उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के मुताबिक, उत्तर प्रदेश 370 करोड़ रुपये के साथ आठवें और राजस्थान 311 करोड़ रुपये के साथ नौवें स्थान पर रहा।
एक अच्छी स्ट्रैटेजी आपको आकर्षक निवेश अवसरों की पहचान करने और अनावश्यक जोखिमों के खिलाफ निवेश की गई राशि की सुरक्षा करते हुए उच्चतम संभव रिटर्न देने के लिए विविध पोर्टफोलियो बनाने में सक्षम बनाती है।
10 रुपये को 100 रुपये में बदलना एक बेहद मुश्किल काम है। लेकिन चक्रवृद्धि ब्याज से यह काफी आसान है। आपको सिर्फ यह करना है कि 26 पर्सेंट की रेट पर अगले 10 वर्षों के लिए अपने पैसे को हर साल कंपाउंड करना है।
एसआईपी के जरिए ज्यादा से ज्यादा पैसा बनाने के लिए आपको ज्यादा से ज्यादा समय के लिए निवेश जारी रखना चाहिए। एसआईपी में कंपाउंडिंग का जबरदस्त फायदा मिलता है और ये फायदा तभी उठाया जा सकता है जब आप इसे लंबे समय तक जारी रखें।
कंपांउडिंग की असली ताकत देखनी हो तो म्यूचुअल फंड में ज्यादा से ज्यादा समय के लिए निवेश जारी रखना चाहिए। 5,000 रुपये की एसआईपी से कम समय में 10 करोड़ रुपये का फंड बनाने के लिए आपको स्टेप-अप फॉर्मूला का इस्तेमाल करना होगा।
भारत की रेटिंग को इसके मध्यम अवधि के मजबूत वृद्धि परिदृश्य से समर्थन हासिल है। यह वैश्विक अर्थव्यवस्था में जीडीपी के हिस्से के साथ इसकी ठोस बाहरी वित्तीय स्थिति और इसके कर्ज प्रोफाइल के संरचनात्मक पहलुओं में सुधार को आगे बढ़ाएगा।
म्यूचुअल फंड एसआईपी के जरिए अगर आप एक बड़ी राशि निवेश करते हैं और हर साल उसमें बढ़ोतरी (स्टेप-अप) करते हैं तो एक समय ऐसा आ जाता है जब आपकी संपत्ति में हर साल 1 करोड़ रुपये से ज्यादा की बढ़ोतरी होने लगती है।
अगर किसी व्यक्ति की उम्र 40 के आसपास हो गई है और वह इस उम्र में भी निवेश शुरू करे तो रिटायरमेंट से पहले ही करोड़पति बन सकता है। 40 की उम्र में निवेश शुरू कर रिटायरमेंट से पहले करोड़पति बनने के लिए 15x15x15 का फॉर्मूला आपकी मदद करेगा।
धातु, खनन और इस्पात, दूरसंचार तथा वाहन कंपनियों सहित विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक वृद्धि से कंपनियों को लाभ होगा। मूडीज ने कहा कि तेल एवं गैस क्षेत्र और रिलायंस इंडस्ट्रीज मिलकर एक-दो साल में सामूहिक रूप से भारतीय कंपनियों के कुल व्यय का 60 प्रतिशत से अधिक खर्च करेंगी।
अमेरिकी प्रतिभूति रखने वाले टॉप 10 देशों/क्षेत्रों में 374.8 अरब डॉलर की हिस्सेदारी के साथ कनाडा पांचवें स्थान पर है। भारत जून में 241.9 अरब डॉलर मूल्य की अमेरिकी सरकारी प्रतिभूतियों के साथ 12वें स्थान पर रहा।
कंपनी की मुख्य कारोबार में निवेश को लेकर रणनीति देश की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था से ऊर्जा और पेट्रोलियम उत्पादों की खपत में चार से पांच प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि के अनुमान पर आधारित है। साथ ही, प्रमुख पेट्रोरसायन उत्पादों की मांग सालाना आधार पर सात से आठ प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है।
रिटायरमेंट यानी 60 की उम्र में 1 करोड़ रुपये के साथ हर महीने 1 लाख रुपये की पेंशन पाने के लिए आपको 30 की उम्र में NPS में निवेश शुरू करना होगा। अगर आप इस स्कीम में 30 साल की उम्र में हर महीने 10,000 रुपये निवेश करते हैं तो 60 साल की उम्र तक आपका कुल निवेश 36 लाख रुपये हो जाएगा।
How to become rich : 72,114 और 144 के नियम बताते हैं कि किसी निवेश में आपका पैसा दोगुना, तीन गुना और चार गुना कब होगा।
ऑफिशियल प्रेस रिलीज के अनुसार, प्रतिनिधिमंडल को फ्यूचर सिटी, एआई सिटी के निर्माण, मूसी नदी के पुनरुद्धार समेत अलग-अलग प्रमुख पहलों के लिए बड़े लेवल पर समर्थन मिला। तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने एप्पल, गूगल, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के अधिकारियों के साथ भी बातचीत की।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि लंबी अवधि में म्यूचुअल फंड्स एसआईपी निवेशकों को औसतन 12 प्रतिशत का रिटर्न देता है। हालांकि, इसमें उतार-चढ़ाव भी देखने को मिल सकता है। म्यूचुअल फंड एसआईपी में सिर्फ 500 रुपये से निवेश शुरू किया जा सकता है।
एसआईपी में आए रिकॉर्ड निवेश की बदौलत जुलाई में म्यूचुअल फंड्स का कुल AUM भी 6 प्रतिशत बढ़कर 64.69 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो जून में 60.89 लाख करोड़ रुपये था।
लंबी अवधि में बड़ा कॉर्पस तैयार करने के लिए म्यूचुअल फंड को इसलिए सबसे प्रभावशाली इंवेस्टमेंट टूल माना जाता है क्योंकि इसके जरिए आपको न सिर्फ बाजार के आकर्षक रिटर्न मिलते हैं बल्कि इसमें आपको कंपाउंडिंग का भी जबरदस्त फायदा मिलता है।
अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं और एक बेहतर विकल्प की तलाश कर रहे हैं तो म्यूचुअल फंड एसआईपी एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
म्यूचुअल फंड्स निवेश से मिलने वाले आकर्षक रिटर्न को देखते हुए अब देश के आम निवेशक रिस्क के बावजूद बढ़-चढ़कर निवेश कर रहे हैं।
तेलंगाना सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए विधानसभा में कुल 2.91 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया है, जिसमें 2.21 लाख करोड़ रुपये का राजस्व और 33,487 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय का अनुमान है।
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