त्योहारी सीजन के हिस्से के रूप में, बैंक ने सितंबर में दर में कटौती की घोषणा की थी, जिसके बाद उद्योग के दूसरे बैंकों ने भी ऐसा किया था।
700 से ऊपर क्रेडिट स्कोर काफी मजबूत माना जाता है, बैंक ऐसे क्रेडिट स्कोर वाले ग्राहकों को न केवल सस्ती दरों पर लोन ऑफर करते हैं साथ ही लोन प्रक्रिया भी तेजी से पूरी होती है।
छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर तिमाही के आधार पर जारी की जाती है। ब्याज में कोई बदलाव न होने से स्मॉल सेविंग्स स्कीम बैंक एफडी से बेहतर रिटर्न ऑफर कर रही हैं
पहली बार बचत खाते में जमा रकम पर ब्याज 0.5 प्रतिशत घटाकर 3.5 प्रतिशत कर दी गयी है। अबतक इस पर सालाना 4 प्रतिशत ब्याज मिलता था।
आज (शुक्रवार) से बैंक और लेन-देन से जुड़े कई ऐसे नियमों में बदलाव होने जा रहे हैं जिसका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ेगा।
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के करोड़ों ग्राहकों को झटका लगने वाला है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया यानी एसबीआई बचत खाते पर मिलने वाली ब्याज दर को कम करने जा रहा है।
सरकार ने अक्तूबर से दिसंबर तिमाही के लिए सभी लघु बचत योजनाओं पर ब्याज की दर को बढ़ा दिया है
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने फिक्स डिपॉजिट की दरों में बदलाव किया है, बैंक ने अधिकतर लंबी अवधि की जमा योजनाओं पर ब्याज दर बढ़ाई है और छोटी अवधि की जमा योजनाओं पर दर घटाई है
RBI ने जून में हुई पिछली मौद्रिक नीति समीक्षा में मुख्य ब्याज दर रेपो को 0.25 प्रतिशत बढ़ाकर 6.25 प्रतिशत कर दिया था।
भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की दो दिन की बैठक मंगलवार को मुंबई में शुरू हुई। हालांकि, माना जा रहा है कि गवर्नर उर्जित पटेल की अगुवाई वाली समिति नीतिगत दरों के मोर्चे पर यथास्थिति कायम रखेगी।
1 करोड़ रुपए से ऊपर के फिक्स डिपॉजिट पर 46 दिन से 179 दिन और 180 दिन से 210 दिन की जमा योजनाओं पर ब्याज की दर को 4.85 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.25 प्रतिशत सालाना कर दिया गया है
निफ्टी पर सबसे ज्यादा गिरावट मेटल सेक्टर की कंपनियों हिंडाल्को, वेदांत और टाटा स्टील में देखने को मिल रही है। RBI पॉलिसी से पहले ज्यादातर बैंक कंपनियों पर भी दबाव है
भारतीय जीवन बीमा निगम अपने लोकप्रिय वार्षिकी उत्पाद जीवन अक्षय की बिक्री अगले महीने से बंद करने जा रही है। घटती ब्याज दरों से इसे चालू रखना असंभव है।
RBI की इस पॉलिसी के बाद दिवाली से पहले, होमलोन और कारलोन पर ब्याज की दरों में कमी आने की उम्मीद घट गई है।
RBI की तरफ से ब्याज दरों में कटौती होती है तो त्योहारी सीजन को देखते हुए बैंक, होम लोन और ऑटो लोन की दरों को घटाने में देर नहीं करेंगे
सरकार ने लघु बचत योजनाओं जैसे पीपीएफ, किसान विकास पत्र और सुकन्या समृद्धि योजना के लिए अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है।
रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल आज द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा नीति पेश करेंगे। आज आरबीआई रेपो रेट में चौथाई फीसदी की कटौती की घोषणा कर सकती है।
ऐसी संभावना जताई जा रही है कि RBI की तरफ से कल ब्याज दर में 0.25 फीसदी की कटौती की जा सकती है जिससे घर और कार की EMI में कमी होने की उम्मीद बढ़ गई है
महंगाई दर के न्यूनतम स्तर पर आने तथा औद्योगिक वृद्धि के 2% से नीचे जाने के कारण RBI पर मौद्रिक नीति में बदलाव लाने और नीतिगत दर में कटौती का दबाव बढ़ा है।
मई में महंगाई दर के पांच माह के निचले स्तर 2.17 फीसदी के स्तर पर आ जाने के चलते भारतीय उद्योग जगत ने RBI से ब्याज दरों में कटौती की मांग की है।
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