दुनिया भर में लोगों को दफनाने के लिए कब्रिस्तान बने हैं लेकिन इराक में एक कब्रिस्तान ऐसा है जो अपने आप में खास है। यह दुनिया का सबसे बड़ा कब्रिस्तान है। चलिए आपको इस कब्रिस्तान की तस्वीरें दिखाते हैं साथ ही इसके बारे में रोचक बातें भी बताते हैं।
इराक में 40 साल बाद जनगणना की गई है। इसके शुरुआती आकंड़ें सामने आएं हैं। इसके पहले इराक में साल 1987 में जनगणना की गई थी।
एक मुस्लिम देश ने अपने यहां लड़कियों की शादी की उम्र 18 से घटाकर 9 साल करने का फैसला किया है। जो उम्र इन बच्चियों के पढ़ने-लिखने की है, उस आयु में इन्हें कानूनी रूप से पुरुषों की हवस के हवाले सौंप दिया जाएगा। इस डर से इराकी महिलाएं आंदोलन पर उतर आई हैं।
कुर्दों की अपनी अलग भाषा और संस्कृति है। तुर्किये में कुर्दों का संघर्ष बहुत पुराना है और यह दुश्मनी कई दशकों से चली आ रही है। तुर्किये और कुर्दों के बीच विवाद की जड़े बहुत गहरी हैं।
तुर्किये ने सीरिया और इराक में हवाई हमले किए हैं। हवाई हमले तुर्किये में हुए आतंकी हमले की बाद किए गए हैं। तुर्किये के राष्ट्रपति रजब तैय्यब एर्दोआन ने कहा है आतंकी हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
इराक के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने आतंकवाद को लेकर कड़ा रुख दिखाया है। इराक में सुरक्षाबलों ने बड़ी सैन्य कार्रवाई करते हुए इस्लामिक स्टेट के एक कमांडर समेत नौ आतंकियों का खात्मा कर दिया है।
इराक के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार पूरे देश में लगभग 100 बच्चे "नसरल्लाह" नाम से पंजीकृत किए गए हैं। नसरल्लाह तीन दशक से ज्यादा समय तक हिजबुल्लाह का प्रमुख रहा। इराक की बहुसंख्यक आबादी शिया समुदाय के बीच नसरल्लाह काफी लोकप्रिय था।
ईरान के राष्ट्रपति डॉ. मसूद पेजेश्कियन ने अपनी पहली विदेश यात्रा की शुरुआत कर दी है। उन्होंने अपनी यात्रा का आगाज उसी देश से किया, जिसने कभी ईराने के खिलाफ ही जंग का बिगुल बजाया था।
इराक में इस्लामिक स्टेट के आतंकियों पर किए गए हमले में 15 लोगों की मौत हो गई है। साथ ही 7 अमेरिकी सैनिक घायल हुए हैं। यह हमला इराक और अमेरिकी बलों ने मिलकर किया था। आतंकियों के कई ठिकाने पूरी तरह ध्वस्त हो गए हैं।
पैगम्बर मोहम्मद के नवासे इमाम हुसैन की याद में "अरबाईन" यात्रा निकाली जाती है। 10 मुहर्रम के बाद 40वें दिन दुनियाभर से करोड़ों लोग इस पैदल यात्रा में शामिल होकर कर्बला पहुंचते हैं और इमाम हुसैन की शहादत का गम मनाते हैं।
ईरान में भीषण सड़क हादसा हुआ है। हादसा उस वक्त हुआ जब पाकिस्तान से इराक ले जा रही एक बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में 28 जायरीनों की मौत हो गई है। बस में कुल 51 लोग सवार थे।
इराक ने लड़कियों की शादी की उम्र 18 वर्ष से घटाकर 9 वर्ष करने के लिए संसद में प्रस्ताव पेश किया है। अगर यह विधेयक कानून बन जाता है तो इससे बच्चियों और महिलाओं के अधिकारों का हनन होने के साथ हिंसा की घटनाएं बढ़ने की आशंका है। ऐसे में इसका विरोध शुरू हो गया है।
अमेरिका की सैन्य शाखा यूएस सेंट्रल कमांड की रिपोर्ट के अनुसार खूंखार आतंकी संगठन स्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) ने फिर खुद को बेहद मजबूत कर लिया है। इस बात का गवाह गत वर्ष ईराक और सीरिया पर हुए दोगुने हमले गवाही दे रहे हैं।
इराक में अब समलैंगिक संबंध बनाना और मौज-मस्ती के लिए अपनी पत्नी को दूसरे पुरुषों के पास भेजना और उसकी पत्नी को अपने पास बुलाना भी अपराध घोषित कर दिया गया है। इराक की संसद ने अब से समलैंगिक संबंध बनाने और वाइफ स्वैपिंग करने पर 15 साल तक की जेल की सजा का प्रावधान किया गया है।
सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसरों की हत्याओं ने हर किसी को हैरान कर दिया है। इराक में एक के बाद एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसरों को उनके घर के सामने ही मार दिया जा रहा है। इस मामले में अब इराकी अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है।
इराक के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात की थी। इस मुलाकत के एक दिन बाद ही इराक की ओर से अमेरिकी सैन्य अड्डों को निशाना बनाते हुए रॉकेट दागे गए।
इजरायल पर ईरान के हमले ने तीसरे विश्व युद्ध का खतरा और बढ़ा दिया है। अब इसमें मध्य-पूर्व के अलावा यूरोप और एशिया के कई देशों की प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष एंट्री की आशंका है। ईरान के साथ ही सीरिया, लेबनान और इराक के ईरानी हमदर्दों ने भी इजरायल के सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला कर दिया है। ऐसे में इजरायल पलटवार जरूर करेगा।
इराक और सीरिया में आतंक की जड़ें मजबूत करने के बाद अब इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आइएसआइएस) आतंकवादी समूह अफ्रीकी देशों में नया ठिकाना बना रहा है। संयुक्त राष्ट्र ने आइएसआइएस के खतरों के लेकर आगाह भी किया है। आइएसआइएस आतंकी विदेशों में हमला करने की योजना बना रहे हैं।
अमेरिका ने ईरान और इराक समर्थित सशस्त्र समहूों के हमले में 3 अमेरिकी सैनिकों के मारे जाने के बाद इराक और सीरिया में अपने सैन्य अभियान को तेज कर दिया है। अमेरिका ने इराक और सीरिया में दो दिनों में 100 से ज्यादा ठिकानों को तबाह किया है। इसमें अब तक 40 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। इससे क्षेत्र में एक नया संघर्ष पैदा हो गया।
अमेरिकी सैनिकों की मौत से बौखलाए राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इराक और सीरिया में मिलिशिया समूहों के 85 ठिकानों पर भीषण हवाई हमला किया है। इसमें बड़ी संख्या में ईरान समर्थित आतंकियों के मारे जाने की आशंका है। अमेरिका ने कहा कि अभी तो ये हमले का आगाज है। आगे बड़ी तबाही होगी।
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