बैंक में अकाउंट खुलवाने के बाद लोग एटीएम कार्ड लेते हैं। इसके जरिए कैश रकम पर लोगों की निर्भरता कम हुई है। यूजर्स भी इसे अपने अनुसार कभी भी इस्तेमाल कर सकते हैं। बैंक एटीएम कार्ड से पैसे निकालने के अलावा भी कई सुविधाएं मिलती है इनमें फ्री इंश्योरेंस शामिल हैं।
हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेते समय अधिकतर लोग नियम और शर्तें पढ़ना भूल जाते हैं। अगर आप भी अपने परिवार में किसी के लिए हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेने वाले हैं तो इसमें सब लिमिट को चेक करना ना भूलें। यहां जानिए हेल्थ इंश्योरेंस में सब लिमिट क्या होता है और इसे चेक करना क्यों है जरूरी।
कोविड के बाद से हेल्थ के प्रति लोगों की जागरूकता बढ़ी है और ऐसे में हेल्थ इंश्योरेंस प्लान लोगों के लिए अत्यधिक मददगार हैं। इसलिए आज हम आपके साथ विशेष रूप से मेटरनिटी प्लान इंश्योरेंस पॉलिसी से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी शेयर करने जा रहें हैं।
जिस तरह से लोग अपने लिए और व्हीकल के लिए इंश्योरेंस करवाते हैं। इसी तरह घर के लिए भी आप होम इंश्योरेंस पॉलिसी ले सकते हैं। हमारे देश में 5 तरह के होम इंश्योरेंस होते हैं। अगर आप इसे खरीदने जा रहे हैं तो इंश्योरेंस पॉलिसी में इन 5 चीजों की जांच करना ना भूलें।
ओन डैमेज कार इंश्योरेंस एक ऐसी कस्टमाइज्ड मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी है, जिसमें आपको और आपके इंश्योर्ड वाहन की टूट-फूट और नुकसान की भरपाई के लिए डिजाइन किया गया है।
अगर पॉलिसी होल्डर के पास एक से ज्यादा पॉलिसी हैं तो सभी इंश्योरर पॉलिसी के तहत क्लेम को समान रूप से साझा कर सकते हैं।
पुलिस को शिकायत मिलने के बाद LIC ने जांच शुरू की और करीबन 6 साल की जांच के बाद LIC को ऐसा समझ में आया कि दिनेश की मौत नहीं हुई है वो ज़िंदा है।
टर्म प्लान में किसी एक इंसान को कवर मिलता है, लेकिन ज्वॉइंट पॉलिसी में दोनों लोगों के कवर की सुविधा होती है। आइए आज आपको ज्वॉइंट पॉलिसी के बारे में विस्तार से बताते हैं।
पहले से हेल्थ इंश्योरेंस होने के बावजूद भी कुछ बीमारियां ऐसी है जिसके लिए अलग से पैसे देने होते हैं। इस से बचने के लिए हेल्थ इंश्योरेंस में अलग से क्रिटिकल इलनेस प्लान जोड़ते हैं। इसमें कई तरह की गंभीर बीमारियां कवर हो जाती को क्रिटिक हो। इनमें किडनी और स्ट्रोक की तरह लगभग 50 बीमारी शामिल हैं।
यात्रा का प्लान बनते ही हमारे दिमाग में कई तरह की चीजें आती हैं, उनमें से एक है ट्रैवल इंश्योरेंस। वहीं यात्रा के दौरान ट्रैवल इंश्योरेंस को लेने से हमें कई तरह के लाभ मिलते हैं, जिनके बारे में हम आपको आगे बतलाने वाले हैं।
Finance Minister Nirmala Sitharaman: बजट जब सभी सेक्टर के लिए बेहतर है तो बीमा कंपनियां क्यों नाराज है? वित्त मंत्री ने ऐसा क्या कह दिया कि शेयर धड़ाम से नीचे आ गए।
बजट के बाद इंश्योरेंस कंपनियों के शेयर कल भरभरा कर गिर गए। लगभग सभी इंश्योरेंस कंपनियों के शेयर में 10 फीसदी तक गिरावट आई।
कोर्ट ने कहा कि जाहिर सी बात है कि जब ड्राइवर नशे की हालत में होता है तो उसका खुद कंट्रोल कम हो जाता है, जिससे वह गाड़ी चलाने के लिए अयोग्य हो जाता है।
इरडा ने बीमा कंपनियों से सोशल मीडिया पर प्रचार-प्रसार के जरिये कोविड महामारी की रोकथाम के लिये अपनाये जाने वाले व्यवहार को प्रोत्साहित करने को कहा।
आईआरडीए ने लॉन्ग टर्म इन्श्योरेन्स के मोटर बीमा की शुरुआत की है। लॉन्ग टर्म इन्श्योरेन्स पर अच्छी छूट मिल जाती है। हालांकि आप लॉन्ग टर्म इन्श्योरेन्स में बंध जाते हैं। इसके कई फायदे हैं और नुकसान भी है आइए जानते हैं।
Health Insurance की मांग बीते कुछ सालों में तेजी से बढ़ी है। इसकी वजह है कि कोई गंभीर बीमारी होने पर हमारी वित्तीय प्लानिंग बिगड़ जाती है। आइए 5 प्वॉइंट में जानते हैं कि यह क्यों जरूरी है?
जॉब इंश्योरेंस पॉलिसी का प्रीमियम आमतौर पर, कुल कवरेज का 3% से 5% तक होता है। अगर जॉब इंश्योरेंस होम लोन के तहत ली गई है तो अवधि पांच साल होगी।
Medical Insurance: किसी भी व्यक्ति का जीवन तब खुशहाल होता है जब उसके पास हेल्थ और वेल्थ दोनों होते हैं। आमतौर पर 25 वर्ष या उससे एक-दो साल आगे-पीछे लोग नौकरी करना शुरु कर देते हैं, लेकिन कई बार वो मेडिकल एंश्योरेंस नहीं खरीद पाते हैं। चलिए 35 वर्ष की आयु से पहले Medical Insurance खरीदने के पांच बड़े फायदे जानते हैं।
कुल 24 साधारण बीमा कंपनियों की अगस्त में कुल सकल प्रत्यक्ष प्रीमियम आय 9.3 प्रतिशत बढ़कर 17,101.75 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले इसी महीने में 15,648.63 करोड़ रुपये थी।
बीमा उद्योग की कंपनियों का कहना है कि बीमा जोखिम से बचाव के लिए खरीदा जाता है चाहे उसके पीछे मानवीय गलती हो या कुछ और हो।
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