विशेषज्ञों का कहना है कि आरबीआई की मानसून की प्रगति पर भी नजर है और अल नीनो खरीफ की फसल पर दुष्प्रभाव डाल सकता है, जिससे कीमतों पर भी प्रभाव पड़ सकता है।
पाकिस्तान विदेशी कर्ज से गले तक डूबा हुआ है, वहीं उसका विदेशी मुद्रा भंडार भी अब नाम मात्र का बचा है। इस बीच कमरतोड़ महंगाई ने वहां के लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। खाने-पीने के सामान से लेकर पेट्रोल तक सब महंगा हो गया है।
क्रिसिल के अनुसार बीते एक साल में थाली की कीमत में काफी बढ़ोतरी हुई है। खास बात यह है कि वेज थाली से ज्यादा कीमत नॉनवेज थाली की बढ़ी है।
पाकिस्तान में रोटी के लाले पड़े हैं, आवाम महंगाई और भूख से परेशान है। खासकर, रोटी के लिए आटा मिलना मुश्किल है। पाकिस्तान फ्लोर मिल्स एसोसिएशन (पीएफएमए) ने बताया है कि गेहूं नहीं मिलने के कारण आटे की किल्लत बढ़ती जा रही है।
कोविड महामारी तथा उसके बाद रूस-यूक्रेन युद्ध से कीमतें तेज हुई हैं और इसके बावजूद आयात जारी है। केंद्र के स्तर पर हमने इसके दाम में कमी लाने के लिये उत्पाद शुल्क में कटौती की है।
सीतारमण ने ईंधन और प्राकृतिक गैस के दाम में कमी लाने के प्रयासों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि देश में इनका आयात किया जाता है और कोविड तथा रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण वैश्विक बाजारों में ईंधन के दाम ऊंचे हैं।
Inflation WPI News: भारती की तरक्की जिस रफ्तार से बढ़ रही है, वह सराहनीय है। वैश्विक मंदी के बीच महंगाई पर काबू पाने में देश को एक और सफलता मिली है। थोक महंगाई दर में कमी आई है।
फलों के दाम जो आसमान छू रहे हैं। पाकिस्तान में केला 420 रुपए प्रति किलो और सेब के दाम भी 400 रुपए से अधिक के भाव बिक रहे हैं। दूसरे फलों की बात करें तो संतरा 180 रुपए किलो बिक रहा है। फलों के दाम ही नहीं, सब्जियों के दामों में भी ‘आग‘ लगी हुई है।
IMF के मुताबिक चीन की वृद्धि दर 2023 में 5.2 प्रतिशत और 2024 में 4.5 प्रतिशत रह सकती है। इसकी वृद्धि दर 2022 में तीन प्रतिशत थी।
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक के कच्चे तेल के उत्पादन को घटाने के फैसले से मुद्रास्फीति का परिदृश्य गतिशील बना हुआ है।
राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय की ओर से बुधवार को बताया गया कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक फरवरी में बढ़कर 10.4 प्रतिशत पर पहुंच गया जो इससे पिछले महीने 10.1 प्रतिशत था।
Stock Market News: यह हफ्ता अमेरिका के साथ भारतीय शेयर बाजार के लिए भी ठीक नहीं दिख रहा है। अमेरिका में एक के बाद एक बैंक दिवालिया घोषित हो रहे हैं। आज क्रेडिट सुईस को लेकर भी बड़ी खबर आई है, जिसमें उसे तगड़ा नुकसान हुआ है। इसका असर कल भारतीय शेयर बाजार पर देखा जा सकता है। आइए मामला समझते हैं।
थोक महंगाई में गिरावट की एक प्रमुख वजह निर्माण वस्तुओं के अलावा ईंधन और बिजली की कीमतों में गिरावट को बताया गया है। बेस्ड महंगाई में गिरावट का यह लगातार नौवां महीना है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पिछले साल मई से अपनी प्रधान रेपो दर में 2.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष के लिए उपभोक्ता कीमतों पर आधारित मुद्रास्फीति के अनुमान को 6.7% से घटाकर 6.5% कर दिया है।
मिस्र का पाउंड मार्च 2022 के बाद से अपने मूल्य का लगभग आधा रह गया है। आयात के लिए आवश्यक विदेशी मुद्रा, विशेष रूप से अमेरिकी डॉलर की कमी के बीच सेंट्रल बैंक ऑफ मिस्र ने अवमूल्यन के दौर का आदेश देना शुरू कर दिया है।
महंगाई, भुखमरी और आर्थिक तंगी का सामना कर रहे पाकिस्तान में जनता अब भड़क उठी है। पाकिस्तान में कई महीने से आटा, दाल, चावल के लिए लोगों को बड़ा संघर्ष करना पड़ रहा है। ऐसे में जनता ने सड़क पर उतरने का मन बना लिया है।
एक तरफ तो पाकिस्तान आर्थिक बदहाली से जूझ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तानी अमीरो के शौक जानकर हो जाएंगे हैरान। यहां के एक अमीर की बेटी की शादी में 72 करोड़ रुपये मिले हैं। है ना हैरानी वाली बात-
सैकड़ों हजारों लोगों ने अपनी नौकरी खो दी है जबकि नौकरी करने वालों को 30 से 50 प्रतिशत वेतन कटौती का सामना करना पड़ा है।
पिछले साल फेडरल रिवर्ज और भारतीय रिजर्व बैंक लगभग कदम ताल कर रहे हैं। वहां फेड अपनी दरें बढ़ाता है और यहां भारत में आरबीआई भी दरें बढ़ाता है।
एमपीसी के ब्योरे के अनुसार पात्रा ने कहा, मुद्रास्फीति के खिलाफ लड़ाई वैश्विक नजरिए से जटिल है। पहले की आशंका की तुलना में अब एक सामान्य मंदी को लेकर कुछ आम सहमति बन रही है।
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