नेशनल मिशन असाइनमेंट बोर्ड ने दो गगनयात्रियों अंतरिक्ष यात्रियों- ग्रुप कैप्टन शुक्ला (प्रधान) और ग्रुप कैप्टन नायर के नाम की सिफारिश की है। इन्हें अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर उड़ान भरने की मंजूरी दी जाएगी।
दुनिया के इस जगह पर इंसानों को नहीं बल्कि मशीनों को दफनाया जाता है। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) को भी यहीं दफनाने का प्लान बनाया गया है।
एक ओर जहां रूस और यूक्रेन की जंग के कारण अमेरिका और रूस के बीच तनाव बना हुआ है, वहीं दूसरी ओर अमेरिका और रूस की स्पेस एजेंसियां एकसाथ मिलकर काम कर रही हैं। दोनों देशों के अंतरिक्ष यात्री मिलकर एक खास मिशन पर गए हैं।
रूस द्वारा पहली बार फरवरी में यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद से आईएसएस से संबंधित घटनाओं की श्रृंखला में वापसी की घोषणा नवीनतम है। रूस के जाने के फैसले का आईएसएस के दैनिक कामकाज पर खास असर नहीं पड़ना चाहिए।
बोरिसोव को इस महीने की शुरुआत में सरकार नियंत्रित अंतरिक्ष निगम Roscosmos का चीफ बनाया गया था।
Russia News: रूसी स्पेस एजेंसी के चीफ ने कहा कि रूस 2024 के बाद इंटरनेशल स्पेस स्टेशन(ISS) से बाहर हो जाएगा और अपना खुद का स्पेस स्टेशन बनाने पर ध्यान केंद्रित करेगा।
तीन रूसी अंतरिक्ष यात्री शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में सुरक्षित पहुंच गए। तीनों यात्रियों का स्वागत चार अमेरिकी, दो रूसी और एक जर्मन चालक दल द्वारा गर्मजोशी के साथ किया गया
मीजावा और हिरानो 2009 के बाद अंतरिक्ष जाने वाले पहले ऐसे पर्यटक बन गये हैं जिन्होंने इसके लिये भुगतान किया है।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के प्रशासक बिल नेलसन ने कहा कि अंतरिक्ष यात्रियों को अब सामान्य से 4 गुना अधिक जोखिम का सामना करना पड़ेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 मार्च को घोषणा कर कहा था कि भारत ने ए-सैट की क्षमता के साथ ऐतिहासिक सफलता हासिल कर ली है और अमेरिका, रूस और चीन के बाद अंतरिक्ष महाशक्ति बन गया है।
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