देश में इंटरनेट के बढ़ते इस्तेमाल के बावजूद शेयरों में कारोबार की बात आती है तो देश के केवल 22 प्रतिशत निवेशक ही सौदे करने के लिए इंटरनेट की मदद लेते हैं।
निवेश के लिहाज से सुरक्षित माने जाने वाले बॉन्ड और ऋण पत्रों में निवेश करने वाले म्यूचुअल फंडों में वित्त वर्ष 2016-17 के दौरान निवेश बढ़ा है।
सेंसेक्स की टॉप दस में से सात कंपनियों के मार्केट कैप में बीते सप्ताह 45,955.51 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ। सबसे अधिक फायदा एसबीआई को हुआ है।
फायदे के मामले में देश में शेयर केंद्रित ज्यादातर म्यूचुअल फंड का प्रदर्शन दिसंबर 2016 को समाप्त एक वर्ष के दौरान प्रमुख शेयर सूचकांकों की तुलना में कम रहा।
फरवरी में निवेशकों ने म्यूचुअल फंड में 30,000 करोड़ का निवेश किया और चालू वित्त वर्ष के पहले 11 महीनों में कुल निवेश 3.98 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया है।
एफपीआई विधानसभा चुनाव में भाजपा की शानदार जीत से उत्साहित हैं। विदेशी निवेशक उम्मीद कर रहे हैं कि अब सरकार अधिक साहसी सुधारात्मक कदम उठाएगी।
सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली उपकरण बनाने वाली कंपनी BHEL ने वित्त वर्ष 2016-17 के लिए अपने शेयरधारकों को 40 प्रतिशत अंतरिम लाभांश का भुगतान किया है।
बाजार को लेकर निवेशकों के उत्साह को देखते हुए 36 स्मल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (SME) अपने-अपने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) लाने की योजना बना रहे हैं।
निवेशकों की धारणा में मजबूती के बीच कुल पांच कंपनियां अगले महीने अपना IPO लाने जा रही हैं। इन कंपनियों का आईपीओ से 4,000 करोड़ रुपए जुटाने का इरादा है।
बाजार नियामक SEBI ने PACL की उस संपत्ति का सौदा नहीं करने की सलाह दी है जहां इस समूह और उसके प्रवर्तकों के हित जुड़े हैं।
निवेशकों ने जनवरी माह में म्यूचुअल फंड की विभिन्न योजनाओं में 54,000 करोड़ रुपए का निवेश किया। आय व इक्विटी कोषों से जुड़ी योजनाओं में अधिक निवेश किया गया।
देश के सबसे बड़े आर्थिक घटनाक्रम आम बजट 2017-18 को लेकर बनी उम्मीदों से बाजार में बीते सप्ताह तेजी रही और आगे भी शेयर बाजार की दिशा इसी से तय होगी।
निवेशकों के लिवाली समर्थन के चलते बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 82.84 अंकों या 0.31 प्रतिशत की तेजी के साथ 27,117.34 पर बंद हुआ।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने भारतीय रीयल एस्टेट डेवलपमेंट और उसके निदेशकों के बैंक तथा डीमैट खातों पर रोक लगाने का आदेश दिया है।
आगामी सप्ताह भारतीय शेयर बाजार की दिशा बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजों तथा आगामी बजट से निवेशकों की उम्मीदों से तय होगी।
बैंकिंग इक्विटी म्यूचुअल फंड्स ने 1 साल में सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है। बीते एक साल में बैंकिंग इक्विटी फंड ने 18 फीसदी का रिटर्न दिया है।
2016 शेयर बाजार निवेशकों के लिए कुछ खास नहीं रहा। वैश्विक घटनाक्रम और नोटबंदी की वजह से यह ऐसा साल रहा जिससे शेयर बाजार से निवेशकों को कोई रिटर्न नहीं मिला।
एक्सपर्ट्स की इन्वेस्टर्स को मिडकैप म्यूचुअल फंड्स एसकोर्ट हाई यील्ड इक्विटी फंड, DSP ब्लैकरॉक माइक्रोफंड और HDFC स्मॉलकैप फंड पर दांव लगाने की सलाह हैं।
अगर हम BSE के Sensex के पिछले दस साल के प्रदर्शन पर नजर डालें तो पता चलता है कि दस में से सात बार इसने दिसंबर महीने में निवेशकों को मुनाफा दिलाया है।
इनकम टैक्स विभाग ने पेनी स्टॉक के जरिये तकरीबन 38,000 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी का पता लगाया है। कई कंपनियों ने इस टैक्स चोरी को अंजाम दिया है।
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