भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने अगले सप्ताह से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू होने वाली तीनों प्रारूपों की सीरीज को देखते हुए ट्रेनिंग शुरू कर दी है।
भारतीय सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना का कहना है कि ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम का सामना करने पर हमारी टीम अतिरिक्त प्रतिस्पर्धी हो जाती है।
जूनियर महिला कोर ग्रुप इस साल के अंत में दक्षिण अफ्रीका में होने वाले एफआईएच जूनियर महिला विश्व कप की तैयारी कर रही है।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम को ब्रिसबेन के होटल के छोटे से कमरों में पृथकवास में रखा गया है जिसमें उन्होंने 14 दिन के कड़े पृथकवास के चार दिन ही बिताये हैं और बीसीसीआई अधिकारी के अनुसार इसका असर खिलाड़ियों पर पड़ना शुरू हो गया है।
19 सितंबर से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सात मैचों की सीरीज शुरू होनी है, जिसमें तीन वनडे, एक टेस्ट मैच और तीन टी20 मैच खेले जाने हैं।
भारतीय महिला टीम के कोच रमेश पवार ने शनिवार को कहा कि टीम का ध्यान अगले साल होने वाले विश्व कप पर है और ऑस्ट्रेलिया का आगामी दौरा इस बड़े टूर्नामेंट के लिए आदर्श तैयारी का काम करेगा।
भारतीय महिला हॉकी टीम की गोलकीपर सविता पूनिया का कहना है कि टोक्यो ओलंपिक के बाद उनकी टीम की नजरें आगे आने वाले एशिन गेम्स और कॉमनवेल्थ पर हैं। टीम जल्द ही इसके लिए प्रैक्टिस भी शुरू करने वाली है।
क्रिकेट.सीओ.एयू की रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘लेकिन सिडनी और मेलबर्न में कोविड-19 लॉकडाउन और राज्यों की सीमाएं बंद कर दिये जाने के कारण इन मैचों को तय कार्यक्रम के साथ आयोजित किये जाने की संभावना नहीं है। ’’
मैनकाइंड फार्मा ने एक बयान में कहा, ‘‘कंपनी खिलाड़ियों के सामने आने वाली कठिनाइयों को समझती है और उनकी भावना की सराहना करने के लिए आगे आई है।’’
थॉमस डेनेर्बी की देखरेख में स्वीडन की महिला राष्ट्रीय टीम 2011 में फीफा विश्व कप में तीसरे स्थान पर और 2012 के लंदन ओलंपिक में क्वार्टर फाइनल तक पहुंचने में सफल रही थी।
रानी रामपाल की कप्तानी वाली भारतीय महिला हॉकी टीम अपने शुरुआती 3 मैच हारकर टूर्नामेंट से बाहर होने की कगार पर खड़ी थी कि तभी टीम ने अपना गियर बदला और आखिरी के दोनों ग्रुप मैचों में जीत हासिल करते हुए क्वार्टर फाइनल का टिकट पक्का कर लिया।
मारिन 2017 में भारतीय महिला टीम को कोचिंग देने आया था लेकिन उसी साल बाद में उन्हें पुरुष टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया गया।
टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारतीय महिला हॉकी टीम ने इतिहास रचते हुए सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। हालांकि अर्जेंटीना से हार कर उन्हें ब्रॉन्ज मेडल जीतने का मौका। ये मौका भी तब हाथ से निकल गया जब भारत ने 3-4 से ग्रेट ब्रिटेन से मात खाई। हालांकि ये हार किसी जीत से कम नहीं है और ये बात कप्तान रानी रामपाल के पिता भी मानते हैं।
बजरंग पुनिया अब शनिवार को कांस्य पदक के लिए मुकाबला करेंगे।
23 वर्षीय भारतीय गोल्फर अदिति अशोक टोक्यो ओलंपिक में बेहतरीन फॉर्म में नजर आ रही हैं। शुक्रवार को उन्होंने तीसरे राउंड में दूसरा स्थान हासिल किया। अगर उन्होंने ये स्थान कायम रखा तो वे भारत के लिए गोल्फ में पहला ओलंपिक मेडल पक्का कर लेंगी!
भारतीय टीम के चौथे स्थान पर रहने का श्रेय उनके प्रशिक्षण को दिया जा रहा है। ब्रिटेन के खिलाफ करीबी मुकाबले में टीम को 3-4 से हार का सामना करना पड़ा।
ग्रेट ब्रिटेन हॉकी ने ट्वीट कर लिखा, "क्या शानदार खेला था, क्या शानदार विरोधी टीम थी। हॉकी इंडिया आप टोक्यो 2020 में कुछ बहुत खास किया है।"
भारतीय महिला हॉकी टीम की खिलाड़ियों को फोन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करते हुए रोना आ गया था।
भारतीय महिला हॉकी टीम का अब कांस्य पदक के लिए ग्रेट ब्रिटेन से सामना होगा।
यूट्यूब पर वीडियो शेयर करके शिल्पा शुक्ला ने टीम को बधाई दी और अपनी खुशी जाहिर की।
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