डोनाल्ड ट्रंप ने बताया कि उन्होंने ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई को पत्र लिखा है। इस पत्र में ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम की तेजी को लेकर चिंता जाहिर की गई है। अमेरिका इससे पहले भी ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम का विरोध कर चुका है।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और आगामी राष्ट्रपति चुनाव के रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को मारने की साजिश का बड़ा खुलासा हुआ है। आपको बता दें कि हाल ही में ट्रंप पर जानलेवा हमला किया गया था।
संयुक्त राष्ट्र के परमाणु निगरानी निकाय की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ईरान ने अपने संवर्धित यूरेनियम भंडार को हथियार बनाने के लेवल तक पहुंचा लिया है।
इस हमले में ईरान समर्थित आतंकवादी समूहों का हाथ बताया जा रहा है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि अमेरिका क्षेत्र में बड़ी सैन्य कार्रवाई कर सकता है।
Iran Relations With China Russia: एक ईरान और शिया बहुल उसके क्षेत्रीय सहयोगियों द्वारा गठित है, दूसरा अमेरिका, इजरायल और सऊदी अरब द्वारा संचालित ईरान-विरोधी गठजोड़ है। अब ये देश चीन और रूस के साथ झुकाव बढ़ा रहा है।
Iran America Fight: तेहरान के लिए अंतरराष्ट्रीय कानूनी मामलों के प्रमुख तवाकोल हबीबज़ादेह ने सोमवार को 14-न्यायाधीशों के पैनल से कहा, 'संधि द्वारा गारंटीकृत नौवहन और वाणिज्य की स्वतंत्रता का गंभीर उल्लंघन किया गया है।'
ईरान ने भी मांग की कि अमेरिका गारंटी दे कि वह समझौते से फिर बाहर नहीं जाएगा और उसके अर्धसैनिक बल रिवल्यूशनरी गार्ड पर आतंकवाद को लेकर लगाए गए प्रतिबंधों को हटा लेगा।
ईरान में राष्ट्रपति पद के चुनाव में देश के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनेई के कट्टर समर्थक एवं कट्टरपंथी न्यायपालिका प्रमुख इब्राहीम रईसी ने शनिवार को बड़े अंतर से जीत हासिल की।
जहां ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने मिसाइल हमलों को ‘अमेरिका के चेहरे पर तमाचा’ कहा, तो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार रात एक टेलीविजन स्पीच में दावा किया कि ‘ईरान पीछे हटता हुआ नजर आ रहा है।’
भारत में ईरान के राजदूत अली चेगेनी ने यह भी कहा है कि भारत की तरफ से अमेरिका और ईरान के बीच तनाव को कम करने के लिए अगर कोई पहल की जाती है तो ईरान उसका स्वागत करेगा
ईरान ने अपने सेना कमांडर की मौत का बदला लेने के लिए बुधवार सुबह की इराक में स्थित अमेरिकी ठिकानों पर मिसालों से हमला किया है
भारत में ईरान के राजदूत अली चेगेनी ने कहा है कि अमेरिका और ईरान के बीच तनाव को कम करने के लिए अगर भारत की तरफ से कोई पहल होती है तो ईरान उसका स्वागत करेगा।
इराक मेें अमेरिकी ठिकानों पर ईरान के हमलों में किसी भी इराकी सैनिक की मौत नहीं हुई है, इराक की सेना ने यह दावा किया है
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