महंगाई, भुखमरी और आर्थिक तंगी का सामना कर रहे पाकिस्तान में जनता अब भड़क उठी है। पाकिस्तान में कई महीने से आटा, दाल, चावल के लिए लोगों को बड़ा संघर्ष करना पड़ रहा है। ऐसे में जनता ने सड़क पर उतरने का मन बना लिया है।
एक तरफ तो पाकिस्तान आर्थिक बदहाली से जूझ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तानी अमीरो के शौक जानकर हो जाएंगे हैरान। यहां के एक अमीर की बेटी की शादी में 72 करोड़ रुपये मिले हैं। है ना हैरानी वाली बात-
सैकड़ों हजारों लोगों ने अपनी नौकरी खो दी है जबकि नौकरी करने वालों को 30 से 50 प्रतिशत वेतन कटौती का सामना करना पड़ा है।
पिछले साल फेडरल रिवर्ज और भारतीय रिजर्व बैंक लगभग कदम ताल कर रहे हैं। वहां फेड अपनी दरें बढ़ाता है और यहां भारत में आरबीआई भी दरें बढ़ाता है।
एमपीसी के ब्योरे के अनुसार पात्रा ने कहा, मुद्रास्फीति के खिलाफ लड़ाई वैश्विक नजरिए से जटिल है। पहले की आशंका की तुलना में अब एक सामान्य मंदी को लेकर कुछ आम सहमति बन रही है।
आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान को International Monetary Fund (IMF) ने नसीहत दी है और बताया है कि कैसे वह अपनी गरीबी को दूर कर सकता है और अपनी आर्थिक हालत ठीक कर सकता है।
पेट्रोल की कीमतों में एक सप्ताह में 8.82 प्रतिशत, पांच लीटर खाद्य तेल की कीमतों में 8.65 प्रतिशत, एक किलोग्राम घी के दाम में 8.02 प्रतिशत, चिकन मीट की कीमतों में 7.49 प्रतिशत और डीजल की कीमत में 6.49 प्रतिशत वृद्धि हुई है।
महंगाई से आम हो या खास सभी परेशान है, जहां घर के आटे से लगाकर बड़ी चीजों के दाम ऊंचाई पर हैं। वहीं यह खबर आपको राहत देने वाली हो सकती है, क्योंकि सरकार महंगाई रोकने के लिये कुछ खास कदम उठा रही है।
कंगाल पाकिस्तान दो वक्त की रोटी को मोहताज हो गया है। आर्थिक तबाही से पाकिस्तान में भूख और गरीबी तांडव दिखा रही है। इस बीच पाकिस्तान के लिए एक और बुरी खबर है। इसके बाद मौजूदा हालातों से उबर पाना पाकिस्तान के लिए बहुत मुश्किल हो जाएगा। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) ने पाकिस्तान कई बड़ी शर्तें और लगा सकता है।
आर्थिक बदहाली से जूझ रहे पाकिस्तान को अब अल्लाह ही बचा सकते हैं। यह कहना है पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार का। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की तरक्की के लिए अल्लाह जिम्मेदार हैं। वही पाकिस्तान को अमीर बना सकते हैं। इशाक डार ने कहा कि देश की समृद्धि और विकास को अल्लाह ही दुरुस्त कर सकते हैं
गेहूं की कीमतें थोक बाजार में 31 रुपये के पार निकल गई हैं वहीं आटा 38 रुपये प्रति किलो के भाव पर पहुंच गया है। कीमतों को थामने के लिए सरकार अब मिलों को सस्ता गेहूं बेचने जा रही है।
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था तहस-नहस हो जाने से हाहाकार मचा है। कंगाल पाकिस्तान को खाने के लिए दो वक्त की रोटी भी नसीब नहीं हो रही है। आटा, दाल, चावल और रोटी के लिए भीषण जंग छिड़ी है। महंगाई की मार ने पाकिस्तान को दिवालिया बनाने के कगार पर खड़ा कर दिया है। पाकिस्तान की यह हालत यूं ही नहीं हुई है।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दिसंबर 2022 में खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति ऋणात्मक 1.25 प्रतिशत और ईंधन तथा बिजली की मुद्रास्फीति 18.09 प्रतिशत थी।
पाकिस्तान में फैला भुखमरी का संकट कम होने का नाम नहीं ले रहा है। पाकिस्तान को भीख के कटोरे में अमेरिका और सऊदी अरब ने कुछ मदद की तो लगा कि शायद भूख से तड़पते लोगों को कुछ सुकून मिल जाए, लेकिन किस्मत ने फिर दगा दे दिया है। लिहाजा अब सऊदी अरब और पाकिस्तान की मदद के बावजूद पाकिस्तान के भूखों मरने की मजबूरी गले पड़ गई है।
पाकिस्तान में महंगाई चरम पर है। लोगों को खाने के लिए रोटी और उसे बनाने के लिए एलपीजी गैस नहीं मिल पा रही है। वहां सबसे अधिक 5 चीजों को लेकर लोग परेशान हैं। आइए जानते हैं।
Pakistan Economic Crisis: अब पाकिस्तान का बर्बाद होना तय हो गया है, पाकिस्तान को Srilanka बनने से कोई नहीं रोक सकता। पाकिस्तान में आटे को लेकर दंगा फसाद शुरू हो गया है। लोग एक दूसरे को मरने मारने पर उतारू हो गये हैं।
US Additional Aid to Pakistan: भूख से बिलबिलाता पाकिस्तान, तंगी से तड़पता पाकिस्तान, मंदी का मारा पाकिस्तान, एक-एक पैसे को मोहताज पाकिस्तान, कर्ज से कराहता पाकिस्तान और बाढ़ से बर्बाद पाकिस्तान की मदद को एक बार फिर अमेरिका ने हाथ बढ़ाया है।
ब्रिटेन में महंगाई के चलते बाहर से पढ़ने आने वाले छात्रों की कमर टूट गई है। यहां पर छात्रों को रहने के लिए जगह ढूंढना बहुत मुश्किल हो रहा है क्योंकि ब्रिटेन मे रहना-खाना इतना महंगा है कि छात्र अपने खर्च कैसे संभाल पाएंगे ये एक बड़ी चुनौती है।
Unemployment Hits 50 Year Low in US and Inflation Bent: दुनिया भर में छाई वैश्विक मंदी के बीच अमेरिका से अच्छी खबर आई है। दिसंबर के महीने में अमेरिका में बेरोजगारी दर 50 साल के सबसे निचले स्तर पर आ गई है।
नौकरी करने वाले कई हजार लोगों के बीच एक सर्वे किया गया है, जिसमें इस बात की जानकारी सामने आई है कि आज के समय में लोग क्या सोचते हैं। इस सर्वे रिपोर्ट में कई खुलासे भी हुए हैं।
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