श्रम मंत्रालय ने मंगलवार को अपने एक बयान में कहा कि सालाना आधार पर खुदरा मुद्रास्फीति अक्टूबर में 4.50 फीसदी हो गई
दरअसल, पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे जिसमें वे पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई को लेकर जानकारी दे रहे थे। जिसमें वे बता रहे थे कि प्याज और Garlic is adrak की कीमतें कम हुई हैं।
कृषि क्षेत्र के कामगारों के लिए खुदरा महंगाई दर 2.76 प्रतिशत, ग्रामीण कामगारों के लिए खुदरा महंगाई दर 3.12 प्रतिशत रही है
सितंबर, 2021 में विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन 2.7 प्रतिशत, खनन क्षेत्र का उत्पादन 8.6 प्रतिशत जबकि बिजली क्षेत्र का उत्पादन 0.9 प्रतिशत बढ़ा।
तीन नवंबर को केन्द्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क में क्रमश: पांच रुपये और 10 रुपये प्रति लीटर की कटौती की, जिसके बाद राज्यों ने भी कटौती की
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बयान दिया है कि राज्य में हुए उप चुनावों में पार्टी की हार महंगाई की वजह से हुई है और महंगाई एक वैश्विक मुद्दा है।
पिछले कुछ महीनों के दौरान फ्रांस में ऊर्जा कीमतों में बहुत अधिक वृद्धि हुई है। यहां डीजल का औसत मूल्य 1.56 यूरो प्रति लीटर और पेट्रोल का औसत मूल्य 1.62 यूरो प्रति लीटर है। दोनों की कीमत इस समय रिकॉर्ड ऊंचाई पर है।
यहां मुद्रास्फीति की रफ्तार पसीने छुड़ा रही है। सितंबर में अगस्त के मुकाबले महंगाई दर में 3.5% की वृद्धि हुई। इसके साथ ही वार्षिक आंकड़ा 53% हो गया।
थोक कीमतों पर आधारिक महंगाई दर अगस्त में 11.39 प्रतिशत थी, जबकि सितंबर 2020 में थोक कीमतों पर आधारित महंगाई दर 1.32 फीसदी थी।
विवेक अय्यर ने कहा कि वास्तविक दरें कुछ समय के लिए नकारात्मक रहने वाली हैं और यह जरूरी है कि लोग वित्तीय साक्षरता के आधार पर सही निवेश विकल्प को चुनें।
माइनिंग और इलेक्ट्रिसिटी उत्पादन में तेजी से एक तरफ आईआईपी में बढ़त देखने को मिली है, वहीं दूसरी तरफ खाद्य कीमतों में नरमी से खुदरा महंगाई दर में भी कमी आई है।
पाकिस्तान को लेकर बड़ी खबर है। इमरान खान एकबार फिर मुसीबत में है। दरअसल इस परेशानी का कारण नए आंकड़े है जो हाल ही में जारी किए गए है।
जानें, अटल बिहारी वाजपेयी, डॉक्टर मनमोहन सिंह, और अब तक नरेंद्र मोदी के शासन में क्या रहा है महंगाई का हाल।
कांग्रेस नेताओं के मुताबिक दूसरे डाक टिकट पर रसोई गैस सिलेंडर की तस्वीर पर "अबकी बार, 1,000 पार" का नारा लिखकर इस घरेलू ईंधन के दाम लगातार बढ़ाए जाने की ओर ध्यान खींचा गया है। कांग्रेस नेताओं ने पार्टी के वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा की मौजूदगी में दोनों डाक टिकट मीडिया के सामने पेश किए।
जुलाई में मुद्रास्फीति कम होकर 5.59 प्रतिशत रह गई, और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को उम्मीद है कि यह 2021-22 में 5.7 प्रतिशत रहेगी।
थोक खाद्य महंगाई दर 4.46 प्रतिशत पर रही है जो कि एक महीने पहले 6.66 प्रतिशत पर थी। पिछले साल के मुकाबले धान, गेहूं, सब्जियां, फलों की थोक कीमतों में गिरावट देखने को मिली है।
जुलाई महीने में खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर 3.96 प्रतिशत रही जो इससे पिछले माह में 5.15 प्रतिशत थी। वहीं जून के दौरान मैन्युफैक्चरिंग, माइनिंग और बिजली उत्पादन में बढ़त देखने को मिली है।
वित्त मंत्रालय के मुख्य आर्थिक सलाहकार के वी सुब्रह्मण्यम ने बृहस्पतिवार को कहा कि खुदरा मुद्रास्फीति जुलाई में ही छह प्रतिशत के नीचे आ जाएगी पर कुछ महीने तक पांच प्रतिशत से ऊपर बनी रहेगी।
विश्वबैंक के पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार कौशिक बसु ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत की थोक कीमत आधारित मुद्रस्फीति 30 साल के उच्चतम स्तर पर है
प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा ने वादा किया है कि वह औसत प्रति घंटा वेतन कम से कम 1000 येन करना चाहते हैं और इसे लक्ष्य को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए ही यह प्रस्ताव सामने आया है।
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