उत्तर प्रदेश का एक प्रतिनिधिमंडल जर्मनी में औद्योगिक जगत के प्रतिनिधियों, निवेशकों के साथ उत्तर प्रदेश में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा कर रहा है
जेवर एयरपोर्ट आने से निवेशकों का रुझान और बढ़ गया है। ऐसे में आने वाले समय में दुनिया की कई बड़ी कंपनियां उत्तर प्रदेश की ओर रुख करेंगी और करोड़ों का निवेश करेंगी।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि एफपीआई की बिकवाली का मुख्य कारण डॉलर में लगातार वृद्धि है।
PM Modi UP Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं। वे यहां यूपी इंवेस्टर्स समिट की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में शमिल हैं।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने इस साल अबतक भारतीय बाजारों से 1,14,855.97 करोड़ रुपये की निकासी की है।
जालसाज फर्जी निवेश योजनाओं में निवेश करने का आग्रह करने से पहले लक्ष्य यानी निवेशकों के साथ नजदीकी बनाने में महीनों लगाते हैं।
अगर आपके पोर्टफोलियो में शामिल किसी कंपनी पर कर्ज का बोझ तेजी से बढ़ रहा हो तो यह खतरे का संकेत है। कर्ज बढ़ने का मतलब है कि कंपनी की वित्तीय स्थिति कमजोर हो रही है।
डेली सिप वैसे निवेशकों के लिए बेहतर हो सकता है जो किसी कारोबार में हैं या किसी ऐसे पेशे में हैं जिसमें हर दिन आय होती है।
चीन के बाद अब रूस सेंट्रल बैंक ने Cryptocurrency पर बैन लगाने का प्रस्ताव दिया है। आने वाले दिनों में बिटकॉइन 29,000 हजार डॉलर के नीचे चला जा सकता है।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा, अवकाश के कारण यह सप्ताह छोटा है, और घटनाओं तथा आंकड़ों के लिहाज से महत्वपूर्ण होने जा रहा है।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की मंजूरी के लिए पेश मसौदा प्रस्ताव के मुताबिक इस पेशकश में 500 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे।
हमें उम्मीद है कि बजट और सुधारों से आर्थिक गतिविधियों में तेजी और खपत को और बढ़ावा मिलेगा। सरकार का फोकस हेल्थकेयर सेक्टर, ग्रामीण और कृषि और इंफ्रास्ट्रक्चर और मैन्युफैक्चरिंग जैसे सेक्टरों पर रहेगा।
इस सम्मेलन का आयोजन सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय और गुजरात सरकार द्वारा किया जा रहा है। इसे गुजरात के गांधीनगर में आयोजित किया जाएगा
विदेशी निवेशक चीन में अपने कारोबार से जुड़े जोखिमों को कम करना चाहते हैं और भारत इस अवसर से फायदा उठा सकता है। एक भाजपा नेता ने यह बात कही।
भारतीय शेयर बाजार में आगामी कारोबारी सप्ताह के दौरान उतार-चढ़ाव का दौर देखने को मिल सकता है, क्योंकि निवेशकों को आगामी आम बजट-2020 का इंतजार रहेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि सरकार ने आगामी बजट में भी सुधारों को आगे बढ़ाया तो निश्चित रूप से 2020 में भी शेयर बाजार के निवेशक अच्छी कमाई कर सकते हैं।
भारतीय शेयर बाजार की दिशा इस सप्ताह विदेशी संकेतों के साथ-साथ घरेलू कारकों से तय होगी, खासतौर से महाराष्ट्र के ताजा राजनीतिक घटनाक्रमों पर निवेशकों की नजर होगी।
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए ठाकुर ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आठ नवंबर को समापन के दिन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सात नवंबर को हिमाचल प्रदेश के पहले वैश्विक निवेशक सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे।
उद्योग संवर्द्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) निवेशकों को बनाए रखने और देश के भीतर उन्हें कार्यालय इत्यादि स्थापित करने में मदद के लिए एक प्रणाली बना रहा है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़