देश की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी इन्फोसिस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजय राजगोपालन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
सेंसेक्स की टॉप 10 में से 8 कंपनियों के मार्केट कैप) में बीते सप्ताह 62,156.32 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है। सबसे अधिक लाभ में RIL तथा HDFC बैंक रहे।
बोर्ड में हुए उथल-पुथल से हाल ही में उभरने के बाद Infosys ने कहा है कि वह अगले एक-दो सालों तक हर साल 6,000 इंजीनियर्स की भर्ती जारी रखेगी।
महीनों चले विवाद के कारण सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी इंफोसिस (Infosys) का जुलाई-सितंबर की दूसरी तिमाही का परिणाम देरी से घोषित हो सकता है।
इन्फोसिस की 11.3 करोड़ शेयरों की पुनर्खरीद पेशकश शुक्रवार के बंद भाव 920.10 रुपये प्रति शेयर की तुलना में 25 प्रतिशत प्रीमियम पर की जा रही है।
देश की तीसरी सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी विप्रो ने आज कहा कि उसके शेयरधारकों ने 11 हजार करोड़ रुपए के शेयरों की पुनर्खरीद को मंजूरी दे दी है।
मार्केट कैप के लिहाज से देश की दस प्रमुख कंपनियों में से छह के मार्केट कैप में बीते सप्ताह कुल मिलाकर 13,799.08 करोड़ रुपए की कमी आई।
आईटी सेक्टर की बड़ी कंपनी टेक महिंद्रा के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने नंदन नीलेकणि का स्वागत अपने ट्वीट्स के जरिए किया है
नवनियुक्त चेयरमैन नंदन नीलेकणि ने यहां अपनी अध्यक्षता में बोर्ड की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, बोर्ड कंपनी में पूर्ण स्थिरता लाने पर केंद्रित है।
दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस में दोबारा एंट्री लेने के बाद कंपनी के पूर्व सीईओ नंदन नीलेकणि का पहला रिएक्शन आया है।
देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस के सह-संस्थापक और पूर्व सीईओ नंदन नीलेकणि ने एक बार फिर से इंफोसिस में चेयरमैन के रूप में वापसी की है।
पई ने इसके साथ ही स्पष्ट किया कि कंपनी के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नंदन नीलेकणि को इंफोसिस में वापस लाने का फैसला सह-संस्थापक मिलकर करेंगे।
सिक्का के जाने के बाद इंफोसिस का मार्केट कैप 2.36 लाख करोड़ से घटकर 1.99 लाख करोड़ आ गया था लेकिन नीलेकणि के आने की खबर से वापस 2.10 लाख करोड़ हो गया
वैश्विक बाजारों के मजबूत रुख और घरेलू निवेशकों की लिवाली से आज बंबई शेयर बाजार में लगातार दूसरे दिन तेजी का सिलसिला जारी रहा। सेंसेक्स 276 अंक और सुधर गया।
Sebi का कहना है कि वह इंफोसिस के शेयर की कीमतों पर नजदीक से नजर रखे हुए है। कंपनी द्वारा बायबैक की घोषणा के बावजूद इसके शेयरों में 5% की गिरावट दर्ज की गई।
BSE के मुताबिक मंगलवार को इंफोसिस का मार्केट कैप घटकर 1.99 लाख करोड़ रुपए रह गया और शेयर का भाव करीब 5% की गिरावट के साथ 865 रुपए से भी नीचे लुढ़क गया
इन्फोसिस के मोहनदास पई ने कंपनी में संकट के लिए सह-संस्थापक एन आर नारायणमूर्ति पर आरोप लगाने को लेकर कार्यकारी उपाध्यक्ष विशाल सिक्का की आज कड़ी आलोचना की।
कई बड़े क्लाइंट्स सिक्का के सीईओ बनने के बाद ही कंपनी से जुड़े थे और अब क्योंकि सिक्का सीईओ नहीं है ऐसे में वे क्लाइंट भी कंपनी की सेवाएं बंद कर सकते हैं।
उद्योग के विशेषज्ञों का मानना है कि कंपनी के कुछ दिग्गज संस्थापकों की निगाह में रहने की वजह से विशाल सिक्का के पद के कई दावेदार पीछे हट सकते हैं।
देश की दूसरी सबसे बड़ी IT कंपनी इन्फोसिस के निदेशक मंडल ने 13 हजार करोड़ रुपए तक के शेयरों की पुनर्खरीद योजना को शनिवार को मंजूरी दे दी।
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