मुंबई और दिल्ली से कुल मिलाकर अभी काहिरा के लिए नौ साप्ताहिक फ्लाइट्स हैं। डेली फ्लाइट्स सर्विस शुरू होने से एयरलाइन की इस पहल से दोनों देशों के लोगों को आने जाने में आसानी होगी।
अगले चार वित्तीय वर्षों में इंटरनेशनल एयर पैसेंजर ट्रैफिक में 10-11 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) होने की संभावना है, जबकि महामारी से पहले के चार वर्षों में यह सिर्फ 5 प्रतिशत सीएजीआर थी।
अकासा घरेलू स्तर पर मुंबई, अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, कोच्चि सहित कई शहरों से विमान सेवाएं संचालित करती है। अकासा एयर ने अगस्त, 2022 में ऑपरेशन शुरू किया था।
एयरलाइन कंपनी ज्यादा ए-350 और बी-777 विमानों के साथ अपने बेड़े का विस्तार कर रही है और उसकी योजना लंबी दूरी की ज्यादा फ्लाइट्स शुरू करने की है।
अकासा एयर बड़े प्रतिद्वंद्वियों इंडिगो और टाटा के स्वामित्व वाली एयर इंडिया की कैटेगरी में शामिल हो गई है। फ्लाइट के लिए टिकट की बुकिंग अकासा एयर की वेबसाइट या ऐप के जरिये कर सकते हैं।
1 दिसंबर को दिल्ली से बैंकॉक का हवाई किराया (एकतरफ़ा) 11,470 रुपये है, जबकि दिल्ली से शिलॉन्ग का हवाई किराया लगभग 14,974 रुपये है।
एयरलाइन अपने नेटवर्क में लगभग 40 इंटरनेशनल डेस्टिनेशंस (अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों) की लिस्ट में इन चार शहरों को शामिल करने जा रही है। एयर इंडिया ऑस्ट्रेलिया और यूरोप के लिए एडिशनल फ्लाइट्स फ्रीक्वेंसी पर विचार कर रही है।
कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए लगी पाबंदियों की वजह से दो साल तक स्थगित रहने के बाद भारत से अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाओं का संचालन रविवार से फिर से शुरू हो गया है। केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसे ‘अत्यंत महत्वपूर्ण दिन’ करार दिया।
अंतरराष्ट्रीय उड़ानें दो साल तक बंद रहने के बाद आज रविवार से फिर शुरू हो रही हैं। इसके लिए देश के हवाईअड्डे और एयरलाइन कंपनियां पूरी तरह से तैयार हैं।
एसटीआईसी ट्रैवल ग्रुप और कन्फेडरेशन ऑफ टुरिज्म प्रफेशनल्स के अध्यक्ष,सुभाष गोयल ने इंडिया टीवी को बताया कि सकार के कुल टैक्स कलेक्शन में ट्रैवल और हॉस्पिटैलिटी का योगदान करीब 10% है।
डीजीसीए ने गुरुवार को एक परिपत्र जारी करके कहा, ‘‘सक्षम प्राधिकार ने भारत से आने-जाने वाली अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक यात्री सेवाओं के निलंबन को 31 जनवरी, 2022 को रात 11 बजकर 59 मिनट तक बढ़ाने का फैसला किया है।’’ इसमें कहा गया है कि यह निलंबन सभी अंतरराष्ट्रीय मालवाहक विमानों के संचालन और विशेष रूप से डीजीसीए द्वारा अनुमोदित उड़ानों पर लागू नहीं होगा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक बार पहले भी केंद्र सरकार से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगाने की अपील कर चुके हैं
लंबे इंजतार के बाद भारत 15 दिसंबर से निर्धारित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें फिर से शुरू करेगा। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने शुक्रवार शाम को यह जानकारी दी। हालांकि उन देशों के लिए उड़ानों पर प्रतिबंध जारी रहेगा जहां कोरोना वायरस का संक्रमण अभी भी फैला हुआ है।
दो देशों के बीच एयर बबल समझौते के तहत, अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों का परिचालन उनके संबंधित वाहकों द्वारा निश्चित शर्तों के साथ एक-दूसरे की सीमा में किया जा सकता है।
डीजीसीए के सर्कुलर में कहा गया है कि इस फैसले से अंतरराष्ट्रीय ऑल-कार्गो उड़ानों का परिचालन प्रभावित नहीं होगा।
कोरोना के मामलों में देश भर में हो रही वृद्धि के मद्देनजर पैसेंजर एयर सर्विसेज का निलंबन 25 मार्च, 2020 में किया गया था।
हांगकांग के नियमों के तहत वहां जाने से अधिकतम 72 घंटे पहले सभी यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर जांच कराकर कोविड-19 निगेटिव रिपोर्ट दिखानी अनिवार्य है।
डीजीसीए के बयान में कहा गया है कि हालांकि अंतरराष्ट्रीय शेड्यूल उड़ानों को सक्षम प्राधिकारी द्वारा चुनिंदा मार्गो पर केस-टू-केस आधार पर अनुमति दी जा सकती है।
वर्तमान में भारत ने कई देशों के साथ एयर बबल समझौतों में प्रवेश किया है। यह दोनों देशों के नागरिकों को किसी भी दिशा में यात्रा करने की अनुमति देता है।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने गुरुवार (28 जनवरी) को निर्धारित वाणिज्यिक अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के संचालन के निलंबन को 28 फरवरी 2021 तक बढ़ा दिया है।
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