वित्त मंत्री अरुण जेटली के साथ उद्योग मंडलों और निर्यातकों की बैठक गुरुवार को हुई। बैठक में वस्तु एवं सेवा कर (GST) से संबंधित मुद्दों को रखा गया।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज संकेत दिए कि हाइब्रिड कारों पर वस्तु एवं सेवा कर (GST) की दरों की फिर से समीक्षा नहीं की जाएगी।
भारत द्वारा हाल ही में वध के लिए पशुओं की खरीद-बिक्री पर रोक लगाने का कानून देश की लेदर एक्सपोर्ट इंडस्ट्री के लिए बुरी खबर है।
नैसकॉम ने भारतीय आईटी क्षेत्र में बड़े पैमाने पर छंटनी की आशंका को खारिज करते हुए कहा है कि अभी भी उद्योग अच्छी खासी संख्या में लोगों को रोजगार दे रहा है।
आदि गोदरेज ने कहा कि जो लोग जीएसटी पर चिंता जता रहे हैं और इसको थोड़ा टालने की बात कर रहे हैं, वे ऐसे लोग हैं जो टैक्स से बचना चाहते हैं।
उद्योग जगत का मानना है कि इस देशव्यापी नई इनडायरेक्ट टैक्स सिस्टम (GST) की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि जीएसटी नेटवर्क (GSTN) कितना दक्ष और मजबूत है।
अमेरिकी उद्योग जगत ने अरुण जेटली द्वारा पेश वार्षिक बजट को भविष्योन्मुखी बताते हुए कहा है कि यह पिछले तीन सालों में किए गए आर्थिक सुधारों पर आधारित बजट है।
देश की GDP में मैन्यूफैक्चरिंग की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए पर्यावरण अनुकूल प्रौद्योगिकी और सर्वोत्तम विनिर्माण पद्धतियों को अपनाए जाने पर बल दिया है।
रत्न एवं आभूषण उद्योग ने सरकार से आग्रह किया है कि पांच लाख रुपए से कम के आभूषणों की खरीद-फरोख्त पर पैन के उल्लेख की अनिवार्यता नहीं होनी चाहिए।
भारत की फ्यूल डिमांड ग्रोथ 2017 में पिछले साल के मुकाबले 40 फीसदी घटने का अनुमान है। नोट को बंद करने से पैदा हुए नकदी संकट की वजह से ऐसा होगा।
भारत के लगभग पांच करोड़ लघु एवं मझोले उपक्रमों में अपनी पैठ मजबूत बनाने के प्रयासों के तहत टेक्नोलॉजी कंपनी गूगल ने बुधवार को कई नई पहलों की घोषणा की।
करदाताओं पर अधिकार क्षेत्र को लेकर GST परिषद में गतिरोध बने रहने के साथ GST 1 जुलाई से लागू हो सकता है। उद्योग को खुद को तैयार करने के लिए वक्त चाहिए होगा।
प्रोडक्ट्स के बायकॉट से चीन बौखलाया गया है। इस पर चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि, भारतीय मेहनती नहीं होते हैं, सिर्फ उन्हें भौंकना आता है।
सोशल मीडिया पर इस दिवाली चीनी उत्पादों के बहिष्कार का आह्वान किया जा रहा है, इसका असर दिख रहा है। इसके कारण चाइनीज प्रोडक्ट की बिक्री 30 फीसदी तक घटेगी।
इंडस्ट्री के लोगों को उम्मीद है कि इस साल के अंत तक उनकी बिक्री और मुनाफे में बढ़ोतरी होगी। यह बात एसोचैम के एक सर्वे में सामने आई है।
भारतीय उद्योगों ने मई महीने में विदेशी बाजारों से 1.32 अरब डॉलर जुटाए जो पिछले साल के इसी महीने जुटाई गई राशि से 45 फीसदी कम है।
सरकार ने स्पष्ट किया कि उद्योग आधार ग्यापन भरने के लिए उसने कोई पंजीकरण शुल्क नहीं रखा है।
जाट आंदोलन की आंच पड़ोसी पंजाब के इंडसट्री पर भी महसूस होने लगी है। व्यापारियों को कच्चे माल की कमी के साथ तैयार माल को भेजने में दिक्कत शुरू हो गई है।
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