नोटबंदी के बाद बैंक जमाओं में वृद्धि का ब्याज पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर कहा गया है कि कम ब्याज दर की वजह से विदेशी धन देश से बाहर जा सकता है।
सरकार करीब 9.70 करोड़ कर्मचारियों को खुशखबरी देने की तैयारी कर रही है। जल्द ही निष्क्रिय EPF खातों में जमा राशि पर 8.8% का ब्याज देने का ऐलान हो सकता है।
ICICI बैंक ने शुक्रवार को ब्याज दर 0.1 फीसदी कम करने की घोषणा की है। वहीं, SBI ने ब्याज दरों में 0.15 फीसदी तक घटा दी है।
ग्राहकों को यह जानना चाहिए कि Car Loan कैसे चुना जाए। कौन सी चीजें महत्वपूर्ण होती हैं। जानिए बैंकों के Car Loan की ब्याज दरें, EMI और प्रोसेसिंग शुल्क।
देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक ICICI बैंक ने ब्याज दरों में 0.05 फीसदी की कटौती की है। ये नई दरें एक अक्टूबर से लागू हो गई है।
सितंबर महीने में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की वृद्धि में हल्की नरमी आई। PMI सितंबर में घटकर 52.1 पर आ गया जो अगस्त में 52.6 था।
RBI के गवर्नर उर्जित पटेल की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति मंगलवार को अपनी पहली मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत दरों में यथास्थिति बनाए रख सकती है।
PNB ने ब्याज दरों में आधा फीसदी से ज्यादा की बढ़ोत्तरी कर दी है। एक अक्टूबर से ब्याज दरें 9.05 फीसदी से बढ़कर 9.60 फीसदी हो गई है।
सरकार ने तीन विशेषज्ञों को अपनी ओर से नीतिगत दर निर्धारण के लिए गठित मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) का सदस्य बनाया है।
RBI के पूर्व गवर्नर डी. सुब्बाराव ने कहा कि ब्याज दरें घटाने के लिए केंद्रीय बैंक पर सरकार का दबाव पड़ता था, लेकिन वह कभी इसके दबाव में नहीं आए।
लंबे समय के लिये कर्ज देने वाले सार्वजनिक क्षेत्र के वित्तीय संस्थान IFCI ने अपना कर्ज सस्ता करते हुए मानक ब्याज दर 0.1 प्रतिशत घटाकर 9.3 प्रतिशत कर दी है।
रिजर्व बैंक (RBI) ने सितंबर को समाप्त तिमाही में विभिन्न लघु बचत योजनाओं के लिये ब्याज दरों को अधिसूचित कर दिया।
RBI नौ अगस्त को मौद्रिक नीति समीक्षा में प्रमुख नीतिगत दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती कर सकता है। बेहतर मानसून से खाद्य मुद्रास्फीति काबू में आ सकती है।
कानून के नए प्रावधानों को अमल में लाते हुए सदस्यीय समिति की स्थापना की दिशा में पहल की है। मौद्रिक समीक्षा में यही समिति ब्याज दरों पर फैसला करेगी।
मोदी सरकार ने करोड़ों भारतीयों को बड़ी राहत दी है। सरकार ने स्मॉल सेविंग और पीपीएफ पर मिलने वाले ब्याज दरों में कटौती नहीं करने का फैसला किया है।
आर्थिक समीक्षा में RBI ने ब्याज दरों में किसी प्रकार का बदलाव नहीं किया है। पिछली मौद्रिक नीति समीक्षा में RBI ने रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती की थी।
Most banks offer FD for tenure of 7 Days to 10 years. Banks like The Ratnakar Bank, IDBI Bank and State Bank of Patiala offer FDs up to 20 years.
केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि ऊंची ब्याज दरें उद्योगों विशेष छोटे व मझौले उद्यमों की लागत प्रतियोगितात्मकता को प्रभावित कर रही हैं।
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