Rbi Repo Rate: देश की आम जनता पर एक बार फिर महंगाई की मार पड़ने जा रही है। इस बार RBI के रेपो रेट की बैठक में कुछ बड़ा फैसला देखने को मिल सकता है।
इस साल के आखिर में कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव और अगले साल अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए मुद्रास्फीति को काबू में रखना सरकार के लिए एक राजनीतिक प्राथमिकता भी होगी।
Villagers Retail Inflation: खुदरा महंगाई से जुड़ी नई अपडेट सामने आ गई है, जो किसानों के लिए चिंता का विषय है। मई की तुलना में जून में महंगाई बढ़ी है।
जून में खुदरा मुद्रास्फीति की दर बढ़ने के बावजूद यह भारतीय रिजर्व बैंक के छह प्रतिशत के संतोषजनक स्तर के नीचे है।
देश में ठंडी पड़ती दिख रही महंगाई की आग एक बार फिर से भड़क गई है। सब्जियों के बाद दाल और मसालों की कीमतें आसमान पर हैं।
WPI Inflation May: भारत तरक्की के रास्ते पर तेजी से बढ़ रहा है। मई महीने में थोक महंगाई में गिरावट देखने को मिली है।
अगली मौद्रिक पॉलिसी की बैठक में आरबीआई रेपो रेट में कटौती पर फैसला ले सकता है। इससे होम, कार लोन समेत सभी तरह के लोन लेने वालों को राहत मिलेगी। रेपो रेट कम होने से ईएमआई का बोझ कम होगा।
अप्रैल की मौद्रिक समीक्षा बैठक में 2023-24 में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के 5.2 प्रतिशत पर रहने का अनुमान लगाया गया था।
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था गिर चुकी है और पाकिस्तान में लोगों के पास खाने तक को पैसे नहीं है। इस कारण पाकिस्तान में बार्टर व्यापार की शुरुआत कर दी गई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि आरबीआई की मानसून की प्रगति पर भी नजर है और अल नीनो खरीफ की फसल पर दुष्प्रभाव डाल सकता है, जिससे कीमतों पर भी प्रभाव पड़ सकता है।
पाकिस्तान विदेशी कर्ज से गले तक डूबा हुआ है, वहीं उसका विदेशी मुद्रा भंडार भी अब नाम मात्र का बचा है। इस बीच कमरतोड़ महंगाई ने वहां के लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। खाने-पीने के सामान से लेकर पेट्रोल तक सब महंगा हो गया है।
Indian Economy: नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अरविंद पनगड़िया ने कहा है कि 2000 का नोट वापस मंगाने के भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के फैसले से अर्थव्यवस्था पर कोई प्रत्यक्ष प्रभाव नहीं पड़ेगा।
Inflation RBI: भारत में अच्छे दिन के संकेत नजर आने लगे हैं। RBI के एक फैसले ने देश में महंगाई को कम करने का काम किया है। इस बार के रिपोर्ट में पिछले 34 महीने का रिकॉर्ड टूट गया है।
क्रिसिल के अनुसार बीते एक साल में थाली की कीमत में काफी बढ़ोतरी हुई है। खास बात यह है कि वेज थाली से ज्यादा कीमत नॉनवेज थाली की बढ़ी है।
पाकिस्तान में रोटी के लाले पड़े हैं, आवाम महंगाई और भूख से परेशान है। खासकर, रोटी के लिए आटा मिलना मुश्किल है। पाकिस्तान फ्लोर मिल्स एसोसिएशन (पीएफएमए) ने बताया है कि गेहूं नहीं मिलने के कारण आटे की किल्लत बढ़ती जा रही है।
कोविड महामारी तथा उसके बाद रूस-यूक्रेन युद्ध से कीमतें तेज हुई हैं और इसके बावजूद आयात जारी है। केंद्र के स्तर पर हमने इसके दाम में कमी लाने के लिये उत्पाद शुल्क में कटौती की है।
सीतारमण ने ईंधन और प्राकृतिक गैस के दाम में कमी लाने के प्रयासों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि देश में इनका आयात किया जाता है और कोविड तथा रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण वैश्विक बाजारों में ईंधन के दाम ऊंचे हैं।
सरकार ने आरबीआई को यह जिम्मेदारी दी है कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित खुदरा मुद्रास्फीति दो प्रतिशत घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत पर रहे।
Britain Inflation Rate: ब्रिटेन में महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले सात महीने से महंगाई 10% के ऊपरी स्तर बर बनी हुई है। इसका हाल देख आप इंडिया को बेहतर बताएंगे।
Inflation WPI News: भारती की तरक्की जिस रफ्तार से बढ़ रही है, वह सराहनीय है। वैश्विक मंदी के बीच महंगाई पर काबू पाने में देश को एक और सफलता मिली है। थोक महंगाई दर में कमी आई है।
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