह है।
अगर आप ट्रेन से सफर करते हैं तो रेलवे द्वारा टिकट बुकिंग पर उपलब्ध कराया जाने वाला ट्रैवल इंश्योरेंस जरूर लें। यह रेल एक्सीडेंट (Railway Accident) या ऐसी ही अन्य अनहोनी की स्थिति में आपकी बहुत मदद कर सकता है।
रेलवे संबंधित जानकारी अब आप व्हाट्सऐप पर प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए आपको व्हाट्सऐप चैटबॉट पर 10 अंकों का पीएनआर दर्ज करना होगा। जिसके बाद आपके फोन पर आपकी यात्रा संबंधित सभी जानकारी मिल जाएगी।
ट्रेन में रिजर्वेशन करा कर तो जरूर सफर किया होगा। कभी न कभी तत्काल टिकट भी बुक किया होगा। कई बार आपके साथ ऐसा हुआ होगा कि लैपटॉप और मोबाइल से तत्काल का वेटिंग टिकट मिलता है लेकिन अगर रेलवे काउंट से टिकट बुक कराते हैं तो तत्काल में भी कंफर्म टिकट मिल जाता है। आइए बताते हैं इसके पीछे का कारण
यात्रियों को मिलने वाली इस नई सर्विस का नाम Buy Now Pay Later है। आईआरसीटीसी की तरफ से इस बात की जानकारी दी गई कि रेलवे की ऐप में अब Paytm Postpaid सर्विस को इनेबल कर दिया गया है।
ट्रेन में यात्रियों की सुविधा के लिए लगाए जाने वाले पंखों को कुछ वर्षों पहले तक चोर आसानी से चुरा लेते थे लेकिन, अब ऐसा नहीं है। चोरों से पंखों को बचाने के लिए रेलवे एक खास तरह की टेक्नोलॉजी का प्रयोग इन पर करता है।
इंडियन रेलवे ट्रेन में सीट फुल होने के बाद भी रेलवे कम से कम 200 से लेकर 300 यात्रियों को वेटिंग टिकट (Waiting Ticket) देता है। वेटिंग टिकट इसलिए दिया जाता है ताकि अगर कंफर्म टिकट वाला यात्री टिकट कैंसिल करे तो ट्रेन की सीट खाली न जाए और वेटिंग वाले पैसेंजर को जगह मिल जाए।
कई बार ट्रेन की सीट खाली होती है लेकिन हमें इसकी जानकारी नहीं होती। ट्रेन चलने से पहले या फिर चार्ट बनने से पहले तो आप आईआरसीटीसी (IRCTC) की वेबसाइट से खाली सीट का पता लगा लेते हैं लेकिन अब आप चलती हुई ट्रेन में भी स्लीपर कोच, एसी कोच में खाली सीट को भी चेक कर सकते हैं।
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