इंफोसिस, एचडीएफसी बैंक तथा टाटा स्टील समेत 15 कंपनियां अपने लाभ का अधिक हिस्सा लाभांश के रूप में शेयरधारकों को दे सकती हैं।
इन्फोसिस के फाउंडर्स अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रहे है। माना जा रहा है कि फाउंडर्स ब्लॉक डील के जरिए हिस्सा बेच सकते हैं।
सात भारत स्थित आउटसोर्सिंग कंपनियों को 2016 में अमेरिका में इससे पिछले साल 2015 की तुलना में कम H1B वीजा मिला है।
प्रमुख आईटी कंपनी इंफोसिस ने बड़े पैमाने पर छंटनी संबंधी खबरों को बढ़ाचढ़ाकर पेश की गई रिपोर्ट करार देते हुए आज कहा कि वह इस साल 20,000 नियुक्तियां करेगी।
इंफोसिस के सह-संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति ने कहा है कि आईटी कंपनियां छंटनी से बचा सकती हैं यदि उनके वरिष्ठ अधिकारियों की सैलरी में कुछ कटौती की जाए।
इंफोसिस लिमिटेड के पूर्व मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) वी बालाकृष्णन ने कहा है कि देश में आईटी क्षेत्र के कर्मचारियों की यूनियन की जरूरत नहीं है।
इनफोसिस के संस्थापक चयेरमैन एन आर नारायण मूर्ति ने IT सेक्टर में लागत में कटौती के उपाय के तौर पर कर्मचारियों को नौकरी से हटाये जाने पर दुख जताया।
इंफोसिस के CEO विशाल सिक्का का वेतन वित्त वर्ष 2016-17 में 67 प्रतिशत से अधिक कम हुआ है। ऐसा बोनस भुगतान में कटौती की वजह से हुआ है।
भारत की चौथी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी HCL Tech ने बुधवार को कहा है कि वह एक हजार रुपए प्रति शेयर के हिसाब से निवेशकों से कंपनी के शेयर वापस खरीदेगी।
IT कर्मचारियों के दो समूहों ने इन्फोसिस के शीर्ष कार्यकारियों के वेतन पैकेज में भारी भरकम बढ़ोतरी पर चिंता जताई है।
सेंसेक्स की शीर्ष 10 कंपनियों में से 6 का बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) बीते सप्ताह 61,386.30 करोड़ रुपए बढ़ा, जिसमें टीसीएस को सबसे अधिक फायदा हुआ।
इंफोसिस और कॉग्निजेंट जैसी IT सेक्टर में बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी हो रही है। विशेषज्ञों की मानें तो यह अभी एक-दो साल और जारी रहेगा।
इंफोसिस ने कर्मचारियों की वेतन वृद्धि फिलहाल टाल दी है। इसके अलावा कंपनी ने संभावित छंटनी को लेकर कर्मचारियों के बीच आशंका को दूर करने की कोशिश की है।
Cognizant, Infosys और Wipro के बाद आईटी कंपनी टेक महिंद्रा भी अपने सैकड़ों कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा सकती है।
Infosys अपने मध्य व वरिष्ठ स्तर के सैकड़ों कर्मचारियों की छंटनी कर सकती है। कंपनी कर्मचारियों के परफॉर्मेंस की छमाही कामकाजी समीक्षा कर रही है।
व्हाइट हाउस ने आईटी क्षेत्र की दूसरी सबसे बड़ी भारतीय कंपनी इंफोसिस द्वारा अगले दो सालों में 10,000 अमेरिकियों की भर्ती करने के फैसले का आज स्वागत किया है।
इन्फोसिस अमेरिका में चार टेक्नोलॉजी और इन्वोशन हब बनाने की तैयारी कर रही रहै है। साथ ही, कंपनी अगले दो साल में करीब 10 हजार अमेरिकियों को जॉब देगी।
सेंसेक्स की शीर्ष दस में से सात कंपनियों के मार्केट कैप में कुल मिलाकर 49,642.58 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ। सबसे अधिक लाभ एचडीएफसी बैंक को मिला है।
देश की तीसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी विप्रो का एकीकृत मुनाफा मार्च को समाप्त तिमाही में मामूली बढ़कर 2,267 करोड़ रुपए रहा।
नैसकॉम ने अपने सदस्यों टीसीएस और इंफोसिस का बचाव किया है। संगठन ने कहा कि दोनों की 2014-15 में मंजूर एच-1बी वीजा में हिस्सेदारी केवल 8.8 प्रतिशत थी।
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