30 जून, 2024 तक ओरिएंट टेक्नोलॉजीज की ऑर्डर बुक 101.20 करोड़ रुपये थी। वित्त वर्ष 2024 के दौरान परिचालन से राजस्व पिछले वर्ष के 535.10 करोड़ रुपये से बढ़कर 602.89 करोड़ रुपये हो गया और टैक्स के बाद लाभ 38.30 करोड़ रुपये से बढ़कर 41.45 करोड़ रुपये हो गया।
आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल आईजीआई बेल्जियम ग्रुप और आईजीआई नीदरलैंड ग्रुप के अधिग्रहण के लिए किया जाएगा। इसके अलावा, कुछ पैसों का इस्तेमाल सामान्य कॉर्पोरेट कामों के लिए किया जाएगा।
आईपीओ बंद होने के बाद सोमवार, 26 अगस्त को शेयरों का अलॉटमेंट किया जाएगा। मंगलवार, 27 अगस्त को निवेशकों के डीमैट अकाउंट में शेयर क्रेडिट कर दिए जाएंगे। शेयर बाजार में कंपनी की लिस्टिंग बुधवार, 28 अगस्त को हो सकती है। ऑरिएंट टेक्नोलॉजीज़ के शेयर दोनों प्रमुख मार्केट एक्सचेंज BSE और NSE पर होगी।
आईपीओ में 1,291.4 करोड़ रुपये तक के इक्विटी शेयरों का ताजा निर्गम और 3.42 करोड़ शेयरों का ऑफर-फॉर-सेल शामिल है, जो बेचने वाले शेयरधारकों द्वारा जारी किया जाएगा।
21 अगस्त को आईपीओ बंद हो चुका है और आज यानी 22 अगस्त को किसी भी समय शेयरों का अलॉटमेंट किया जा सकता है। इसके अलगे दिन, 23 अगस्त को निवेशकों के डीमैट अकाउंट में शेयर क्रेडिट किए जा सकते हैं। कंपनी की लिस्टिंग BSE और NSE दोनों पर होगी, शेयरों की लिस्टिंग 26 अगस्त को हो सकती है।
डॉ. वेलुमणि ने सरकारी स्कूल में पढ़ाई की थी और बाद में B.Sc. में ग्रेजुएट हुए और फिर बाद में PhD. भी पूरी की। लेकिन वेलुमणि की शिक्षा यहीं खत्म नहीं हुई और आगे चलकर वे BARC (भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर) में वैज्ञानिक बने।
Orient Technologies IPO : ग्रे मार्केट में बुधवार को कंपनी का शेयर 206 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले 70 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड करता दिखा। इस तरह यह शेयर 33.98 फीसदी के प्रीमियम के साथ 276 रुपये पर लिस्ट हो सकता है।
ऑरिएंट टेक्नोलॉजीज़ ने अपने आईपीओ के तहत प्रत्येक शेयर के लिए 195 रुपये से 206 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है। आईपीओ के लिए सब्सक्राइब करने वाले रिटेल निवेशकों को एक लॉट के लिए कम से कम 14,832 रुपये निवेश करने होंगे। इस रकम में उन्हें 72 शेयर दिए जाएंगे।
सरस्वती साड़ी डिपो का आईपीओ 12 अगस्त को खुला था और तीसरे दिन 14 अगस्त को बंद हुआ था। कंपनी ने अपने आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेसवैल्यू के साथ प्रत्येक शेयरों के लिए 152 रुपये से 160 रुपये का प्राइस रेंज फिक्स किया था।
21 अगस्त को आईपीओ बंद हो जाएगा, जिसके बाद 22 अगस्त को शेयरों का अलॉटमेंट किया जा सकता है। इसके अलगे दिन, 23 अगस्त को निवेशकों के डीमैट अकाउंट में शेयर क्रेडिट किए जा सकते हैं।
IPO Next Week : स्टील मैन्युफैक्चरिंग सोल्यूशंस देने वाली कंपनी इंटरार्च बिल्डिंग प्रोडक्ट्स ने अपने आगामी ₹1,186 करोड़ के आईपीओ का प्राइस बैंड ₹850 से ₹900 प्रति शेयर रखा है।
ये एक मेनबोर्ड आईपीओ होगा, जो बीएसई और एनएसई पर लिस्ट होगा। ऑरिएंट टेक्नोलॉजीस के शेयरों की लिस्टिंग बुधवार, 28 अगस्त को की जा सकती है।
लिस्टिंग वाले दिन ही कंपनी के शेयरों में 20 प्रतिशत का अपर सर्किट लग गया। शेयर बाजार में कंपनी के शेयरों ने अभी तक सिर्फ 5 दिन कारोबार किया है और इन 5 दिनों में ओला इलेक्ट्रिक के शेयर करीब 75 प्रतिशत तक रिटर्न दे चुके हैं।
जेएसडब्ल्यू ग्रुप ने कहा था कि वह साल 2024 में अपनी सीमेंट यूनिट की लिस्टिंग कराएगी। ग्रुप के ऊर्जा, बंदरगाह और इस्पात पहले से ही लिस्टेड बिजनेस हैं।
ओरिएंट टेक्नोलॉजी 120 करोड़ रुपये के नए शेयर और प्रमोटर्स के पास रखे 95 करोड़ रुपये मूल्य के 46 लाख इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश कर रही है। इस तरह आईपीओ का कुल आकार 215 करोड़ रुपये होगा।
कंपनी ने सेबी को बताया कि 87.92 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज चुकाने में किया जाएगा। कंपनी प्री आईपीओ इशू में 257 करोड़ रुपये जुटाने पर विचार कर रही है। ऐसा होने पर नए इशू का साइज घटा दिया जाएगा। ईकॉम एक्सप्रेस पूरे भारत में 'एक्सप्रेस लॉजिस्टिक्स नेटवर्क' ऑपरेट करती है।
आईपीओ में 64,99,800 इक्विटी शेयरों का ताजा निर्गम और 35,01,000 इक्विटी शेयरों की बिक्री का प्रस्ताव है। इस ऑफर के लिए कीमत सीमा (प्राइस बैंड) 152-160 रुपये प्रति शेयर है।
ब्रेनबीज़ सॉल्यूशन्स ने अपने आईपीओ के तहत निवेशकों को 465 रुपये के भाव पर शेयरों का अलॉटमेंट किया था। जबकि मंगलवार को स्टॉक मार्केट में कंपनी के शेयर 40 प्रतिशत के प्रीमियम के साथ 651 रुपये के भाव पर लिस्ट हुए। यानी लिस्टिंग होते ही निवेशकों को प्रत्येक शेयर पर 186 रुपये का प्रॉफिट हो गया।
मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि शेयर बाजार में अधिकांश कंपनियों का वैल्यूएशन हाई है। यानी स्टॉक का भाव रिकॉर्ड हाई पर पहुंचा हुआ है। इसके चलते निवेशक प्राइमरी मार्केट में पैसा लगाना पसंद कर रहे हैं।
कंपनी आईपीओ से जुटाई राशि का उपयोग कार्यशील पूंजी जरूरतों और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए करने का प्रस्ताव करती है। कंपनी के इक्विटी शेयर बीएसई और एनएसई में सूचीबद्ध होने की उम्मीद है।
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