खास बात यह है कि इकबाल अंसारी और परमहंस आचार्य दोनों ने एक साथ बैठकर नरेंद्र मोदी के तीसरी बार पीएम बनने की कामना की। सियासी दलों के अलग-अलग फार्मूले के बीच यह अनोखी तस्वीर बड़ा संदेश देने का प्रयास कर रही है।
अयोध्या में आज राम मंदिर में भगवान रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। ऐसे में इकबाल अंसारी को भी निमंत्रण मिला है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आज के दिन भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है, मंदिर की शुरुआत होने जा रही है।
अयोध्या में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद भी मस्जिद निर्माण का काम अभी भी अधूरा है। ऐसे में पूर्व मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी ने मस्जिद निर्माण को लेकर पूछे गए सवाल पर साफ तौर से अपना पल्ला झाड़ लिया है। उन्होंने कहा है कि मस्जिद का निर्माण कहां तक हुआ ये मेरी जिम्मेदारी नहीं है।
पीएम मोदी आज अयोध्या में आयोजित एक रोड शो में शामिल हुए। इस दौरान अयोध्या के लोगों ने उनका जमकर स्वागत किया। इसी बीच इकबाल अंसारी का भी एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह पीएम मोदी पर फूल बरसाते हुए दिखे।
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का फैसला आए करीब 9 महीने बीत गए हैं। अब बुधवार को श्री राम मंदिर के भूमिपूजन का कार्यक्रम भी है।
अयोध्या में 5 अगस्त को होने वाला राम मंदिर भूमि पूजन बेहद खास होने जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस भव्य कार्यक्रम में शामिल होने के लिए करीब 175 लोगों को निमंत्रण भेजा गया है। अयोध्या केस में पक्षकार रहे इकबाल अंसारी को भी भूमि पूजन का आमंत्रण भेजा गया है।
नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली के भगवान राम पर दिए गए बयान पर बाबरी पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने मंगलवार को यहां कहा कि राम के सेवक हनुमान जी को गुस्सा आया तो नेपाल का पता भी नहीं लगेगा कि गया कहां।
आज मुसलमानों का सबसे बड़ा पर्व ईद है लेकिन हर साल की तरह कोरोना काल में मन रहा ईद का ये पर्व थोड़ा जुदा है। आज ईद की नमाज के लिए मस्जिदें नहीं खुली हैं। लोग अपने अपने घरों पर ही नमाज पढ़ रहे हैं।
देशभर में कोरोना वायरस को फैलाने को लेकर निशाने पर आए तबलीगी जमात के जमातियों पर अयोध्या मामले में पक्षकार इकबाल अंसारी ने निशाना साधा है। इकबाल अंसारी ने तबलीगी जमात के जमातियों को देश का गद्दार तक कह दिया है और कहा है
इकबाल अंसारी ने तबलीगी जमात के जमातियों को देश का गद्दार तक कह दिया है और कहा है कि वे देश में बीमारी (कोरोना वायरस) को फैलाना चाह रहे हैं।
26 नवंबर को सुन्नी वक्फ बोर्ड फैसला इस बात का करेगा कि वो 5 एकड़ की जमीन लेगा या नहीं और अगर लेगा तो उसका क्या करेगा। सबसे बड़ी बात तो ये है कि पुनर्विचार याचिका में वो नहीं जाएगा।
राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद में प्रमुख मुद्दई रहे इकबाल अंसारी तथा कुछ मुस्लिम धर्मगुरुओं ने केंद्र सरकार से वर्ष 1991 में अधिग्रहीत की गई भूमि में से मस्जिद के लिए जमीन देन की मांग की है।
राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले के मुद्दई इकबाल अंसारी ने इस मामले में उच्चतम न्यायालय द्वारा शनिवार को दिए गए फैसले पर खुशी जाहिर की।
अयोध्या जमीन विवाद का फैसला आने वाला है इससे पहले बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद आज से हिन्दू-मुस्लिम विवाद का अंत हो जाएगा।
अयोध्या। बाबरी मस्जिद-राम जन्म भूमि मामले में मुख्य वादियों में शामिल इकबाल अंसारी पर मंगलवार को उनके पर ही कथित रूप से हमला किया गया। अंसारी ने दावा किया कि उन्हें धमकी दी गई है कि अगर उन्होंने मामला वापस नहीं लिया तो उनकी हत्या कर दी जाएगी।
इकबाल अंसारी ने कहा कि अगर अध्यादेश लेकर आना देशहित में है तो सरकार उसे लेकर आए, उन्होंने आगे कहा कि वह कानून को मानने वाले नागरिक हैं और हर कानून का पालन करेंगे
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