देश के स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद राज्यों में गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर केवल राज्यपाल ही झंडा फहराते थे।
उनके जीवन में सबसे बड़ी त्रासदी तब हुई जब 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के मामले में उन्हें शक के घेरे में खड़ा कर दिया गया। उस जमाने में मैं ऑन लुकर पत्रिका में संपादक था।
राजिन्दर कुमार धवन राज्यसभा के सदस्य और लंबे समय तक इंदिरा गांधी के निजी सचिव रहे थे।
अशोक गहलोत ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए आपातकाल को लेकर भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि अच्छा है मोदी जी आपातकाल को लेकर हमारी पब्लिसिटी कर रहे है, अच्छा होता प्रधानमंत्री जी उन बेहतरीन योजनाओं का भी जिक्र करते जिनकी शुरुआत इंदिरा जी ने की थी...
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने भी नरेंद्र मोदी पर हमला बोला और कहा कि भारत अब सभी संस्थानों के व्यवस्थित विध्वंस का गवाह बन रहा है। लोकतंत्र और संविधान की रक्षा करने वाले सभी संस्थान एक तानाशाह प्रधानमंत्री और अंहकारी सरकार के अधीन हैं...
भाजपा 1975 में आपातकाल लगाए जाने की निंदा करने के लिए आज देश भर में कई कार्यक्रम आयोजित कर रही है...
अपने उस रेडियो संदेश में इंदिरा गांधी भले ही देशवासियों से आतंकित नहीं होने को कह रही थी लेकिन इमरजेंसी के दौरान हिंदुस्तान में जो भी हुआ वो सियासी आतंक का पर्याय बनता चला गया। देश के बिगड़े अंदरूनी हालात का हवाला देकर वो सब कुछ हुआ जिसने आपातकाल को हिंदुस्तान के इतिहास का काला अध्याय बना डाला।
आपातकाल की 43वीं बरसी पर जेटली ने यह भी कहा कि जर्मन तानाशाह की तरह गांधी भी भारत को एक वंशवादी लोकतंत्र में बदलने के लिए आगे बढ़ी थीं। उन्होंने कहा, हिटलर और गांधी दोनों ने कभी भी संविधान को रद्द नहीं किया। उन्होंने लोकतंत्र को तानाशाही में बदलने के लिए एक गणतंत्र के संविधान का उपयोग किया...
गौरतलब है कि आंतरिक व्यवधानों का हवाला देकर 25 जून, 1975 को देश में आपातकाल लागू किया गया था, जिसके तहत मौलिक अधिकार निलंबित हो गए थे...
प्रणब मुखर्जी के संघ के समारोह में शामिल होने पर सवाल उठाने वालों को आरएसएस के सर सह कार्यवाह मनमोहन वैद्य ने भी जवाब दिया है। मनमोहन वैद्य ने एक अंग्रेजी अखबार में 'प्रणब दा, नागपुर में आपका स्वागत है’ नाम से एक लेख लिखा हैं।
बद्रीनाथ के पुजारी राहुल गांधी के पास तमाम पुरानी तस्वीरों के साथ आए थे। पुजारी ने राहुल को बताया कि उनके पर-नानाजी जवाहर लाल नेहरू, दादी इंदिरा गांधी और पिता राजीव गांधी का बद्रीनाथ मंदिर में पूजा-पाठ उनके पिता ने ही कराया था।
यूपी में पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस और सपा के बीच गठबंधन हुआ था। भारत की पूर्व प्रधानमंत्री ने वर्ष 1978 में कांग्रेस में दरार आने के बाद हाथ के पंजे को चिन्ह के तौर पर चुना था...
राहुल ने लोगों से उनका आशीर्वाद मांगा और कहा कि उन्हें उसी तरह उनकी मदद की अपेक्षा है जिस तरह उन्होंने उनकी दादी को समर्थन दिया था...
राहुल ने कहा कि मैं उन लोगों के साथ बैडमिंटन खेलता था जिन्होंने मेरी दादी की हत्या की....
आजादी से पहले भारतीय मुसलमान पानी के जहाज से हज यात्रा करते थे। मगर आजादी के बाद सरकार ने पानी के जहाज का किराया बढ़ाने की कोशिश की, तो मुस्लिम समाज ने इसका विरोध शुरू कर दिया।
विद्या बालन को पिछले दिनों फिल्म 'तुम्हारी सुलू' में एक कॉमिक अंदाज में देखा गया था। लेकिन इसके बाद अब वह पर्दे पर एक गंभीर किरदार को पेश करने के लिए बिल्कुल तैयार हैं। दरअसल खबरों के मुताबिक विद्या को जल्द ही भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी.
जनसंघ के संस्थापकों में से एक अटल बिहारी बाजपेयी के राजनीतिक मूल्यों की पहचान बाद में हुई और उन्हें भाजपा सरकार में भारत रत्न से सम्मानित किया गया। अटल बिहारी बाजपेयी का जन्म मध्य प्रदेश के ग्वालियर में 25 दिसम्बर 1924 को हुआ था। उनके पिता कृष्ण बिहा
अभी आगे भी कई राज्यों में चुनाव है अगर उसमें बीजेपी की जीत होती है तो पीएम मोदी इंदिरा गांधी का ये रिकॉर्ड भी तोड़ देंगे...
भावुकता से भरा भाषण खत्म करने के बाद जब सोनिया अपनी सीट पर लौटीं तो राहुल खड़े होकर उनका इंतजार कर रहे थे। जैसे ही सोनिया उनके पास पहुंचीं, राहुल ने मां का माथा चूम लिया।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी भारत की ‘महान बेटी’ थीं जिन्होंने देश को एकजुट किया तथा उन ताकतों के खिलाफ लड़ीं जो लोगों को जाति और धर्म के नाम पर बांटने की कोशिश कर रहे थे
संपादक की पसंद