ईरान ने हिजाब को लेकर बीते वर्ष सरकार के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन करने के जुर्म में फिर 3 आंदोलनकारियों को फांसी पर लटका दिया है। इससे पहले भी कई प्रदर्शनकारियों को ईरान की सरकार फांसी दे चुकी है।
ईरानी ड्रोन के बदले रूस ने अपना अत्याधुनिक सुखोई-35 ईरान को दिया है, जिससे ईरान अब अपने दुश्मन इजरायल के छक्के छुड़ाएगा।
यूसुफ मेहराद और सदरउल्ला को एकान्त कारावास में रखा गया था और इन दोनों से उनके परिवार के लोग भी नहीं मिल सकते थे।
ईरान की इरना समाचार एजेंसी की खबर में कहा गया कि दोनों अधिकारियों ने दोनों देशों से जुड़े आर्थिक, राजनीतिक और सुरक्षा मुद्दों के साथ ही अति महत्वपूर्ण क्षेत्रीय व अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की। डोभाल का ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दोल्लाहियान से मुलाकात का भी कार्यक्रम है।
ईरानी नौसेना के कमांडो ने करीब 2 दिन पहले ओमान की खाड़ी से अमेरिका जा रहे जिस तेल टैंकर को जब्त किया था, उसके सभी 24 चालक दलों के भारतीय होने का पता चला है। नकाबपोश ईरानी नौसेना के कमांडो ने ओमान की खाड़ी में अमेरिका जा रहे एक तेल टैंकर को जब्त करने के लिए एक हेलीकॉप्टर की मदद से धावा बोला था।
इजराइल की तरफ से कुछ ऐसी प्रतिक्रिया आई जिससे पता चलता है कि उसे चीन की पेशकश कुछ खास पसंद नहीं आई है।
ईरान पहले ही मिडिल ईस्ट के देश ओमान तक इस नैचुरल गैस पाइपलाइन का निर्माण कर रहा है। ईरान इस पाइपलाइन को भारत में पोरबंदर तक बढ़ाने पर विचार कर रहा है।
चीन, सऊदी अरब और ईरान के बीच 10 मार्च को हुए एक समझौते में दो महीने के भीतर राजनयिक संबंधों को फिर से शुरू करने और दूतावासों और मिशनों को फिर से खोलने की बात कही गई थी। सऊदी अरब और ईरान की यह दोस्ती अमेरिका के ही बड़े दुश्मन चीन ने करवाई है।
सऊदी अरब और ईरान की यह दोस्ती अमेरिका के ही बड़े दुश्मन चीन ने करवाई है। इससे अमेरिका को और ज्यादा मिर्ची लगी है। बाइडन प्रशासन ने आनन फानन में सीआइए चीफ को सऊदी अरब भेजा और सीआईए चीफ ने प्रिंस सलमान की क्लास लगा दी।
इटली सहित कई देशों ने OpenAI के चैटबॉट ChatGPT पर बैन लगा रखा है। आइए जानते हैं इस लिस्ट में कौन-कौन से देश शामिल हैं।
सऊदी अरब और ईरान अपनी अपनी राजधानी और अन्य शहरों में राजनयिक मिशन को फिर से खोलने पर सहमत हो गए हैं। ईरान की अर्ध.सरकारी समाचार एजेंसी आईएसएनए ने एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि इस संबंध में एक समझौता बृहस्पतिवार को बीजिंग में ईरान और सऊदी अरब के विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान हुआ।
ईरान में 40 लाख से ज्यादा लोगों की जिंदगी खतरे में पड़ गई है। एक ईरानी अधिकारी ने कहा कि देश के पश्चिमी और दक्षिणी प्रांतों में 40 लाख से अधिक लोगों को बिना विस्फोट वाली बारूदी सुरंगों और विस्फोटकों से खतरा है।
ईरान में हिजाब नहीं पहनने पर एक मां बेटी पर शख्स ने हमला कर दिया। मां बेटी एक दुकान में खरीदारी करने गई थी। इस दौरान दोनों ने हिजाब नहीं पहना था। लिहाजा वहां मौजूद एक शख्स ने मां बेटी के सिर पर दही डाल दिया। इसके बाद पुलिस ने मां-बेटी को भी गिरफ्तार भी कर लिया।
सीरिया में कई जगहों पर किए गए इस हमले में 5 सैनिक घायल हो गए। वहीं ईरान के सैन्य कमांडर की मौत हो गई। ईरानी सैन्य कमांडर मिलाद हैदरी हमले में मारे गए, इसे इजरायल की ओर से ‘आपराधिक हमला‘ बताया।
भारतीय चावल निर्यातकों के लगभग 700 करोड़ रुपये ईरान पर बकाया हैं। ऑल इंडिया राइस एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन यानी एआईआरइए ने ईरान के गवर्नमेंट ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन को अपने इस फैसले के बारे में बता दिया है। एआईआरइए ने ईरानी गवर्नमेंट ट्रेडिंग कॉरपोरेशन से कहा है कि ईरान लेटेस्ट निर्यात का भी भुगतान करने में विफल रहा है।
तुर्की और ईरानी ड्रोन से तबाही के कई उदाहरण हाल के समय में देखने को मिले हैं। रूस और यूक्रेन की जंग में भी ड्रोन के इस्तेमाल से तबाही के उदाहरण देखने को मिले हैं। यही नहीं, आर्मीनिया और अजरबेजान के संघर्ष में भी ड्रोन की अहम भूमिका सामने आई है।
सऊदी अरब ने मोहम्मद बिन सलमान के नेतृत्व में ईरान के साथ सुलह समझौते को मंजूरी दे दी है। विश्लेषकों का कहना है कि इसके जरिए सऊदी प्रिंस खाड़ी देशों की समृद्धि को ध्यान में रख रहे हैं।
अमेरिका के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उत्तर-पूर्वी सीरिया में संदिग्ध ईरानी ड्रोन के हमले में उसके एक कॉन्ट्रैक्टर की मौत हो गई। इस हमले में अमेरिका के पांच सैनिक और एक अन्य कॉन्ट्रैक्टर भी घायल हुए। इसके बाद अमेरिका ने एयर स्ट्राइक कर दी।
ईरानी राजदूत इराज इलाही ने कहा कि खुद रूस के पास अच्छे सैन्य उपकरण हैं, ऐसे में उसे ड्रोन भेजने का प्रश्न ही नहीं उठता। इलाही ने कहा कि हालांकि ईरान के पास भी अच्छे सैन्य उपकरण हैं। ईरानी ड्रोन की दक्षता पर कोई संदेह नहीं है।
ईरानी राजदूत ने आगे कहा कि ईरान एक तेल उत्पादक देश है. इसलिए तेल हमारी अर्थव्यवस्था के लिए अहम है। ईरान पर पिछले कई सालों से कई देशों द्वारा प्रतिबंध लगाए गए हैं, बावजूद हमने तेल उत्पादों को बेचने के तरीके खोजे हैं।
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