भारतीय टीम ने लेबनान को इंटरकांटिनेंटल कप के फाइनल में हराने के बाद एक बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने बालासोर पीड़ितों को लाखों रुपये दान कर दिए हैं।
भारत और लेबनान के बीच इंटरकांटिनेंटल कप का फाइनल मुकाबला रविवार को खेला जाएगा। टीम इंडिया के पास साल 2018 को एक बार फिर से दोहराने का मौका है।
फाइनल में टूर्नामेंट की सबसे कम रैंकिंग वाली टीम उत्तर कोरिया (122) ताजिकिस्तान (120) पर भारी पड़ी।
इसी ड्रॉ के साथ भारत भी फाइनल में जगह नहीं बना सका। हालांकि, इस मैच से पहले भी उसके जाने की संभावना न के बराबर थीं। फाइनल में जाने के लिए उसे इस मैच में छह गोल के अंतर से जीत चाहिए थी जो उसे मिली नहीं।
इंटरकॉन्टिनेंटल कप में तजाकिस्तान और उत्तर कोरिया से हार झेलने वाली भारतीय टीम मंगलवार को अपने आखिरी ग्रुप मैच में सीरिया के खिलाफ सम्मान की लड़ाई लड़ने उतरेगी।
उत्तर कोरिया ने शुरू से ही अपना दम दिखाया और आठवें मिनट में ही गोल कर भारत को दबाव में ला दिया।
भारतीय फुटबाल टीम आज इंटरकॉन्टिनेंटल कप के एक अहम मुकाबले में उत्तर कोरिया का सामना करेगी। टूर्नामेंट के पहले मैच में तजाकिस्तान के खिलाफ भारत को हार झेलने पड़ी थी।
तजाकिस्तान के लिए इस मैच में चार अलग-अलग खिलाड़ियों ने गोल किए जबकि मेजबान टीम के लिए दोनों गोल कप्तान सुनील छेत्री ने दागे।
भारतीय टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने फाइनल मैच में भी अपने शानदार खेल से हर किसी का दिल जीत लिया।
भारत की टीम इस जीत से दो मैचों में दो जीत से छह अंक के साथ शीर्ष पर है। कीनिया के दो मैचों में एक हार और एक जीत से तीन अंक है और वह दूसरे स्थान पर चल रहा है.
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