बैंकिंग सेवाओं के लिहाज से देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने फिक्स टर्म डिपॉजिट पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी की घोषणा की है। बैंक ने 1 करोड़ रुपए से कम टर्म डिपॉजिट को लेकर ब्याज दरें बढ़ाई हैं। सोमवार को बैंक की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक एक साल से लेकर 3 साल तक के रिटेल डोमेस्टिक टर्म डिपॉजिट पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है।
हाउसिंग फाइनेंस कंपनी DHFL 12,000 करोड़ रुपए जुटाने के लिए कल बांड जारी करेगी। इससे कंपनी को ऋण कारोबार बढ़ाने में मदद मिलेगी। कल खुल रहे बांड निर्गम के तहत कंपनी 3,000 करोड़ रुपए के 12 करोड़ तक की संख्या में गारंटीशुदा, रीडिमेबल, गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (NCD) जारी करेगी।
आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा है कि सरकार को रिजर्व बैंक (RBI) की अगुवाई वाली मौद्रिक नीति समिति ( MPC ) का ब्याज दर बढ़ाने को लेकर कोई झुकाव नजर नहीं आता और इस संबंध में कोई भी निर्णय ठोस आंकड़ों से निर्देशित होना चाहिए।
श्रम मंत्रालय पिछले वित्त वर्ष 2017-18 के लिए भविष्य निधि (PF) पर देय ब्याज की दर 8.55 प्रतिशत इसी सप्ताह अधिसूचित कर सकता है। इससे कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) द्वारा अपने लगभग पांच करोड़ अंशधारकों के खातों में रिटर्न डालने का मार्ग प्रशस्त होगा। वित्त मंत्रालय बीते वित्त वर्ष के लिए ईपीएफ पर 8.55% की ब्याज दर की पुष्टि कर चुका है। यह बीते पांच साल में पीएफ पर सबसे कम दर होगी।
प्रमुख सरकारी बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने MCLR में बढ़ोतरी की घोषणा की है। बैंक ऑफ महाराष्ट्र के बाद अब दूसरे बैंकों की तरफ से भी इस तरह के कदम उठाए जाने की आशंका बढ़ गई है। शनिवार को बैंक ऑफ महाराष्ट्र की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक उसने अलग-अलग अवधियों के लिए MCLR में 20 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की है
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज काका निफ्टी गिरावट के साथ बंद हुए हैं। सेंसेक्स 73.28 प्वाइंट की कमजोरी के साथ 35103.14 और निफ्टी 38.40 प्वाइंट घटकर 10679.65 पर बंद हुआ है। बाजार में सबसे ज्यादा गिरावट आईटी शेयरों में देखने को मिली है
HDFC बैंक ने टर्म डिपॉजिट पर ब्याज दरों में 100 बेसिस प्वाइंट (1 प्रतिशत) की बढ़ोतरी की है। बैंक ने सामान्य नागरिगों के साथ वरिष्ठ नागरिकों के लिए डिपॉजिट दरों में बढ़ोतरी की घोषणा की है
RBI ने कहा है कि अब निवेश को बढ़ावा मिलने के साफ संकेत मिल रहे हैं, RBI के इस बयान से शेयर बाजार में तेजी देखने को मिली है।
RBI Policy: रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को 6 प्रतिशत, रिवर्स रेपो रेट को 5.75 प्रतिशत, MSF को 6.25 प्रतिशत, बैंक रेट को 6.25 प्रतिशत और CRR को 4 प्रतिशत तक बनाए रखने का फैसला किया है
RBI ने पिछली तीन बैठकों में ब्याज दरों के मोर्चे पर यथास्थिति कायम रखी है। पिछले साल अगस्त में रेपो दर को 0.25 प्रतिशत घटाकर छह प्रतिशत किया गया था, जो इसका छह साल का निचला स्तर है
SBI ने 28 मार्च ब्याज दरों में बढ़ोतरी लागू कर दी है, अब लंबी अवधि की रिटेल और बल्क डोमेस्टिक जमा योजनाओं पर पहले के मुकाबले ज्यादा ब्याज मिलेगा
पहली मार्च से देशभर में एयरटेल पमेंट खातों पर ब्याज की घटी हुई दर लागू हो जाएगी। बैंक ने हालांकि अभी तक इसको लेकर आधिकारिक घोषणा नहीं की है
सूत्रों ने बताया कि चालू वित्त वर्ष में 8.65% की ब्याज दर को बनाए रखने के लिए EPFO ने एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) में अपने निवेश का एक हिस्सा इसी महीने 2,886 करोड़ रुपए में बेच दिया।
अगर EPFO की तरफ से इस साल के लिए 8.65 प्रतिशत का ब्याज दिया जाता है तो यह दूसरी सभी प्रॉविडेंट फंड (PF) स्कीमों से ज्यादा होगा।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) अपने करीब 5 करोड़ अंशधारकों के लिए 2017-18 को लेकर भविष्य निधि पर ब्याज दर 8.65 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रख सकता है। न्यासी बोर्ड (CBT) की बैठक 21 फरवरी 2018 को होने वाली है।
भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की दो दिन की बैठक मंगलवार को मुंबई में शुरू हुई। हालांकि, माना जा रहा है कि गवर्नर उर्जित पटेल की अगुवाई वाली समिति नीतिगत दरों के मोर्चे पर यथास्थिति कायम रखेगी।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने 1 फरवरी से थोक जमा पर ब्याज दरों में 1.35 प्रतिशत तक की वृद्धि की है। थोक जमा की श्रेणी में एक करोड़ रुपए या उससे अधिक की राशि की जमाएं आती हैं।
1 करोड़ रुपए से ऊपर के फिक्स डिपॉजिट पर 46 दिन से 179 दिन और 180 दिन से 210 दिन की जमा योजनाओं पर ब्याज की दर को 4.85 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.25 प्रतिशत सालाना कर दिया गया है
मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमणियन ने सोमवार को संकेत दिया कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के लिए नीतिगत ब्याज दर में कमी की गुंजाइश शायद कम ही हो क्योंकि वृद्धि दर बढ़ रही है और महंगाई भी बढ़ी है।
थोक महंगाई दर में कमी आने से भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से मौद्रिक नीति के कठोर होने की आशंका कुछ कम हुई है। यानि होमलोन और कारलोन की दरों में बढ़ोतरी होने की आशंका घट गई है
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