आमतौर पर हम सब निवेश करने के पहले पूरी जांच-पड़ताल करते हैं, इसके बाद भी कभी-कभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाते हैं। ऐसे में अगर आप इस समय निवेश करने का सोच रहे हैं तो आपको पीपीएफ और आरडी स्कीम्स से जुड़ी यह जानकारी जरूर जान लेनी चाहिये।
अगर आप निवेश करके बेहतर रिटर्न पाना चाहते हैं तो यह खबर आपके लिए है। बता दें कि बैंक ऑफ इंडिया ने अपनी एफडी स्कीम में ब्याज दरों को बढ़ा दिया है, जहां निवेश करके आप बेहतर रिटर्न पा सकते हैं।
ICICI बैंक समय-समय पर विभिन्न तरह की फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम लॉन्च करता रहता है, जहां वह अपनी फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम में बेहतर मुनाफे की पेशकश करता है, आज हम आपको ICICI बैंक की ऐसी ही फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम के बारे में जानकारी देने वाले हैं।
क्या आप ऐसे तीन बैंकों के बारे में जानते हैं, जो महिलाओं को एफडी कराने पर सबसे ज्यादा इंटरेस्ट रेट दे रहे हैं। आइए आपको इनके बारे में बताते हैं।
एम्पलॉयी प्रोविडेंट फंड (EPF) पर मिलने वाले ब्याज को लेकर सरकार इस महीना बड़ा फैसला ले सकती है। सूत्रों की मानें तो इस वित्त वर्ष पीएफ पर मिलने वाली ब्याज दर में कटौती की जा सकती है।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) कुछ समय पहले ही रेपो रेट बढ़ाया है। रेपो रेट बढ़ते ही बैंकों द्वारा दिए जा रहे होम लोन महंगे हो गए है। सरकारी और प्राइवेट सेक्टर्स के सभी बड़े बैंकों ने होम लोन पर इंटरेस्ट रेट बढ़ा दिया है। आइए जानते हैं कि देश के बड़े बड़े बैंकों का लोन कितना महंगा हुआ है।
शुद्ध ब्याज मार्जिन में वृद्धि की अगुवाई प्राइवेट क्षेत्र के बैंकों ने की। उनका एनआईएम सालाना आधार पर 0.15 प्रतिशत बढ़कर 4.03 प्रतिशत पर पहुंच गया। वहीं सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का एनआईएम 0.17 प्रतिशत बढ़कर 2.85 प्रतिशत रहा।
इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक 5 लाख रुपये से अधिक और 5 करोड़ रुपये तक की जमा राशियों वाले बचत खाते पर 7.00% की दर से ब्याज का भुगतान कर रहा है।
इस बढ़ोतरी के बाद भारत में भी ब्याज दर में और बढ़ोतरी की संभावना बढ़ गई है। RBI की 3 नवंबर यानी आज से मौद्रिक समिति की विशेष बैठक हो रही है।
Diwali car loan Interest Rate: EV गाड़ियों को लंबे समय तक लागत प्रभावी भी माना जाता है, क्योंकि पेट्रोल या डीजल पर चलने वाली नियमित कारों की तुलना में इलेक्ट्रिक कारों के रखरखाव की लागत कम होती है।
आरबीआई की रेपो रेट में बढ़ोतरी की घोषणा के बाद कोटक महिंद्रा बैंक और फेडरल बैंक ने अपने बचत खाते की ब्याज दरों में इजाफा किया है।
वित्त मंत्रालय द्वारा पहली तिमाही के लिए ब्याज दरों पर अंतिम निर्णय गुरुवार तक लिया जाएगा।
अमेरिकी केंद्रीय बैंक के इस फैसले का असर दुनिया भर के शेयर बाजारों पर देखने को मिलेगा।
बैंकिंग विशेषज्ञों का कहना है कि अधिक ब्याज के लालच में किसी भी बैंक, एनबीएफसी या स्मॉल फाइनेंस बैंक में निवेश करना सही नहीं होता है। किसी भी बैंक का चुनाव उसके वित्तीय साख को देखते हुए करें। इससे बाद में पछताना नहीं होगा।
त्योहारी सीजन के हिस्से के रूप में, बैंक ने सितंबर में दर में कटौती की घोषणा की थी, जिसके बाद उद्योग के दूसरे बैंकों ने भी ऐसा किया था।
बैंक ने इससे पहले 17 सितंबर को अपने रेपो आधारित ब्याज को 6.80 फीसदी से घटाकर 6.55 फीसदी कर दिया था। हाल ही में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने भी अपने होम लोन की दरों में कटौती की है
ईपीएफ ब्याज दर हर महीने उनकी सैलरी से होने वाली अनिवार्य कटौती पर एक रिटर्न है और इसका भुगतान दिवाली से पहले होने पर जरूर उन्हें खुशी मिलेगी।
700 से ऊपर क्रेडिट स्कोर काफी मजबूत माना जाता है, बैंक ऐसे क्रेडिट स्कोर वाले ग्राहकों को न केवल सस्ती दरों पर लोन ऑफर करते हैं साथ ही लोन प्रक्रिया भी तेजी से पूरी होती है।
विवेक अय्यर ने कहा कि वास्तविक दरें कुछ समय के लिए नकारात्मक रहने वाली हैं और यह जरूरी है कि लोग वित्तीय साक्षरता के आधार पर सही निवेश विकल्प को चुनें।
छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर तिमाही के आधार पर जारी की जाती है। ब्याज में कोई बदलाव न होने से स्मॉल सेविंग्स स्कीम बैंक एफडी से बेहतर रिटर्न ऑफर कर रही हैं
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