इजरायल के हमले के बाद अब ईरान जवाबी हमले की तैयारी कर रहा है। सूत्रों की मानें तो ईरान इजरायल पर कभी-भी जवाबी हमला कर सकता है।
देर रात हुए हमले से बौखलाए ईरान ने कहा है कि हम हर हमले का जवाब देने के लिए तैयार हैं। वहीं इजरायल ने भी कहा है कि ईरान फिर पहले वाली गलती को न दोहराए।
इजरायल ने बदले की कार्रवाई करते हुए जहां ईरान पर जमकर बमबारी की वहीं सीरिया के सैन्य ठिकानों को भी निशाना बनाया। इजरायल ने एक साथ दोनों देशों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की है।
ईरान ने एक अक्टूबर को इजरायल पर लगभग 180 मिसाइलें दागी थीं। इसके बाद इजरायल की तरफ से कहा गया था कि ईरान को इस हमले की कीमत चुकानी होगी और अब इजरायल की तरफ से जवाबी कार्रवाई की गई है।
पीएम मोदी ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन से मुलाकात की। विदेश सचिव विक्रम मिसरी के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच सार्थक चर्चा हुई।
ईरान ने सद्दाम हुसैन के अमेरिकी सैनिकों द्वारा पकड़े जाने से सिनवार के अंतिम पलों की तुलना करते हुए सद्दाम को ‘डरपोक’ और सिनवार को ‘बहादुर’ की तरह पेश किया।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि उन्हें पता है कि इजरायल कब ईरान पर जवाबी हमला करेगा। यह हमला कैसे होगा, इस बारे में भी उनको पूरी जानकारी है, लेकिन वह इसको साझा नहीं करेंगे।
ईरान-अफगानिस्तान की सीमा पर हुए हमले में अफगान नागरिकों की मौत से संयुक्त राष्ट्र चिंतित है। यूएन ने इस मामले की अपने अधिकारियों से जांच कराने की बात कही है। शक है कि यह हमला ईरान की ओर से किया गया था, जिसमें कई अफगानी नागरिकों की मौत हो गई थी।
ईरान ने 1 अक्टूबर को इजरायल पर हाइपरसोनिक मिसाइलों से हमला कर दिया था। ईरान की ये मिसाइलें काफी खतरनाक हैं। वहीं, अब इजरायल की हवाई रक्षा के लिए अब अमेरिका ने THAAD एंटी मिसाइल सिस्टम देने का ऐलान किया है।
ईरान ने हिजबुल्लाह का बदला लेने के लिए 01 अक्टूबर को इजरायल पर हमला बोलते हुए करीब 180 मिसाइलें दागीं थीं जिसके बाद अमेरिका ने बड़ा कदम उठाया है।
ईरान के भूतिया बेड़े का समुद्र में आतंक अब पूरी तरह खत्म हो जाएगा। अमेरिका ने ईरानी भूतिया बेड़े पर प्रतिबंधों का दायरा काफी बढ़ा दिया है।
ईरानी आर्मी चीफ के इजरायली जासूस होने की खबर ने ईरान में सनसनी पैदा कर दी है। द सन की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस आशंका के बाद ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड की क्रूर पूछताछ से जनरल इस्माइल कानी को गुजरना पड़ा। इस दौरान उन्हें हार्ट अटैक आने की खबर है।
ईरान पर इजरायली हमले की आशंका के बीच नेतन्याहू और बाइडेन के बीच आज फोन पर बातचीत हुई है। इस दौरान कई मुद्दों पर बड़ी चर्चा हुई।
ईरान के मिसाइल हमले के बाद ये आशंका जताई जा रही है कि इजराइल तेल उत्पादक ईरान के तेल या परमाणु केंद्रों को निशाना बना सकता है। ऐसा होने पर ईरान, इजराइल पर सीधा हमला या होर्मुज जलडमरूमध्य को बंद करके जवाब देने का रास्ता अपना सकता है।
इजरायल ने बेरूत में हवाई हमला कर हिजबुल्लाह के शीर्ष कमांडर सुहैल हुसैन हुसैनी को ढेर कर दिया है। हुसैनी आतंकी संगठन की सैन्य परिषद का सदस्य था। हिजबुल्लाह ने इस बारे में अब तक कुछ नहीं कहा है।
इजरायल की ओर से हिजबुल्लाह के खिलाफ हमले लगातार जारी हैं। बेरूत में हुए हवाई हमले के दौरान हिजबुल्लाह का कमांडर सुहैल हुसैन हुसैनी मारा गया है। इस बीच ईरान ने फिर इजरायल को चेतावनी दी है।
ईरान और इजरायल एक दूसरे पर हवाई हमला कर रहे हैं। ईरान के पास अत्याधुनिक 'हाइपरसोनिक मिसाइलें' हैं, जो मात्र कुछ सेकेंड में इजरायल के ठिकानों को निशाना बना रही हैं। ईरान ने अपनी इन हाइपरोसोनिक मिसाइलों का नाम 'फतह' रखा है।
हमास के आतंकियों ने ठीक एक साल पहले सात अक्टूबर को इजरायल पर हमला किया था। आतंकी हमले के बाद इजरायल का पलटवार अब तक जारी है। तो चलिए आपको बताते हैं कि इजरायल और हमास के बीच जंग में अब तक क्या-क्या हुआ है।
ईरान और इजरायल के बीच 30 साल तक मजबूत रिश्ते रहे। संयुक्त राष्ट्र में इजरायल को मान्यता देने वाला ईरान दूसरा मुस्लिम देश था। 80 के दशक तक इजरायल ईरान को हथियार देता था। जानिए फिर ऐसा क्या हुआ कि दोनों एक दूसरे के खिलाफ जंग में कूद गए?
ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह खामनेई के राइट हैंड और टॉप मिलिट्री कमांडर इस्माइल कानी के लापता होने की खबर है। इस खबर के सामने आने के बाद ईरान में हड़कंप मच गया है।
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