ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन हो जाने के बाद भारत को भी काफी गहरा दुख पहुंचा है। ईरान हमेशा से ही भारत का मजबूत रणनीतिक और ऊर्जा साझीदार रहा है। इसी साल इब्राहिम रईसी भारत आने वाले थे। उससे पहले उन्होंने भारत के साथ चाबहार पोर्ट का बड़ा समझौता करके अपनी दोस्ती को नया मुकाम दिया था।
ईरान के लोगों के लिए बुरी खबर सामने आई है। दरअसल ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री अमीर अब्दुल्लाहियान की हेलीकॉप्टर हादसे में मौत हो चुकी है। घटनास्थल पर हुए क्रैश का वीडियो अब सामने आ चुका है।
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर क्रैश में मौत हो चुकी है। इस बीच अब यह संभावना जताई जा रही है कि अगर उन्हें कुछ होता है तो उनके स्थान पर मोहम्मद मोखबर को ईरान का अगला राष्ठ्रपति बनाया जा सकता है। चलिए बताते हैं कि कौन हैं मोहम्मद मोखबर?
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री की हेलिकॉप्टर हादसे में मौत की खबर सामने आ रही है। सोमवार को रॉयटर्स ने ईरानी अधिकारियों के हवाले से इस बात की पुष्टि कर दी है।
रविवार को ईरान के राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर से अधिकारियों का संपर्क टूट गया था। इसके बाद से ही उनकी तलाश जारी है। रईसी के साथ देश के विदेश मंत्री भी यात्रा कर रहे थे। राष्ट्रपति रईसी के जिंदा होने की संभावना कम है।
ईरान के राष्ट्रपति रईसी का हेलीकॉप्टर लापता है। जिस वक्त ये दुर्घटना हुई तब इब्राहिम रईसी ईरान के पूर्वी अजरबैजान प्रांत में यात्रा कर रहे थे।
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिमी रईसी का हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया है और उनकी खोजबीन अब भी जारी है। विश्वभर के कुछ नेता इसे हादसा तो कुछ लोग राजनीतिक षड़यंत्र बता रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रईसी को पैंगंबर मोहम्मद का वंशज और अयातुल्ला खामनेई का उत्तराधिकारी माना जाता है।
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलीकॉप्टर अजरबैजान में क्रैश होने से हड़कंप मचा है। ईरानी सांसद ने जानकारी दी है कि अबतक उनका हेलीकॉप्टर के बारे में कुछ पता नहीं चल सका है, खोजबीन जारी है।
ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को लेकर जा रहा हेलीकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हो गया है। रिपोर्टों के मुताबिक अजरबैजान में हेलीकॉप्टर की हार्ड लैंडिंग की खबर है और उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है।
लाल सागर में वाणिज्यिक जहाजों को लगातार निशाना बना रहे यमन के हूतियों को लेकर अमेरिका बिफर पड़ा है। अमेरिका ने हूतियों को हथियार उपलब्ध करा रहे ईरान को बड़ी चेतावनी दी है। बाइडेन प्रशासन का कहना है कि ईरान तत्काल यमन के हूतियों को हथियार देना बंद करे।
अमेरिका ने कहा है कि ईरान के साथ व्यापारिक समझौते करने वाले किसी भी देश पर प्रतिबंधों का खतरा है। बता दें कि भारत-ईरान ने हाल ही में चाबाहार बंदरगाह को लेकर एक डील की है।
भारत ने चीन और पाकिस्तान को जवाब देने के लिए ईरान के साथ चाबहार पोर्ट के संचालन को लेकर बड़ा समझौता किया है। समझौते के मुताबिक अब इसका संचालन लंबे समय तक भारत के पास रहेगा। यह व्यापार और रणनीतिक रूप से भारत के लिए अहम समझौता है।
चाबहार बंदरगाह भारत और ईरान के बीच महत्वपूर्ण कड़ी है। भारत और ईरान के बीच इस बंदरगाह को लेकर अहम समझौता होने जा रहा है। भारत और ईरान के बीच इस डील से नया ट्रेड रूट भी खुल जाएगा।
ईरान के जिन स्टोर्स का वीडियो वायरल हो रहा है उनमें से ज्यादातर ब्रांड्स वेस्टर्न कंपनियों के हैं। जिसमें आपको एडिडास, गुच्ची, एच एंड एम, स्टारबक्स और सबवे जैसे ब्रांड्स देखने को मिल जाएंगे।
ईरान के साथ व्यारिक संबंध रखने की सजा तीन भारतीय कंपनियों को भुगतनी पड़ी है। अमेरिका ने एक दर्जन से अधिक कंपनियों पर बैन लगाया है जिनमें भारतीय कंपनियां भी शामिल हैं।
इजरायल से जंग छिड़ने के बाद ईरान ने अपने दुश्मन रहे पाकिस्तान को दोस्त बना लिया है। ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने 3 दिनों के पाकिस्तान दौरे के बाद दोनों देशों के बीच कई अहम समझौते किए हैं। माना जा रहा है कि ईरान ने इजरायल से मुकाबले के लिए पाकिस्तान से दोस्ती बढ़ाई है। जबकि दोनों देश अब तक दुश्मन थे।
इजरायल-हमास युद्ध और इजरायल-ईरान युद्ध ने मध्य-पूर्व में बहुत कुछ परिवर्तन दिखाया है। इजरायल-हमास युद्ध के दौरान लेबनान, सीरिया और ईरान पहले ही तेल-अवीव के खिलाफ अप्रत्यक्ष युद्ध में शामिल थे। मगर ईरान-इजरायल द्वारा एक दूसरे पर हवाई हमले ने अब पाकिस्तान और ईरान की दुश्मनी को भी दोस्ती में बदल दिया है।
अमेरिका की ओर से इशारों में पाकिस्तान को बता दिया गया है कि ईरान के साथ व्यापारिक रिश्ते रखने पर उसे नुकसान उठाना पड़ सकता है। ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी पाकिस्तान के दौरे पर हैं जिसे लेकर अमेरिका पूरी नजर बनाए हुए है।
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के बीच वार्ता हुई है। इस दौरान असीम मुनीर ने रईसी के साथ बॉर्डर पर चल रहे गतिरोध पर चर्चा की।
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