पाकिस्तान और ईरान के बीच तनाव काफी ज्यादा बढ़ चुका है और एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले दिनों में दोनों देशों के मध्य और भी कड़ा संघर्ष देखने को मिल सकता है।
पाकिस्तान और ईरान अब एक दूसरे के कट्टर दुश्मन बन गए हैं। एक दूसरे पर परस्पर एयरट्राइक के बाद दोनों देशों में तनाव बढ़ गया है। ऐसे में अमेरिकी राष्ट्रपति ने बयान जारी किया है। इससे ईरान को बढ़ झटका लगा है।
ईरान और पाकिस्तान में तनाव और बढ़ गया है। दोनों देशों ने एकदूसरे की सीमा में जाकर आतंकियों पर अटैक किया है। यह तनाव बढ़ा, तो जंग भी हो सकती है। जानिए ऐसी स्थिति में कौन किस पर भारी है?
ईरान और पाकिस्तान में तनाव बढ़ गया है। ईरान के अटैक के बाद पाकिस्तान ने भी जवाबी एयरस्ट्राइक की है। इस पर ईरान भड़क गया है। ईरान ने पाकिस्तान को दो टूक कह दिया है कि वह इस एयर स्ट्राइक पर अपना स्पष्टीकरण दे।
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में ईरानी एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने भी पलटवार करते हुए ईरान पर आज हमला किया। इस हमले में कुल 7 लोग मारे गए। मगर अब कहा जा रहा है कि पाकिस्तान के हमले में मारे गए लोग ईरानी नहीं थे। इस बीच पाकिस्तान ने भी कहा है कि उसने जिस आतंकी समूह पर हमला किया है वह पाक मूल के हैं।
ईरान और पाकिस्तान में जंग की आहट तेज हो गई है। ईरानी एयर स्ट्राइक के बाद गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी देने वाले पाकिस्तान ने भी पलटवार किया है। पाकिस्तानी सेना ने ईरान के कई ठिकानों पर हमले का दावा किया है। इस हमले में ईरान में 4 बच्चों और 3 महिलाओं समेत कुल 7 लोगों की मौत हो गई है।
पाकिस्तान पर 2 दिन पहले ईरान के एयरस्ट्राइक पर भारत की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। हालांकि भारतीय विदेश मंत्रालय ने इसे दो देशों के बीच का मामला बताया। मगर साथ ही कुछ ऐसा कह दिया, जिससे कि पाकिस्तान को बात चुभने लगी है। भारत ने पत्रकारों के ईरानी एयर स्ट्राइक पर पूछे सवाल के जवाब में अपनी प्रतिक्रिया दी है।
पाकिस्तान की सीमा के पास 'आतंकवादी' हमले में एक ईरानी अधिकारी की मौत की खबर है। ईरानी अफसर की हत्या गोली मारकर की गई। ईरान के पाक सीमा में आतंकी समूह पर अटैक के एक दिन बाद यह घटना सामने आई है।
ईरान ने पाकिस्तान की सीमा में हवाई हमला और मिसाइल अटैक किया है। इस मामले ने तूल पकड़ लिया है। पाकिस्तान ने ईरानी राजदूत को निष्कासित कर दिया और तेहरान से अपना दूत बुला लिया। इसी बीच ईरान की ओर से इस हमले के बाद बड़ी प्रतिक्रिया आई है।
ईरान द्वारा पाकिस्तान की सीमा में घुसकर किए गए हमले से पाकिस्तान बौखला गया है। इस घटना के बाद कार्रवाई करते हुए तेहरान से अपना दूत बुला लिया और ईरानी राजदूत को निष्कासित कर दिया। ईरान ने पाक में स्थित आतंकी ठिकानों पर यह हमला किया था।
इधर भारतीय विदेश मंत्री ईरान की यात्रा पर गए और उधर ईरान ने भारत के दुश्मन पाकिस्तान पर बड़ा मिसाइल अटैक कर दिया। अचानक हमले से पाकिस्तान सकते में है। सवाल यह उठ रहा है कि यह हमला जयशंकर की यात्रा का संयोग है या कोई कड़ा संदेश?
जिस ईरान ने पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक की है, कभी वह पाक का पक्का दोस्त था। दोनों देशों में भाई-भाई जैसा रिश्ता था। मगर वक्त का पहिया ऐसा घूमा कि धीरे-धीरे विभिन्न वजहों अब दोनों देश एक दूसरे के कट्टर दुश्मन हो गए। वहीं ईरान की करीबी इस बीच भारत के साथ बढ़ने लगी।
पाकिस्तान को ईरान ने बड़ा झटका देते हुए उस वक्त आतंकवादी समूह जैश-अल-अदल के ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला कर दिया, जब पीएम अनवर उल हक काकर ईरानी विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन के साथ दाओस में राजनयिक वार्ता कर रहे थे। पाकिस्तान ने इस हमले में 2 बच्चों के मारे जाने की पुष्टि की है।
भारत के बाद ईरान ने भी पाकिस्तान के आतंकवादी समूह जैश-अल-अदल के ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया है। इससे पाकिस्तान बौखला गया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इसे हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करार देते हुए गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है। इससे पहले भारत पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक कर चुका है।
ईरान ने पाकिस्तान में आतंकवादी समूह जैश अल-अदल के ठिकानों पर मंगलवार को हमले किए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हमले के लिए मिसाइल और ड्रोन का इस्तेमाल किया गया, लेकिन पाकिस्तान ने तत्काल हमले की बात स्वीकार नहीं की है।
ईरान ने कहा है कि उसने सीरिया में इस्लामिक स्टेट के ठिकानों सहित ‘आतंकवादी गतिविधियों’ पर हमला किया और कई बैलिस्टिक मिसाइल दागकर उन्हें नष्ट कर दिया।
मिडिल ईस्ट में लगातार तनाव बढ़ रहा है। पहले गाजा में हमास और इजराइल की जंग, फिर लाल सागर में हूतियों के बढ़ते आतंक के कारण लाल सागर में अमेरिका ब्रिटेन के जहाजों का यमन के हूतियों पर हमला, लेबनान में हिजबुल्लाह से इजराइल की लड़ाई और अब ओमान में ईरान द्वारा तेल टैंकर जब्त करने से ओमान में भी तनाव बढ़ सकता है।
एपी की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान ने पुष्टि की है कि उसकी नौसेना ने ओमान की खाड़ी में तेल टैंकर को जब्त कर लिया है जिसमें कथित तौर पर हथियारबंद लोग सवार थे।
ईरान हाल ही में अपने देश में हुए भीषण बम धमाकों का बदला लेगा। जानिए ये हमले किसने कराए। इसके पीछे क्या था मकसद? ये जानना भी जरूरी है कि इस घटना के बाद मिडिल ईस्ट में आतंकी संगठनों के बीच कोई नई जंग भी छिड़ सकती है।
इजरायल-हमास युद्ध के दौरान बढ़ रहे क्षेत्रीय तनाव के बीच अमेरिका ने एक बड़ी एयरस्ट्राइक में ईरान समर्थित मिलिशिया नेता को ढेर कर दिया है। अमेरिका ने बगदाद स्थित मिलिशाई मुख्यालय पर हवाई हमला किया, जिसमें मिलिशिया नेता व संचालन के उप प्रमुख अबू तकवा ढेर हो गया।
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