हेलीकॉप्टर हादसे में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत के बाद अमेरिका ने अपना रुख साफ कर दिया है। अमेरिका ने कहा है कि हेलीकॉप्टर हादसे की जांच में अमेरिका ईरान की मदद करने में सक्षम नहीं है।
इब्राहिम रईसी के कार्यकाल में ईरान ने विदेश नीति के मामले में शानदार काम किया। रूस और चीन दोनों ही देशों के साथ ईरान के मजबूत संबंध बने। अब जब रईसी का निधन हो गया है तो कई तरह के सवाल भी उठ खड़े हुए हैं।
इब्राहिम रईसी हमेशा काली पगड़ी और काला लबादा ही पहनते थे। रईसी पैगंबर मोहम्मद के वंश से आते थे और उनकी काली पगड़ी इस बात को दर्शाती थी कि वो पैगंबर मोहम्मद से सीधे जुड़े हुए थे।
इब्राहिम रईसी हमेशा ही विवादों में रहे। उनके उदय से लेकर देश में शासन करने और मौत का नाता भी विवाद से जुड़ा है। हालांकि, अपनी मजबूत इच्छाशक्ति और अडिग रहने के लिए वह याद किए जाएंगे।
भारत ने अपने दोस्त ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के निधन पर एक दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया है। केंद्रीय गृहमंत्रालय ने यह घोषणा की है। वहीं इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने रईसी के निधन पर गहरा शोक जाहिर किया था।
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन हो जाने के बाद उनकी कुर्सी को काले कपड़े से ढंक दिया गया है। इसके पीछे शोक के अलावा धार्मिक वजह बताई जा रही है। रईसी पैगम्बर मोहम्मद के वंशज माने जाते हैं, वह हमेशा काली पगड़ी पहनते थे। इसलिए उसके प्रतीक के तौर पर मंत्रिमंडल ने यह फैसला लिया।
ईरान ने राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत के बाद कार्यवाहक राष्ट्रपति के नाम की घोषणा कर दी है। ईरान के मौजूदा उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया गया है।
वर्ष 1988 में क्रूर नरसंहार के लिए अमेरिका समेत कई देशों ने ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी पर कड़े प्रतिबंध लगाए। बाद में हिजाब पहनने के खिलाफ हुए आंदोलन में महसा अमीनी की पुलिस हिरासत में मौत के लिए संयुक्त राष्ट्र ने युवती को शारीरिक प्रताड़ना देने के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया था।
Ebrahim Raisi death : जब भी दुनिया में भू-राजनैतिक अस्थिरता आती है, सेफ हैवन एसेट के रूप में गोल्ड की डिमांड बढ़ती है। इससे सोने की कीमतों में इजाफा होता है।
हेलीकॉप्टर क्रैश में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री की मौत हो गई थी। अब घटनास्थल से शव का मिलना शुरू हो गया है। तस्वीरें ईरानी मीडिया द्वारा शेयर की गई हैं।
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन हो जाने के बाद भारत को भी काफी गहरा दुख पहुंचा है। ईरान हमेशा से ही भारत का मजबूत रणनीतिक और ऊर्जा साझीदार रहा है। इसी साल इब्राहिम रईसी भारत आने वाले थे। उससे पहले उन्होंने भारत के साथ चाबहार पोर्ट का बड़ा समझौता करके अपनी दोस्ती को नया मुकाम दिया था।
ईरान के लोगों के लिए बुरी खबर सामने आई है। दरअसल ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री अमीर अब्दुल्लाहियान की हेलीकॉप्टर हादसे में मौत हो चुकी है। घटनास्थल पर हुए क्रैश का वीडियो अब सामने आ चुका है।
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर क्रैश में मौत हो चुकी है। इस बीच अब यह संभावना जताई जा रही है कि अगर उन्हें कुछ होता है तो उनके स्थान पर मोहम्मद मोखबर को ईरान का अगला राष्ठ्रपति बनाया जा सकता है। चलिए बताते हैं कि कौन हैं मोहम्मद मोखबर?
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री की हेलिकॉप्टर हादसे में मौत की खबर सामने आ रही है। सोमवार को रॉयटर्स ने ईरानी अधिकारियों के हवाले से इस बात की पुष्टि कर दी है।
रविवार को ईरान के राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर से अधिकारियों का संपर्क टूट गया था। इसके बाद से ही उनकी तलाश जारी है। रईसी के साथ देश के विदेश मंत्री भी यात्रा कर रहे थे। राष्ट्रपति रईसी के जिंदा होने की संभावना कम है।
ईरान के राष्ट्रपति रईसी का हेलीकॉप्टर लापता है। जिस वक्त ये दुर्घटना हुई तब इब्राहिम रईसी ईरान के पूर्वी अजरबैजान प्रांत में यात्रा कर रहे थे।
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिमी रईसी का हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया है और उनकी खोजबीन अब भी जारी है। विश्वभर के कुछ नेता इसे हादसा तो कुछ लोग राजनीतिक षड़यंत्र बता रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रईसी को पैंगंबर मोहम्मद का वंशज और अयातुल्ला खामनेई का उत्तराधिकारी माना जाता है।
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलीकॉप्टर अजरबैजान में क्रैश होने से हड़कंप मचा है। ईरानी सांसद ने जानकारी दी है कि अबतक उनका हेलीकॉप्टर के बारे में कुछ पता नहीं चल सका है, खोजबीन जारी है।
ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को लेकर जा रहा हेलीकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हो गया है। रिपोर्टों के मुताबिक अजरबैजान में हेलीकॉप्टर की हार्ड लैंडिंग की खबर है और उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है।
लाल सागर में वाणिज्यिक जहाजों को लगातार निशाना बना रहे यमन के हूतियों को लेकर अमेरिका बिफर पड़ा है। अमेरिका ने हूतियों को हथियार उपलब्ध करा रहे ईरान को बड़ी चेतावनी दी है। बाइडेन प्रशासन का कहना है कि ईरान तत्काल यमन के हूतियों को हथियार देना बंद करे।
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